कोलकाता: पश्चिम बंगाल उपचुनाव 2024 में तृणमूल कांग्रेस ने सभी छह सीटों पर बाजी मार ली है. तृणमूल ने नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर, सीताई (एससी), मदारीहाट (एसटी) और तालडांगरा सीट पर जीत हासिल की है.
सीताई से संगीता रॉय, मदारीहाट से जयप्रकाश टोप्पो, नैहाटी से सनत डे, हरोआ से रबिउल इस्लाम, मेदिनीपुर से सुजोय हाजरा, तालडांगरा से फाल्गुनी सिंघाबाबू ने जीत दर्ज की.
सीताई विधानसभा सीट पर संगीता रॉय जीत हासिल की. उन्होंने 165984 वोट हासिल की. संगीता रॉय ने बीजेपी के दीपक कुमार रॉय को 130636 मतों से हराया. दीपक कुमार रॉय को 35348 वोट मिले. इसके साथ ही मदारीहाट में टीएमसी के जयप्रकाश टोप्पो ने 28168 मतों से बीजेपी के उम्मीदवार राहुल लोहार को हरा दिया.
तृणमूल कांग्रेस ने मेदिनीपुर विधानसभा उपचुनाव जीता. पार्टी उम्मीदवार सुजॉय हाजरा ने भाजपा के सुभाजीत रॉय को 33996 वोटों से हराया. नैहाटी सीट पर टीएमसी के सनत डे ने बीजेपी के रूपक मित्र को 49277 मतों से हरा दिया. सनत डे को 78772 वोट मिले हैं. हरोआ सीट से रबीउल इस्लाम ने जीत दर्ज की है. उन्हें 157072 वोट मिले. उन्होंने ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट के पियारुल इस्लाम को 131388 वोटों से हराया. तालडांगरा से फाल्गुनी सिंघाबाबू ने 98926 वोटों से जीत हासिल की. उन्होंने बीजेपी की अनन्या रॉय चक्रवर्ती 34082 मतों से हराया.
वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हुई. जिन सीटों पर टीएमसी की जीत हुई उसे दक्षिण बंगाल में टीएमसी का गढ़ माना जाता है जबकि राज्य के उत्तरी हिस्से में मदारीहाट सीट भगवा गढ़ रहा है. 2021 में मदारीहाट सीट भाजपा ने जीता था. 2024 के लोकसभा चुनावों में सीटें जीतने वाले विधायकों के इस्तीफे के बाद उनके विधानसभा क्षेत्र खाली हो गए. इसके चलते उपचुनाव की जरूरत पड़ी.
13 नवंबर को हुए उपचुनाव में करीब 69.29 प्रतिशत मतदान हुआ. चुनाव प्रक्रिया में हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुई, जिसमें नैहाटी विधानसभा क्षेत्र के पास भाटपारा में एक देसी बम हमला भी शामिल है. इसमें एक स्थानीय टीएमसी कार्यकर्ता की जान चली गई. मौजूदा चुनाव में वाम मोर्चे ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया. पार्टी इसे अपनी प्रासंगिकता परखने के साधन के रूप में देख रही है. अपने नए राज्य प्रमुख सुवनकर सरकार के नेतृत्व में इस पुरानी पार्टी ने सभी छह निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे.