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विधानसभा में भावुक हुए मुख्यमंत्री शिंदे, कहा- मेरे सामने मेरे बच्चे डूब गए

महाराष्ट्र में शिंदे सरकार ने विश्वास मत जीत लिया है. जीत के बाद विधानसभा में पहली बार बोलते हुए मुख्यमंत्री भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि एक वक्त था, जब मेरे दो बच्चे मेरे सामने गुजर गए और मुझे लग रहा था कि किसके लिए जीना है, लेकिन तब मेरे गुरु आनंद दिखे ने मुझे कहा कि तुम्हें दूसरों के आंसू पोंछने हैं. उन्होंने कहा कि बाला साहेब ठाकरे और दिघे के आशीर्वाद की वजह से आज शिवसेना और भाजपा की सरकार बनी है.

Ek nath Shinde, CM, Maharashtra
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र
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Published : Jul 4, 2022, 5:28 PM IST

Updated : Jul 4, 2022, 5:38 PM IST

मुंबई : मुख्यमंत्री बनने के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में अपने पहले भाषण के दौरान एकनाथ शिंदे भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी के लिए कभी भी अपने घर-परिवार की चिंता नहीं की. उन्होंने कहा, 'मैं अपने माता-पिता को समय नहीं दे सका. जब मैं आता था तो वह सोए रहते थे और जब उठता था तो वह काम पर चले जाते थे..यहां तक कि मैं अपने बेटे श्रीकांत को भी समय नहीं दे पाया.'

उन्होंने आगे कहा कि मेरे दो बच्चों की मृत्यु हो गई, वह भी मेरे सामने. कुछ देर के लिए सीएम की आंखों में आंसू आ गए. उसके बाद अपने को संभालते हुए शिंदे ने कहा कि मैं सोचता था कि किसके लिए जीना है, लेकिन तब मुझे मेरे गुरु आनंद दिघे ने समझाया और उन्होंने मुझे कहा कि तुम्हें अपने आंसू पोंछकर दूसरों के आंसुओं को पोंछना है.

भाषण के दौरान वह कई बार आक्रामक भी हुए. शिंदे ने कहा, 'बाला साहेब ठाकरे और आनंद दिघे के आशीर्वाद से आज शिवसेना-भाजपा की सरकार बनी है.' मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 15-20 दिनों में शिवसेना के 40 विधायक और 11 निर्दलीय विधायक हमारे साध थे. उन्होंने हिम्मत दिखाई. मुझ पर विश्वास किया. मैं उन सभी साथियों को धन्यवाद देता हूं.'

सदन को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, 'विधानपरिषद चुनाव के दिन जिस तरह का बर्ताव मेरे साथ किया गया, उसे हमारे साथ की विधायकों ने देखा. उनका यह व्यवहार मुझे अच्छा नहीं लगा. उसके बाद मेरे सहयोगियों के फोन आने लगे. उन्होंने मुझे कहा कि आप आगे बढ़ें, हम आपके साथ हैं. आप जो भी कदम उठाओगे, हम साथ रहेंगे. इसी दौरान मुझे सीएम उद्धव ठाकरे का फोन आया, उन्होंने मुझसे पूछा, कहां जा रहे हो. मैंने कहा पता नहीं, जब उन्होंने मुझसे पूछा कब आओगे, तो मैंने कहा, पता नहीं.'

शिंदे ने कहा कि यह तो तभी तय हो गया था कि अब जो भी होगा, देखा जाएगा, लेकिन सही कदम उठाना ही होगा. शिंदे ने कहा कि मेरे साथियों ने मुझसे कहा आप चिंता मत करो, आपको हम परेशानी में नहीं आने देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि मैं बतौर सीएम इस सदन में बोल रहा हूं. उन्होंने कहा कि अभी देवेंद्र फडणवीस ने मुझे बताया कि इस लाइव प्रोग्राम को 33 देशों में देखा जा रहा है. यह कोई छोटी घटना नहीं है. यह ऐतिहासिक है. मेरे साथी सत्ता और पद छोड़कर मेरे साथ गए. मेरे साथियों ने मुझ जैसे शिवसैनिक पर भरोसा किया, मैं तो बाला साहेब ठाकरे और दिघे साहब का सैनिक हूं.

ये भी पढ़ें : शिंदे सरकार को बहुमत मिलने पर बोले फडणवीस- हां, ये 'ED' की सरकार है

मुंबई : मुख्यमंत्री बनने के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में अपने पहले भाषण के दौरान एकनाथ शिंदे भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी के लिए कभी भी अपने घर-परिवार की चिंता नहीं की. उन्होंने कहा, 'मैं अपने माता-पिता को समय नहीं दे सका. जब मैं आता था तो वह सोए रहते थे और जब उठता था तो वह काम पर चले जाते थे..यहां तक कि मैं अपने बेटे श्रीकांत को भी समय नहीं दे पाया.'

उन्होंने आगे कहा कि मेरे दो बच्चों की मृत्यु हो गई, वह भी मेरे सामने. कुछ देर के लिए सीएम की आंखों में आंसू आ गए. उसके बाद अपने को संभालते हुए शिंदे ने कहा कि मैं सोचता था कि किसके लिए जीना है, लेकिन तब मुझे मेरे गुरु आनंद दिघे ने समझाया और उन्होंने मुझे कहा कि तुम्हें अपने आंसू पोंछकर दूसरों के आंसुओं को पोंछना है.

भाषण के दौरान वह कई बार आक्रामक भी हुए. शिंदे ने कहा, 'बाला साहेब ठाकरे और आनंद दिघे के आशीर्वाद से आज शिवसेना-भाजपा की सरकार बनी है.' मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 15-20 दिनों में शिवसेना के 40 विधायक और 11 निर्दलीय विधायक हमारे साध थे. उन्होंने हिम्मत दिखाई. मुझ पर विश्वास किया. मैं उन सभी साथियों को धन्यवाद देता हूं.'

सदन को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, 'विधानपरिषद चुनाव के दिन जिस तरह का बर्ताव मेरे साथ किया गया, उसे हमारे साथ की विधायकों ने देखा. उनका यह व्यवहार मुझे अच्छा नहीं लगा. उसके बाद मेरे सहयोगियों के फोन आने लगे. उन्होंने मुझे कहा कि आप आगे बढ़ें, हम आपके साथ हैं. आप जो भी कदम उठाओगे, हम साथ रहेंगे. इसी दौरान मुझे सीएम उद्धव ठाकरे का फोन आया, उन्होंने मुझसे पूछा, कहां जा रहे हो. मैंने कहा पता नहीं, जब उन्होंने मुझसे पूछा कब आओगे, तो मैंने कहा, पता नहीं.'

शिंदे ने कहा कि यह तो तभी तय हो गया था कि अब जो भी होगा, देखा जाएगा, लेकिन सही कदम उठाना ही होगा. शिंदे ने कहा कि मेरे साथियों ने मुझसे कहा आप चिंता मत करो, आपको हम परेशानी में नहीं आने देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि मैं बतौर सीएम इस सदन में बोल रहा हूं. उन्होंने कहा कि अभी देवेंद्र फडणवीस ने मुझे बताया कि इस लाइव प्रोग्राम को 33 देशों में देखा जा रहा है. यह कोई छोटी घटना नहीं है. यह ऐतिहासिक है. मेरे साथी सत्ता और पद छोड़कर मेरे साथ गए. मेरे साथियों ने मुझ जैसे शिवसैनिक पर भरोसा किया, मैं तो बाला साहेब ठाकरे और दिघे साहब का सैनिक हूं.

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Last Updated : Jul 4, 2022, 5:38 PM IST
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