मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे शनिवार शाम अयोध्या के लिए रवाना हुए जहां वह भगवान राम की पूजा-अर्चना करेंगे. शिंदे के साथ शिवसेना के नेता, सांसद और विधायक तथा सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भी हैं. जून, 2022 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पदभार संभालने तथा निर्वाचन आयोग द्वारा उनकी अगुवाई वाले धड़े को शिवसेना के तौर पर मान्यता देने तथा उसे ‘‘तीर और कमान’’ चुनाव चिह्न आवंटित करने के बाद शिंदे का अयोध्या का यह पहला दौरा होगा.
शिंदे रविवार दोपहर को लखनऊ से अयोध्या जाएंगे और निर्माणाधीन राम मंदिर में तथा शाम को सरयू नदी के किनारे ‘महा आरती’ में शामिल होंगे. उनका राम मंदिर के निर्माण कार्यों का जायजा लेने का भी कार्यक्रम है और रविवार दोपहर को वह अयोध्या में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे. वह रविवार रात को मुंबई लौटेंगे. मुंबई हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने अयोध्या दौरे की आलोचना का अपने काम के जरिए जवाब देंगे. उन्होंने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘यह अच्छी बात है कि हमारे काम के कारण जो लोग कभी अपने घरों से बाहर नहीं निकले, वे लोगों से मिलने जा रहे हैं.’’
शिंदे ने कहा, ‘‘अयोध्या हमारे लिए आस्था का विषय है. मैं राम मंदिर के निर्माण में तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं.’’ इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने शिंदे के अयोध्या दौरे को लेकर हो रहे ‘‘प्रचार’’ की आलोचना की. उन्होंने वहां उनके कार्यक्रम पर मीडिया में लगातार आ रही जानकारियों की भी निंदा की. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं जब भी कहीं प्रार्थना करता हूं तो ऐसा प्रचार नहीं करता. मुख्यमंत्री वहां आशीर्वाद लेने जा रहे हैं.’’ महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बेरोजगारी, अपराध और किसानों की समस्याओं से जुड़े कई जरूरी मुद्दे हैं जिन पर अधिक ध्यान दिए जाने की जरूरत है. शिवसेना के कार्यकर्ताओं को अयोध्या लेकर जा रही एक विशेष ट्रेन ‘जय श्री राम’ के नारों के बीच शुक्रवार शाम को ठाणे रेलवे स्टेशन से रवाना हुई.
(पीटीआई-भाषा)