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Maharashtra Rain Alert: महाराष्ट्र के 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, बांध ओवरफ्लो होने की संभावना

बीते दो दिनों से महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में जलभराव हो गया है. आईएमडी ने महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. आईएमडी ने पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश के बाद भिवंडी में भी भारी जल-जमाव हो गया, जिसके कारण कारें आधी पानी में डूब गईं.

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Published : Jul 23, 2023, 9:10 AM IST

Updated : Jul 23, 2023, 9:46 AM IST

भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव.

मुंबई: महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिससे शनिवार को कई इलाकों में जल जमाव हो गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आज रायगढ़ पुणे समेत आठ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसमें ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, कोल्हापुर, सतारा जिले शामिल हैं, जबकि 24 जुलाई को रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर और सतारा जिलों को ऑरेंज अलर्ट दिया गया है. अगले पांच दिनों में राज्य में कई जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है.

यवतमाल में भारी बारिश: महाराष्ट्र के यवतमाल में शुक्रवार रात हुई भारी बारिश से जिले के कई रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए और शनिवार को भी कई घरों में पानी घुस गया. स्थानीय लोगों के अनुसार, रात में लगभग चार घंटे तक बारिश हुई और उनकी नींद खुली तो देखा कि सड़कों पर पानी भर गया है और बारिश का पानी उनके घरों में घुस गया है.

यवतमाल में बाढ़ में फंसे 100 से ज्यादा नागरिकों को बचाया गया है. भारी बारिश के कारण बुलढाणा के तीन गांवों का संपर्क टूट गया है. अकोला जिले में अकोला और तेलहारा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. वाशिम में बाढ़ से घरों और खेतों को नुकसान पहुंचा है. गोसेखुर्द बांध खोल दिया गया है. नदी किनारे के गांवों को सतर्कता की चेतावनी दी गई है. कंकावली तालुका में बाढ़ की स्थिति है. गाड़ नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. सिंधुदुर्ग जिले में भारी बारिश जारी है.

ठाणे जिले में औसत 140 से 150 प्रतिशत बारिश: ठाणे जिला प्रशासन ने खतरनाक इमारत से 1,200 से अधिक लोगों को निकाला है. उनके लिए आवास की व्यवस्था की गई है. हालांकि, इनमें से 750 निवासी अपने घरों को लौट चुके हैं. ठाणे जिले में औसतन 140 से 150 फीसदी बारिश हुई है. जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि पिछले तीन दिनों में तीन लोगों की जान जा चुकी है. उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान विभिन्न दुर्घटनाओं में कुल 22 मौतें हुईं. जिले में कालू और उल्हास नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. बांध भी भरने लगे हैं. अधिकारियों ने शनिवार रात कहा कि तानसा बांध से संभावित पानी छोड़े जाने के मद्देनजर महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर जिलों के शाहपुर, भिवंडी और वसई तालुका के गांवों को अलर्ट पर रखा गया है.

ठाणे जिले में बांध ओवरफ्लो होने की संभावना: लगातार बारिश के कारण ठाणे जिले में बांध ओवरफ्लो होने की संभावना है. इसलिए बांध के आसपास और (तानसा) नदी के किनारे स्थित गांवों में सतर्कता जारी कर दी गई है. पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के महागांव तालुक में बाढ़ के कारण फंसे करीब 110 लोगों को शनिवार को बचाया गया है.

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PM मोदी से मिले सीएम शिंदे: शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके परिवार के सदस्यों ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान सीएम शिंदे ने पीएम मोदी को लगातार बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन के कारण मौजूदा स्थिति से अवगत कराया. शिंदे के साथ उनके पिता संभाजी, पत्नी लता, बेटा श्रीकांत, बहू वृषाली और पोता रुद्रांश भी थे. सीएम शिंदे ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री को रायगढ़ जिले के सह्याद्री पहाड़ों से घिरे एक आदिवासी गांव इरशालवाड़ी में भूस्खलन के बाद मौजूदा स्थिति से अवगत कराया है.

शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी ने रायगढ़ में इरशालगढ़ भूस्खलन के बारे में जानकारी ली और घटना में लोगों की मौत पर अफसोस जताया. बता दें, भूस्खलन से अब तक कम से कम 26 लोगों की मौत हो चुकी है और 80 से अधिक लोगों के लापता होने की खबर है. सीएम एकनाथ शिंदे ने भूस्खलन में अपने माता-पिता दोनों को खोने वाले बच्चों को गोद लेने की बात कही है. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि 2 साल से 14 साल की उम्र के इन अनाथ बच्चों की देखभाल श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन द्वारा की जाएगी.

(अतिरिक्त इनपुट एजेंसी)

भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव.

मुंबई: महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिससे शनिवार को कई इलाकों में जल जमाव हो गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आज रायगढ़ पुणे समेत आठ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसमें ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, कोल्हापुर, सतारा जिले शामिल हैं, जबकि 24 जुलाई को रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर और सतारा जिलों को ऑरेंज अलर्ट दिया गया है. अगले पांच दिनों में राज्य में कई जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है.

यवतमाल में भारी बारिश: महाराष्ट्र के यवतमाल में शुक्रवार रात हुई भारी बारिश से जिले के कई रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए और शनिवार को भी कई घरों में पानी घुस गया. स्थानीय लोगों के अनुसार, रात में लगभग चार घंटे तक बारिश हुई और उनकी नींद खुली तो देखा कि सड़कों पर पानी भर गया है और बारिश का पानी उनके घरों में घुस गया है.

यवतमाल में बाढ़ में फंसे 100 से ज्यादा नागरिकों को बचाया गया है. भारी बारिश के कारण बुलढाणा के तीन गांवों का संपर्क टूट गया है. अकोला जिले में अकोला और तेलहारा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. वाशिम में बाढ़ से घरों और खेतों को नुकसान पहुंचा है. गोसेखुर्द बांध खोल दिया गया है. नदी किनारे के गांवों को सतर्कता की चेतावनी दी गई है. कंकावली तालुका में बाढ़ की स्थिति है. गाड़ नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. सिंधुदुर्ग जिले में भारी बारिश जारी है.

ठाणे जिले में औसत 140 से 150 प्रतिशत बारिश: ठाणे जिला प्रशासन ने खतरनाक इमारत से 1,200 से अधिक लोगों को निकाला है. उनके लिए आवास की व्यवस्था की गई है. हालांकि, इनमें से 750 निवासी अपने घरों को लौट चुके हैं. ठाणे जिले में औसतन 140 से 150 फीसदी बारिश हुई है. जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि पिछले तीन दिनों में तीन लोगों की जान जा चुकी है. उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान विभिन्न दुर्घटनाओं में कुल 22 मौतें हुईं. जिले में कालू और उल्हास नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. बांध भी भरने लगे हैं. अधिकारियों ने शनिवार रात कहा कि तानसा बांध से संभावित पानी छोड़े जाने के मद्देनजर महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर जिलों के शाहपुर, भिवंडी और वसई तालुका के गांवों को अलर्ट पर रखा गया है.

ठाणे जिले में बांध ओवरफ्लो होने की संभावना: लगातार बारिश के कारण ठाणे जिले में बांध ओवरफ्लो होने की संभावना है. इसलिए बांध के आसपास और (तानसा) नदी के किनारे स्थित गांवों में सतर्कता जारी कर दी गई है. पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के महागांव तालुक में बाढ़ के कारण फंसे करीब 110 लोगों को शनिवार को बचाया गया है.

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PM मोदी से मिले सीएम शिंदे: शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके परिवार के सदस्यों ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान सीएम शिंदे ने पीएम मोदी को लगातार बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन के कारण मौजूदा स्थिति से अवगत कराया. शिंदे के साथ उनके पिता संभाजी, पत्नी लता, बेटा श्रीकांत, बहू वृषाली और पोता रुद्रांश भी थे. सीएम शिंदे ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री को रायगढ़ जिले के सह्याद्री पहाड़ों से घिरे एक आदिवासी गांव इरशालवाड़ी में भूस्खलन के बाद मौजूदा स्थिति से अवगत कराया है.

शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी ने रायगढ़ में इरशालगढ़ भूस्खलन के बारे में जानकारी ली और घटना में लोगों की मौत पर अफसोस जताया. बता दें, भूस्खलन से अब तक कम से कम 26 लोगों की मौत हो चुकी है और 80 से अधिक लोगों के लापता होने की खबर है. सीएम एकनाथ शिंदे ने भूस्खलन में अपने माता-पिता दोनों को खोने वाले बच्चों को गोद लेने की बात कही है. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि 2 साल से 14 साल की उम्र के इन अनाथ बच्चों की देखभाल श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन द्वारा की जाएगी.

(अतिरिक्त इनपुट एजेंसी)

Last Updated : Jul 23, 2023, 9:46 AM IST
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