मुंबई: महाविकास अघाड़ी के अग्रदूत और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार की पुस्तक 'लोक मजे संगति' का दूसरा भाग जल्द ही जारी किया जाएगा. इस किताब में खुलासा किया गया है कि बीजेपी की योजना शिवसेना को खत्म करने की थी. इससे महाराष्ट्र में काफी राजनीतिक हलचल मची हुई है. 2014 के बाद पिछले पच्चीस वर्षों से सहयोगी रही शिवसेना और भाजपा के बीच दरार आ गई थी. 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अजित पवार के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.
भाजपा का मुकाबला करने के लिए, शिवसेना ने महाविकास गठबंधन का गठन किया, जिसमें पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से हाथ मिलाया, जो कट्टर विरोधी हैं. राज्य में महा विकास अघाड़ी सरकार आने के बाद बीजेपी और शिवसेना के बीच मतभेद बढ़ गए हैं. राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने अपनी पुस्तक लोक माजे संगति में महा विकास अघाड़ी, शिवसेना और भाजपा के जन्म पर टिप्पणी की है.
बीजेपी द्वारा चलाए गए ऑपरेशन लोटस पर हमला करते हुए, किताब में शिवसेना को खत्म करने और अपने दम पर सत्ता हासिल करने के बीजेपी के प्रयास का उल्लेख है. कट्टर हिंदुत्ववादी पार्टी होने के नाते बीजेपी को शिवसेना से दिक्कत हो रही थी. महाराष्ट्र में शिवसेना के पास बड़ी ताकत है. राज्य में निर्विवाद वर्चस्व तब तक हासिल नहीं किया जा सकता जब तक कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से इसका उन्मूलन नहीं किया जाता. इसके लिए बीजेपी ने दावा किया कि जब तक शिवसेना का सफाया नहीं हो जाता, तब तक वह अपने दम पर सत्ता में नहीं आएगी.
2014 के बाद नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद शिवसेना को नुकसान पहुंचाने की बार-बार कोशिशें हुईं. इसके अलावा, प्रधान मंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास शिवसेना के लिए कोई सहानुभूति नहीं बची थी. इसलिए बीजेपी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे से अपने दम पर बहुमत हासिल करने की गलती की. किताब में दावा किया गया है कि शिवसेना की नजर में गद्दार नारायण राणे ने उनका बीजेपी में विलय कर शिवसेना के जख्मों पर नमक छिड़का है.
राज्य के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को शिवसेना के 50 उम्मीदवारों के खिलाफ बागियों से कड़ी चुनौती मिली थी. अधिकांश बागियों को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का समर्थन प्रतीत होता है. लगातार शिवसेना नेताओं में इस बात को लेकर गुस्सा जताया जा रहा था कि बीजेपी अपने वजूद में आ गई है. लेकिन सत्ता में आने के बाद कोई प्रकोप नहीं हुआ.
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लेकिन यह बात सामने आई है कि पवार ने अपनी किताब में दावा किया है कि अंदरुनी आग सुलग रही थी. शरद पवार की किताब 'लोक माजे संगति' के दूसरे भाग का विमोचन मंगलवार 2 मई को सुबह 11 बजे होगा. चव्हाण सेंटर में शरद पवार के साथ वाईबी सह-लेखक, इस पुस्तक का विमोचन सुबह 11 बजे होगा. इसलिए इस पुस्तक के वितरण समारोह की ओर सबका ध्यान खींचा गया है.