मुंबई: यहां निगम के डी डिवीजन कार्यालय में बर्बाद हो चुके भोजन (Food waste) से बिजली पैदा की जाती है. इसी बिजली से एक इलेक्ट्रिक वाहन फास्ट चार्जिंग स्टेशन भी संचालित किया जा रहा है. इस तरह का यह भारत का पहला चार्जिंग स्टेशन है. जिसके लिए मुंबई को सम्मान भी मिला है. पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छ मुंबई, सुंदर मुंबई की थीम पर यह अन्य राज्यों के लिए भी अपनाने वाला मॉडल बन गया है.
इसकी शुरुआत करते हुए महाराष्ट्र के पर्यावरण राज्य मंत्री और मुंबई उपनगरीय जिला संरक्षक मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि हाईवे पर ऐसे चार्जिंग स्टेशन लगाने को प्राथमिकता दी जाएगी. यह न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देगा बल्कि जैविक कचरे का उचित प्रबंधन भी सुनिश्चित करेगा. मुंबई महानगर के पर्यावरण के संरक्षण और स्वच्छ और सुंदर मुंबई के लिए पहल की श्रृंखला शुरू करते हुए बीएमसी ने अभिनव पहल शुरू की है.
डी सेक्शन में केशवराव खड़े मार्ग पर खाद्य अपशिष्ट से बिजली उत्पन्न करने के लिए परियोजना के साथ इलेक्ट्रिक वाहन फास्ट चार्जिंग स्टेशन जोड़ा गया है. यह भारत का पहला ऐसा चार्जिंग स्टेशन है. सोमवार को आदित्य ठाकरे ने इसका उद्घाटन किया. यहां व्यर्थ भोजन से बिजली पैदा करने के लिए निगम ने बिजली संयंत्र स्थापित किया है. इस परियोजना की शुरुआत पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने सितंबर 2021 में की थी. तब से अब तक 1.5 लाख किलोग्राम से अधिक बेकार पड़े भोजन को बिजली पैदा करने के लिए संशोधित किया जा चुका है. परियोजना से उत्पन्न बिजली का उपयोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए किया जाएगा.
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