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Laxman Prasad Acharya : बनारस के लक्ष्मण आचार्य बने सिक्किम के नए राज्यपाल, जानिए राजनीतिक सफर के बारे में

बनारस के रहने वाले लक्ष्मण प्रसाद आचार्य काे बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. सिक्किम के राज्यपाल का कार्यकाल खत्म हाेने के बाद आचार्य काे वहां का नया राज्यपाल बनाया गया है.

Laxman Prasad Acharya
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Published : Feb 12, 2023, 1:22 PM IST

वाराणसी: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और एमएलसी रह चुके लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम का नया राज्यपाल बनाया गया है. जिले के रामनगर के रहने वाले लक्ष्मण प्रसाद आचार्य पर पार्टी ने हमेशा से ही भराेसा जताया है. संगठन के साथ ही संघ में उनकी गहरी पैठ के कारण उन्हें काफी मजबूत माना जाता रहा है.

साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी तैयारियों में और 2019 के चुनावों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका देखने को मिली थी. लगातार सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहने के कारण उन्हें पार्टी ने यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. वह सिक्किम के वर्तमान राज्यपाल गंगा प्रसाद का स्थान लेंगे. उनका कार्यकाल 7 फरवरी को ही समाप्त हो चुका है.

सबसे बड़ी बात यह है कि विधान परिषद सदस्य के रूप में लक्ष्मण प्रसाद आचार्य पर पार्टी 2 बार भरोसा जता चुकी है. संघ पृष्ठभूमि से जुड़े लक्ष्मणाचार्य मत्स्य विभाग निगम के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. लक्ष्मण प्रसाद काे प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री ने मंच पर स्थान दे चुके हैं. उनके साथ मुलाकात करते हुए भी दिखाई दिए हैं.

1977 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित होने वाले सरस्वती शिशु मंदिर में बतौर शिक्षक लक्ष्मणाचार्य सक्रिय रहे हैं. उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पूर्वांचल में गैर ओबीसी वोट बैंक के बीच भाजपा की मजबूत पकड़ बनाने में इन्होंने काफी काम किया है. लक्ष्मण आचार्य आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र क्षेत्र के मूल रूप से रहने वाले हैं. वाराणसी में इनका परिवार रामनगर में रहता है.

यह भी पढ़ें : टेंट सिटी का दूसरा हिस्सा हुआ तैयार, जानिए कैसे मिलेगा डिस्काउंट और कैसे होगी बुकिंग

वाराणसी: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और एमएलसी रह चुके लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम का नया राज्यपाल बनाया गया है. जिले के रामनगर के रहने वाले लक्ष्मण प्रसाद आचार्य पर पार्टी ने हमेशा से ही भराेसा जताया है. संगठन के साथ ही संघ में उनकी गहरी पैठ के कारण उन्हें काफी मजबूत माना जाता रहा है.

साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी तैयारियों में और 2019 के चुनावों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका देखने को मिली थी. लगातार सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहने के कारण उन्हें पार्टी ने यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. वह सिक्किम के वर्तमान राज्यपाल गंगा प्रसाद का स्थान लेंगे. उनका कार्यकाल 7 फरवरी को ही समाप्त हो चुका है.

सबसे बड़ी बात यह है कि विधान परिषद सदस्य के रूप में लक्ष्मण प्रसाद आचार्य पर पार्टी 2 बार भरोसा जता चुकी है. संघ पृष्ठभूमि से जुड़े लक्ष्मणाचार्य मत्स्य विभाग निगम के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. लक्ष्मण प्रसाद काे प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री ने मंच पर स्थान दे चुके हैं. उनके साथ मुलाकात करते हुए भी दिखाई दिए हैं.

1977 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित होने वाले सरस्वती शिशु मंदिर में बतौर शिक्षक लक्ष्मणाचार्य सक्रिय रहे हैं. उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पूर्वांचल में गैर ओबीसी वोट बैंक के बीच भाजपा की मजबूत पकड़ बनाने में इन्होंने काफी काम किया है. लक्ष्मण आचार्य आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र क्षेत्र के मूल रूप से रहने वाले हैं. वाराणसी में इनका परिवार रामनगर में रहता है.

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