माले : भारतीय पीएम मोदी के खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से गई अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर मालदीव में भी राजनीति तेज हो गई है. मालदीव के संसद सदस्य मिकेल नसीम ने इस मुद्दे पर विशेष सत्र बुलाने का आह्वान किया. उन्होंने इस मामले में जवाबदेही और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में मालदीव सरकार निष्क्रियता नजर आयी. विदेश मंत्री को अधिक तत्परता से काम करते हुए मामले को संभालने का प्रयास करना चाहिए.
सांसद ने औपचारिक रूप से संसदीय समिति से फंसे हुए अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाने का भी अनुरोध किया है. मिकेल नसीम मालदीव के गैलोल्हू संसदीय क्षेत्र के सांसद हैं. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की हैं. इस मामले में मंत्रालय की ओर से दिखायी गई निष्क्रियता और तत्परता की कमी शर्मनाक है.
उन्होंने कहा कि संसद को इस मामले से विदेश मंत्री से पूछताछ करनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने उक्त अधिकारियों को संसदीय समिति में बुलाने के लिए भी अनुरोध भेजा गया है. मालदीव के एक उप मंत्री के साथ-साथ अन्य कैबिनेट सदस्यों और सरकारी अधिकारियों की ओर से पीएम मोदी की हालिया लक्षद्वीप यात्रा का अपमानजनक और अशोभनीय संदर्भ दिए जाने के बाद बड़े पैमाने पर हंगामा खड़ा हो गया.
पीएम मोदी ने 2 जनवरी को केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप का दौरा किया. उन्होंने वहां की कई तस्वीरें साझा कीं. उन तस्वीरों में स्नॉर्कलिंग में हाथ आजमाने का एक 'रोमांचक अनुभव' भी शामिल था. एक्स पर पोस्ट की एक श्रृंखला में, पीएम मोदी ने सफेद समुद्र तटों, नीले आसमान और समुद्र की तस्वीरें साझा कीं. उन्होंने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि उन लोगों के लिए जो रोमांचक अनुभव हासिल करना चाहते हैं उन्हें लक्षद्वीप जरूर आना चाहिए.
एक पोस्ट में जिसे अब हटा दिया गया है, मालदीव के युवा अधिकारिता उप मंत्री शिउना ने भारतीय द्वीप समूह की यात्रा पर पीएम मोदी का मजाक उड़ाया था. उनकी पोस्ट में पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा की तस्वीरें भी थीं.
रविवार को मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने सोशल मीडिया पर सरकारी अधिकारियों की ओर से भारत के खिलाफ 'घृणित भाषा' के इस्तेमाल की निंदा की. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली हमेशा मालदीव का अच्छा दोस्त रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा कि मैं सोशल मीडिया पर मालदीव सरकार के अधिकारियों की ओर भारत के खिलाफ नफरत भरी भाषा के इस्तेमाल की निंदा करता हूं.