लखनऊ : लखनऊ में अवैध निर्माणों वाली एक बड़ी गली है. व्यापारियों के लिए यह गली इतनी महत्वपूर्ण है कि यहां जमीन की कीमत रुपयों से नहीं सोने के बिस्किट से तय होती है. गोल दरवाजा सर्राफा मार्केट का यह हाल है. यहां का प्रत्येक निर्माण अवैध है. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं होती. अग्निशमन से लेकर कोई मानक पूरा नहीं होता, मगर सोने-चांदी के बड़े कारोबार के चलते संकरी गली में लखनऊ की सबसे महंगी जमीन बिक रही है. महंगाई का आलम यह है कि रुपयों से अब कारोबार ही नहीं होता. यह जमीन की कीमत सोने के बिस्किट के आधार पर तय हो रही है.
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अभी इस इलाके की बदनामी अवैध निर्माण को लेकर भी है. जिसकी वजह से पूरे बाजार की सूरत बिगड़ रही है. 80 फ़ीसदी निर्माण अवैध हो चुके हैं. जहां गोमती नगर में जमीन की बाजारी कीमत छह सात हजार रुपये स्क्वायर फीट की दर से हैं. इस बाजार में 15 हजार स्क्वायर फीट की दर से दुकानें बेची जा रही हैं. मजे की बात यह है कि जमीन तो है नहीं. यहां बनने वाले अवैध कॉन्प्लेक्स में दुकानों की कीमत इस दर पर है.
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व्यापारियों ने बताया कि अब यहां पर सौदा पैसों में तय नहीं होता. उदाहरण के तौर पर अगर कोई दुकान 100 स्क्वायर फीट की है तो उसकी कीमत तीन या चार सोने के बिस्किट में तय होती है. यह सबसे कम दाम है. यहां बाजार इतना अधिक व्यावसायिक है कि इससे भी कहीं ज्यादा कीमत पर छोटी-छोटी दुकानों की बिक्री हो रही है. इसी वजह से इस इलाके में मंजिल दर मंजिल अवैध निर्माण बढ़ता जा रहा है.
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लखनऊ विकास प्राधिकरण के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस बाजार में लगभग सात आठ सौ दुकानें हैं. जिनको तोड़ तोड़ कर अब कांप्लेक्स बनाए जा रहे हैं. बेसमेंट के अलावा दो से तीन मंजिल ऊपर तक अवैध निर्माण करके बाजार की सूरत बिगाड़ी जा रही है.
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