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लुलु मॉल के गार्ड ने दी थी नमाज पढ़ने की सहमति, नहीं रची गई थी कोई साजिश

लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ने और हनुमान चालीसा का पाठ करने के मामले पर बवाल जारी है. मॉल में नमाज पढ़ने वाले 4 लोगों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. मॉल के अंदर नमाज पढ़ने पर हुए बवाल के पीछे रची गई साजिश की अटकलों पर आज विराम लग गया, रिपोर्ट पढ़िए...

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लुलु मॉल
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Published : Jul 19, 2022, 6:06 PM IST

लखनऊ : मॉल के अंदर नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने के बाद लगातार बवाल जारी है. इस मामले को हिंदूवादी संगठनों ने बड़ा मुद्दा बना लिया है. नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने के बाद कई हिंदूवादी संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई थी और प्रदर्शन भी किया था. इसके बाद मॉल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ करने का वीडियो भी वायरल हुआ था, तब यह मामला और तूल पकड़ने लगा. लुलु मॉल पर लगातार हो रहे बवाल के बीच प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ में भी राजनीति करने वालों के खिलाफ सख्त रुख कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. मंगलवार को पुलिस ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. कई हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया था कि मॉल के अंदर नमाज पढ़ने के पीछे बड़ी साजिश रची गई है.

एडीसीपी साउथ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने पूछताछ में बताया कि असर की नमाज का समय हो गया था. इसलिए मॉल में जगह ढूंढकर वह दूसरी मंजिल पर नमाज पढ़ने चले गए. सुरक्षा कर्मियों ने रोका, तो युवकों ने उनसे अनुरोध (Request) की थी. कई बार अनुरोध करने के बाद मॉल के गार्ड ने नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी. नमाज के बाद सभी लोग ऑटो से वापस चले गए. गिरफ्तार किए गए युवकों ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि नमाज को लेकर इतना बड़ा विवाद हो जाएगा.

ये है मामला
लखनऊ के लुलु मॉल का 11 जुलाई को सीएम योगी ने उद्घाटन किया था. इस मॉल के अंदर 13 जुलाई को कुछ लोगों द्वारा नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में अखिल भारतीय हिंदू महासभा संगठन सहित कई हिंदू संगठनों ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई थी. मॉल में नमाज अदा के मामले को हिंदू संगठनों ने बड़ा मुद्दा बना लिया. मामला बिगड़ता देख मॉल प्रशासन ने नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. इसके बाद लुलु मॉल में हनुमान चालीसा का पाठ करने का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में अभी तक बवाल जारी है.

बता दें कि इससे पहले भी हिंदू महासभा के लोगों ने लुलु मॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. हिंदू महासभा के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने शुक्रवार की शाम 6 बजे मॉल में सुंदरकांड का पाठ करने की घोषणा की थी. हालांकि उन्हें पुलिस ने घर पर ही नजरबंद कर दिया था, लेकिन बिना इजाजत मॉल में धार्मिक कार्य करने पहुंचे 3 हिंदू व 1 मुस्लिम व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.

सीएम योगी ने दिखाई है सख्ती
लुलु मॉल में नमाज पढ़ने व हनुमान चालीसा का पाठ करने के बवाल के बीच सीएम योगी ने सोमवार को सख्त रुख अख्तियार किया था. सीएम ने लखनऊ के जिलाधिकारी व पुलिस कमिश्नर को ऐसे लोगों से सख्ती से पेश आने के लिए कहा था जो मॉल को राजनीतिक अड्डा बनाना चाहते हैं. सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग मॉल को राजनीतिक अड्डा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि लुलु मॉल पर प्रदर्शन हो रहे हैं और बेमतलब की बयानबाजी हो रही है. इस मामले को लखनऊ प्रशासन गंभीरता से लें.

इसे पढ़ें- लखनऊ के लुलु मॉल का शुद्धिकरण करना चाहते थे महंत परमहंस दास, पुलिस ने बाहर से लौटाया

लखनऊ : मॉल के अंदर नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने के बाद लगातार बवाल जारी है. इस मामले को हिंदूवादी संगठनों ने बड़ा मुद्दा बना लिया है. नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने के बाद कई हिंदूवादी संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई थी और प्रदर्शन भी किया था. इसके बाद मॉल के अंदर हनुमान चालीसा का पाठ करने का वीडियो भी वायरल हुआ था, तब यह मामला और तूल पकड़ने लगा. लुलु मॉल पर लगातार हो रहे बवाल के बीच प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ में भी राजनीति करने वालों के खिलाफ सख्त रुख कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. मंगलवार को पुलिस ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. कई हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया था कि मॉल के अंदर नमाज पढ़ने के पीछे बड़ी साजिश रची गई है.

एडीसीपी साउथ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने पूछताछ में बताया कि असर की नमाज का समय हो गया था. इसलिए मॉल में जगह ढूंढकर वह दूसरी मंजिल पर नमाज पढ़ने चले गए. सुरक्षा कर्मियों ने रोका, तो युवकों ने उनसे अनुरोध (Request) की थी. कई बार अनुरोध करने के बाद मॉल के गार्ड ने नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी. नमाज के बाद सभी लोग ऑटो से वापस चले गए. गिरफ्तार किए गए युवकों ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि नमाज को लेकर इतना बड़ा विवाद हो जाएगा.

ये है मामला
लखनऊ के लुलु मॉल का 11 जुलाई को सीएम योगी ने उद्घाटन किया था. इस मॉल के अंदर 13 जुलाई को कुछ लोगों द्वारा नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में अखिल भारतीय हिंदू महासभा संगठन सहित कई हिंदू संगठनों ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई थी. मॉल में नमाज अदा के मामले को हिंदू संगठनों ने बड़ा मुद्दा बना लिया. मामला बिगड़ता देख मॉल प्रशासन ने नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. इसके बाद लुलु मॉल में हनुमान चालीसा का पाठ करने का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में अभी तक बवाल जारी है.

बता दें कि इससे पहले भी हिंदू महासभा के लोगों ने लुलु मॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. हिंदू महासभा के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने शुक्रवार की शाम 6 बजे मॉल में सुंदरकांड का पाठ करने की घोषणा की थी. हालांकि उन्हें पुलिस ने घर पर ही नजरबंद कर दिया था, लेकिन बिना इजाजत मॉल में धार्मिक कार्य करने पहुंचे 3 हिंदू व 1 मुस्लिम व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.

सीएम योगी ने दिखाई है सख्ती
लुलु मॉल में नमाज पढ़ने व हनुमान चालीसा का पाठ करने के बवाल के बीच सीएम योगी ने सोमवार को सख्त रुख अख्तियार किया था. सीएम ने लखनऊ के जिलाधिकारी व पुलिस कमिश्नर को ऐसे लोगों से सख्ती से पेश आने के लिए कहा था जो मॉल को राजनीतिक अड्डा बनाना चाहते हैं. सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग मॉल को राजनीतिक अड्डा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि लुलु मॉल पर प्रदर्शन हो रहे हैं और बेमतलब की बयानबाजी हो रही है. इस मामले को लखनऊ प्रशासन गंभीरता से लें.

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