झांसीः जिले में सवा लाख के शातिर इनामिया बदमाश राशिद कालिया उर्फ गौड़ा को यूपी एसटीएफ व झांसी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया. उसके सीने में दो गोली लगी. वहीं, बदमाश की फायरिंग में एसटीएफ के इंस्पेक्टर को भी गोली लगी. घायल बदमाश को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. राशीद कालिया 20 जून 2020 को कानपुर में हुई बसपा नेता और हिस्ट्रीशीटर पिंटू सेंगर की हत्या का आरोपी था. एसटीएफ के मुताबिक वह सुपारी लेकर हत्या करने आया था.
शातिर अपराधी व इनामी बदमाश राशिद कालिया उर्फ गौड़ा उर्फ वीरू (45 वर्ष) पुत्र सलीम निवासी चिश्तीनगर, थाना चकेरी, कानपुर में कई मुकदमों में वांछित चल रहा था. उसको एसटीएफ ने रडार पर ले रखा था. यूपी एसटीएफ उसकी लंबे समय से तलाश कर रही थी. वह कई बार चकमा देकर भागने में भी सफल रहा था.
कई दिनों से इनामी बदमाश की लोकेशन भी झांसी जिले में मिल रही थी. इसी को लेकर यूपी एसटीएफ ने झांसी में डेरा जमाया था. इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक बाइक सवार बदमाश मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र के सितौरा की तरफ जा रहा है.
सूचना के बाद पुलिस ने उसका पीछा शुरू कर दिया. बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस ने भी आत्मसुरक्षा के लिए जवाबी फायरिंग की. इस दौरान बदमाश के सीने पर दो गोली लग गई. घायल बदमाश को झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. फायरिंग में एसटीएफ के डिप्टी एसपी और इंस्पेक्टर को भी गोली लगी. हालांकि बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण उन्हें कोई जनहानि नहीं हुई. एसटीएफ के मुताबिक वह किसी की हत्या की सुपारी लेकर आया था.
रशीद कालिया उर्फ वीरू पर पिंटू सेंगर हत्याकांड का भी आरोप है. उसके पासे से फैक्ट्री मेड पिस्टल, दो मैगजीन, एक कारतूस, 315 बोर का तमंचा व बाइक मिली. राशिद कालिया पर कानपुर और झांसी में कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं. सभी में वह वांछित चल रहा था. मारे गए बदमाश पर कानपुर में 1 लाख और झांसी में 25 हजार का इनाम भी घोषित है.
ये भी पढे़ंः आगरा में डेढ़ लाख के लिए भाई को उतारा मौत के घाट, गिरफ्तार