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कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए जल्द जारी होगा लाइसेंस : स्वास्थ्य मंत्रालय - जल्द जारी किया जाएगा लाइसेंस

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि एनईजीवीएसी ने सिफारिश की है कि कोविड-19 टीकाकरण में एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए. साथ ही मंत्रालय ने वैक्सीन के इमरजेंसी उपयोग के लिए आवेदन करने वालों को जल्द ही लाइसेंस जारी करने की उम्मीद जताई है.

राजेश भूषण
राजेश भूषण
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Published : Dec 8, 2020, 8:07 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि औषधि क्षेत्र का नियामक कोविड-19 के तीन टीकों पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर रहा है और उनमें से सभी को या किसी को जल्द लाइसेंस दिए जाने की संभावना है. मंत्रालय ने कहा कि एनईजीवीएसी ने सिफारिश की है कि कोविड-19 टीकाकरण में एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 2.38 लाख एएनएम टीकाकरण में हिस्सा लेती हैं, कोविड-19 टीकाकरण के लिए 1.54 लाख एएनएम का इस्तेमाल होगा.

मीडिया को जानकारी देते राजेश भूषण

मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक कोविड-19 की 14.8 करोड़ से ज्यादा जांच हो चुकी है और संक्रमण दर भी घटकर 6.5 प्रतिशत हो गयी है. देश में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों में 54 प्रतिशत मरीज महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली के हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मध्य सितंबर के बाद से भारत में कोविड-19 के मामलों में गिरावट आ रही है, जबकि कई देशों में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सचिव राजेश भूषण ने बताया कि आज देश में सक्रिय मामले घटकर 4 लाख से कम हो गए है. यह कुल मामलों की संख्या के 4 फीसदी से कम है. उन्होंने बताया कि पॉजिटिविटी मामलों की दर में भी गिरावट आ रही है.

उन्होंने आगे कहा कि दुनिया भर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन मध्य सितंबर के बाद से भारत में नए मामलों में लगातार गिरावट आई है.

देश में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों में 54 प्रतिशत मरीज महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली के हैं.

एक बार जब हमें अपने वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिल जाएगी, तो हम बड़े पैमाने पर टीके का उत्पादन शुरू करेंगे. हमने सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है और वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक रूपरेखा तैयार की है और इसे कम से कम समय में प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाया जाएगा.

भूषण ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने इमरजेंसी यूज के लिए आवेदन किया है. पीएम ने सभी वैक्सीन निर्माताओं और वैज्ञानिकों से बातचीत की. भारत में नैदानिक परीक्षण चरण के 6 वैक्सीन उम्मीदवार हैं. इनमें से कुछ उम्मीदवारों को अगले कुछ हफ्तों में लाइसेंस मिल जाएगा.

यह भी पढ़ें- कोरोना टीका के उपयोग की मंजूरी संबंधी आवेदनों की कल समीक्षा करेगा सीडीएससीओ

मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण की तैयारी के संबंध में को-विन सॉफ्टवेयर पर अग्रिम मोर्चे के स्वास्थ्यकर्मियों के बारे में आंकड़ा अपलोड किया जा रहा है. स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मियों के लिए तीन करोड़ कोविड-19 टीके की पहली खेप को भंडारित करने के वास्ते मौजूदा शीत भंडारण की व्यवस्था पर्याप्त है.

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि औषधि क्षेत्र का नियामक कोविड-19 के तीन टीकों पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर रहा है और उनमें से सभी को या किसी को जल्द लाइसेंस दिए जाने की संभावना है. मंत्रालय ने कहा कि एनईजीवीएसी ने सिफारिश की है कि कोविड-19 टीकाकरण में एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 2.38 लाख एएनएम टीकाकरण में हिस्सा लेती हैं, कोविड-19 टीकाकरण के लिए 1.54 लाख एएनएम का इस्तेमाल होगा.

मीडिया को जानकारी देते राजेश भूषण

मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक कोविड-19 की 14.8 करोड़ से ज्यादा जांच हो चुकी है और संक्रमण दर भी घटकर 6.5 प्रतिशत हो गयी है. देश में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों में 54 प्रतिशत मरीज महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली के हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मध्य सितंबर के बाद से भारत में कोविड-19 के मामलों में गिरावट आ रही है, जबकि कई देशों में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सचिव राजेश भूषण ने बताया कि आज देश में सक्रिय मामले घटकर 4 लाख से कम हो गए है. यह कुल मामलों की संख्या के 4 फीसदी से कम है. उन्होंने बताया कि पॉजिटिविटी मामलों की दर में भी गिरावट आ रही है.

उन्होंने आगे कहा कि दुनिया भर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन मध्य सितंबर के बाद से भारत में नए मामलों में लगातार गिरावट आई है.

देश में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों में 54 प्रतिशत मरीज महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली के हैं.

एक बार जब हमें अपने वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिल जाएगी, तो हम बड़े पैमाने पर टीके का उत्पादन शुरू करेंगे. हमने सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है और वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक रूपरेखा तैयार की है और इसे कम से कम समय में प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाया जाएगा.

भूषण ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने इमरजेंसी यूज के लिए आवेदन किया है. पीएम ने सभी वैक्सीन निर्माताओं और वैज्ञानिकों से बातचीत की. भारत में नैदानिक परीक्षण चरण के 6 वैक्सीन उम्मीदवार हैं. इनमें से कुछ उम्मीदवारों को अगले कुछ हफ्तों में लाइसेंस मिल जाएगा.

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मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण की तैयारी के संबंध में को-विन सॉफ्टवेयर पर अग्रिम मोर्चे के स्वास्थ्यकर्मियों के बारे में आंकड़ा अपलोड किया जा रहा है. स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मियों के लिए तीन करोड़ कोविड-19 टीके की पहली खेप को भंडारित करने के वास्ते मौजूदा शीत भंडारण की व्यवस्था पर्याप्त है.

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