जांजगीर चांपा/ रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सियासी महाभारत तेज हो चुका है. कांग्रेस, बीजेपी, जोगी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इलेक्शन मोड में आ चुकी है. लेकिन राज्य में सीधी लड़ाई कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. बीजेपी की तरफ से राष्ट्रीय नेता लगातार छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे हैं. तो कांग्रेस की तरफ से भी चुनावी कमान को थामने का काम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी जैसे नेताओं ने किया है.
प्रियंका गांधी के बस्तर दौरे के बाद रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जांजगीर पहुंचे. भरोसे का सम्मेलन में जांजगीर की धरती से उन्होंने सीधा हमला पीएम मोदी और बीजेपी पर किया. इससे पहले अप्रैल 2023 में भरोसे का सम्मेलन कांग्रेस ने बस्तर में किया था. उस सम्मेलन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कांग्रेस सरकार की खूबियों को जनता तक पहुंचाने का काम किया था. इस बार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बघेल सरकार की सफलता गिनाने का काम किया और मोदी सरकार पर सीधा हमला किया.
"छत्तीसगढ़ में बघेल सरकार ने सभी वादे पूरे किए हैं. ऐसा बहुत कम होता है कि किसी राजनेता या राजनीतिक दल की तरफ से किया गया वादा पूरा हुआ हो. लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने सभी वादे पूरे किए हैं. भूपेश बघेल के पास अलादीन का चिराग है, जो मांगोगे वो मिलेगा."- मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय अध्यक्ष, कांग्रेस
"मणिपुर हिंसा को रोकने के लिए पीएम मोदी ने कुछ नहीं किया": मल्लिकार्जुन खड़गे ने मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि" पीएम मोदी ने मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए कुछ नहीं किया है. वह सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेल रहे हैं. क्या कांग्रेस पर आरोप लगाने से हिंसा खत्म हो जाएगी? पीएम मोदी ने संसद में मणिपुर के बारे में केवल दो तीन शब्द ही बोले. यह सब बातें उन्होंने भाषण के अंत में कही"
"पीएम मोदी ने मणिपुर की घटना की तुलना छत्तीसगढ़ से की और यह राज्य के लोगों का अपमान है. पीएम मोदी मणिपुर जाने से डरते हैं. वह चुनाव प्रचार में व्यस्त रहे. लेकिन मणिपुर नहीं गए''- मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय अध्यक्ष, कांग्रेस
पीएम मोदी ने नेहरू और कांग्रेस का मजाक उड़ाया: भरोसे के सम्मेलन को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे यहीं नहीं रुके. उन्होंने पीएम मोदी पर जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस नेताओं का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया. मोदी जी कहते रहते हैं कि उन्होंने सब कुछ किया है. क्या मोदी के सत्ता में आने के बाद छत्तीसगढ़ में बिजली, स्कूल आदि सेवा आई.
"मोदी और शाह हमारे द्वारा स्थापित सरकारी स्कूलों में पढ़े हैं. या क्या उन्होंने लंदन या ऑक्सफ़ोर्ड में पढ़ाई की? वे हमसे पूछते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने पिछले 70 वर्षों में क्या किया? हमने सब कुछ ठीक किया था"-मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय अध्यक्ष, कांग्रेस
सीएम भूपेश बघेल का स्मृति ईरानी पर हमला: जांजगीर चांपा में भरोसे का सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने पीएम मोदी और स्मृति ईरानी पर हमला बोला. उन्होंने मोदी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. स्मृति ईरानी को राहुल गांधी फोबिया होने की बात कही.
"स्मृति ईरानी की स्मृति ठीक नहीं है. स्मृति ईरानी ने छत्तीसगढ़ सरकार पर अडानी को जमीन देने का आरोप लगाया है. राहुल गांधी, अडानी का विरोध करते हैं और हम अडानी को जमीन देंगे? किसी राज्य में जमीन देने का काम केंद्र सरकार करती है. अडानी को जमीन देने के मामले में स्मृति ईरानी को रमन सिंह से पूछना चाहिए. अडानी को जमीन देने का काम डबल इंजन की सरकार ने किया. स्मृति ईरानी को राहुल गांधी फोबिया है "- भूपेश बघेल, सीएम, छत्तीसगढ़
बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार: कांग्रेस के भरोसे के सम्मेलन पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी की तरफ से नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मोर्चा संभाला. चंदेल ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कांग्रेस के विधायकों से भरोसा उठ चुका है. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी की तरफ जनता का झुकाव हो रहा है. इसलिए कांग्रेस आलाकमान ने इन्हें भरोसे का सम्मेलन करने का आदेश दिया है.
"कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कांग्रेस के विधायकों से भरोसा उठ चुका है. विधायकों का मंत्रियों से भरोसा उठ चुका है. मंत्रियों का उपमुख्यमंत्री से और उपमुख्यमंत्री का मुख्यमंत्री से भरोसा उठ चुका है. प्रदेश की जनता का इस कांग्रेस की सरकार से भरोसा उठ गया है. इसलिए मुख्यमंत्री जी आज जांजगीर में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की उपस्थिति में भरोसे का सम्मेलन कर रहे हैं"- नारायण चंदेल, नेता प्रतिपक्ष
बस्तर में आदिवासी वोट बैंक को टारगेट करने के लक्ष्य के तहत अप्रैल महीने में भरोसे का सम्मेलन किया गया था. उसके बाद अब जांजगीर चांपा में कांग्रेस ने भरोसे का सम्मेलन किया. कांग्रेस मणिपुर हिंसा, महंगाई समेत कई मुद्दों पर सीधा केंद्र सरकार पर हमला कर रही है. तो बीजेपी मोदी सरकार की उपलब्धि और बघेल सरकार की खामियों को गिनाकर छत्तीसगढ़ की जनता तक अपनी बातें पहुंचाने का काम कर रही है. ऐसे में देखना होगा कि अब छत्तीसगढ़ के चुनावी समर में कौन से नए मुद्दों की एंट्री होती है.