उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में देश विदेश से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. मंदिर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ महिलाएं गर्भगृह में दर्शन करने जाने से पहले जींस और सलवार सूट पर साड़ी लपेटती हुई नजर आ रही हैं. मंदिर के नियमों को दरकिनार पुजारी श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह से दर्शन करा रहे हैं. इसका वीडियो सामने आने के बाद मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने कार्रवाई की बात कही है. वीडियो किसने बनाया है अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. (Mahakal temple Ujjain women saree wrapped on jeans video viral)
गर्भगृह से वीडियो वायरल: उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में दर्शन को लेकर अपने नियम और मान्यता हैं. मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के दर्शन बंद होने पर 1500 रुपये की रसीद लेकर बाबा महाकाल के गर्भगृह में दर्शन कराए जाते हैं. महाकाल मंदिर प्रबंधन समिति ने इसके लिए ड्रेस कोड अनिवार्य किया हुआ है. गर्भगृह दर्शन के समय महिलाओं को साड़ी और पुरुषों को धोती और सोला (टॉवल) पहनकर जाना होता है. (Mahakal temple Ujjain women saree wrapped on jeans)
गर्भगृह दर्शन के लिए अभी ये है नियम: पुजारियों द्वारा मंदिर के नियमों की अनदेखी कर मंदिर की परंपरा को तोड़ा जा रहा है. युवतियों की जींस और महिलाओं द्वारा पहने गए सलवार सूट पर ही साड़ी को लपेट कर गर्भगृह में प्रवेश करवा कर दर्शन करवाया जा रहा है.वायरल वीडियो के बारे में कहा जा रहा है कि इसमें किसी पंडित या पुरोहित ने अपने जजमान को साड़ी ऊपर से लपेट कर दर्शन करवाए हैं. कलेक्टर ने पूरे मामले में की जांच की बात कही है.
कलेक्टर ने कार्रवाई का दिया आदेश: महाकाल मंदिर में मंगलवार से शुक्रवार तक भीड़ कम होने की स्थिति में दोपहर एक बजे से चार बजे तक आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश मिलता है. इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड जरूरी नहीं है, लेकिन शनिवार, रविवार और सोमवार को भीड़ अधिक होने की वजह से गर्भगृह में 1500 रुपए की रसीद और ड्रेस कोड़ के मुताबिक ही श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलता है. इस दौरान महिला श्रद्धालु साड़ी और पुरुष धोती और सोला पहनकर मंदिर में प्रवेश कर सकते है. यही नियम छोटे बच्चों के लिए भी लागू होते हैं.
मंदिर की परंपरा और विधि विधान का सभी को पालन करना चाहिए. अगर किसी ने परंपरा को तोड़ा है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. अगर इस मामले में पुजारी पुरोहित की मिली भगत सामने आई तो उन पर भी कार्रवाई की जायेगी.
-आशीष सिंह, अध्यक्ष, महाकाल मंदिर समिति