भरतपुर. डीग निवासी मीरा की जेंडर चेंज करवाकर आरव बनने और फिर नेशनल प्लेयर से शादी करने की कहानी (Teacher Changes Gender to Marry Student) देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है. लड़की से लड़का बने आरव के जेंडर चेंज कराने के कदम के साथ ही सबसे बड़ा सवाल यह था कि एक पुरुष के रूप में खुशहाल जीवन कैसे जिया जाए. उसी दौरान आरव के जीवन में उसके एक फौजी दोस्त के माध्यम से खुशियों ने दस्तक दी.
आरव का फौजी दोस्त उसकी फाइनल सर्जरी के दौरान (Love Story of Aarav and Kalpana) प्रेम का संदेश लेकर आया और उसके बाद मानो आरव की खुशियों को पंख लग गए. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में आरव ने बताया कि कैसे उसके और कल्पना के बीच प्रेम का इजहार हुआ और बात शादी तक पहुंची. आरव और कल्पना की इस प्रेम कहानी में एक फौजी दोस्त कैसे मददगार बना ? यहां जानिए पूरी कहानी...
फौजी दोस्त बना प्रेम की कड़ी : 4 नवंबर को नेशनल खिलाड़ी कल्पना से शादी करने वाले आरव ने बताया कि कल्पना के परिवार के साथ उनके पारिवारिक संबंध थे. दोनों परिवार एक दूसरे को भली भांति जानते थे. सुख-दुख में एक दूसरे का साथ देते थे. पारिवारिक संबंधों की वजह से ही दिसंबर 2021 में कल्पना और आरव का फौजी दोस्त आशु जादव भी दिल्ली साथ गए थे.
आरव ने बताया कि उसकी फाइनल सर्जरी चल रही थी. उधर फौजी दोस्त आशु जादव साथ आई कल्पना से बातचीत कर रहा था. बातों ही बातों में आशु ने कल्पना से पूछ लिया कि तुम आरव का इतना खयाल क्यों रख रही हो. इस पर कल्पना ने आरव के प्रति प्रेम की बात फौजी आशु को बता दी. फौजी आशु ने पूछा कि यदि तुम आरव से प्रेम करती हो तो उससे शादी कर लोगी ? इस पर कल्पना ने शादी के लिए भी सहमति जता दी.
ऐसे पहुंची शादी तक बात : ऑपरेशन थिएटर से बाहर आने के बाद दोस्त आशु जादव ने आरव को कल्पना के मन की बात बताकर उसका मन टटोला. आरव ने भी कल्पना के प्रेम को स्वीकार कर अपने प्रेम का इजहार कर दिया. घर वापस लौटने पर फौजी दोस्त आशु, आरव के पिता से मिला. आरव के पिता के मन में आरव की शादी के विचार आते-जाते रहते थे. आशु जादव ने आरव के पिता बीरी सिंह कुंतल को कल्पना और आरव के बारे में बताया. पिता बीरी सिंह भी इस बात से खुश थे और दोनों की शादी के लिए रजामंद हो गए.
बाद में फौजी आशु और आरव के पिता बीरी सिंह ने कल्पना के माता-पिता से (Aarav Marriage with National Level Player) रिश्ते की बात की और वो भी पारिवारिक संबंधों को रिश्तेदारी में बदलने को तैयार हो गए. उसके बाद कल्पना और आरव की खुशियों को मानो पंख लग गए. दोनों परिवारों की सहमति से कल्पना और आरव का 4 नवंबर को धूमधाम से विवाह संपन्न हो गया. अब जल्द ही नवविवाहित जोड़ा हनीमून के लिए जाएगा.
प्री वेडिंग शूट में झलकी खुशी : आरव और कल्पना ने शादी से पहले प्री वेडिंग शूट भी कराया. इसकी पूरी शूटिंग (Story of Aarav and Kalpana Wedding) डीग के जलमहल और भरतपुर के ऐतिहासिक स्थलों पर कराई गई. प्री वेडिंग शूट में कल्पना और आरव के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है.
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माता-पिता बनने का सुख भी मिलेगा : जेंडर चेंज कराने के बाद सबसे बड़ा सवाल माता-पिता बनने का खड़ा होता है. मेडिकल साइंस के अनुसार जेंडर चेंज कराने के बाद आरव सामान्य रूप से वैवाहिक जीवन का सुख ले सकता है. आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. मंजू सिंह ने बताया कि आईवीएफ के माध्यम से दोनों को आसानी से माता-पिता बनने का सुख मिल सकेगा.
मीरा से आरव बनने की कहानी : डीग निवासी मीरा की शारीरिक बनावट भले ही लड़की जैसी थी लेकिन उसका मन हमेशा लड़कों की जिंदगी जीने की चाहत रखता था. मीरा का लालन-पालन भी लड़कों की तरह ही हुआ. बचपन से ही मीरा लड़कों के साथ खेलती, लड़कों जैसे कपड़े पहनती थी. आरव ने बताया कि बचपन से ही उसका मन लड़कों की तरह था. 12वीं कक्षा में आते-आते यह तय कर लिया था कि जिंदगी लड़के की तरह ही जिएंगी. एक बार जब एक मनोचिकित्सक से बात की तो पता चला कि ये एक तरह की बीमारी होती है, जिसे जेंडर डिस्फोरिया कहा जाता है. इसके बाद दिल्ली के एक हॉस्पिटल में 25 दिसंबर 2019 से 2022 तक जेंडर चेंज की सर्जरी चली.
2019 में सर्जरी शुरू की : आरव ने बताया कि दोस्तों से, इंटरनेट से यह जानकारी मिली (PT teacher Changed gender and married student) कि जेंडर चेंज कराया जा सकता है. इसके बाद वर्ष 2019 में मीरा ने माता-पिता को समझाया. परिजनों ने मीरा का पूरा साथ दिया और दिल्ली में जेंडर चेंज की सर्जरी शुरू करा दी. इसके बाद फरवरी 2022 में फाइनल सर्जरी के बाद मीरा पूरी तरह आरव बन गई. सर्जरी के दौरान कल्पना और उसके परिवार ने आरव का पूरा खयाल रखा.