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Manipur Violence : कुकी समूहों ने मणिपुर में एनएच-दो पर दो महीने से जारी नाकेबंदी हटाने का फैसला किया

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Published : Jul 2, 2023, 9:46 PM IST

मणिपुर के दो उग्रवादी संगठनों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-दो पर कांगपोकपी जिले में दो महीने से जारी अपनी नाकेबंदी को हटा लिया है. बता दें कि मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

Manipur Violence
मणिपुर हिंसा

गुवाहाटी : मणिपुर के दो उग्रवादी संगठनों ने रविवार को कहा कि उन्होंने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग-दो पर कांगपोकपी जिले में दो महीने से जारी नाकेबंदी हटा ली है. यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) और कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (केएनओ) ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 'शांति और सद्भाव बहाल करने का आह्वान किए जाने के बाद तत्काल प्रभाव से नाकेबंदी हटा ली गई है.'

हालांकि, कुकी नागरिक समाज समूह 'कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी' (सीओटीयू) ने अभी तक आधिकारिक तौर पर आंदोलन वापस नहीं लिया है. सीओटीयू ने ही दो महीने पहले राष्ट्रीय राजमार्ग-2 को अवरुद्ध करने की घोषणा की थी. मणिपुर में दो राष्ट्रीय राजमार्ग हैं -एनएच-2 (इम्फाल-दीमापुर) और एनएच-37 (इम्फाल-जिरीबाम). तीन मई को मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद से एनएच-2 को कुकी संगठनों ने अवरुद्ध कर दिया था और मई के अंत में शाह की यात्रा के बाद इसे अस्थायी रूप से खोल दिया गया था.

घटनाक्रम से जुड़े करीबी सूत्रों ने बताया कि नाकेबंदी हटाने का निर्णय असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के साथ यूपीएफ, केएनओ और अन्य कुकी समूहों की हाल में गुवाहाटी में हुई बैठक के बाद लिया गया है. संयुक्त बयान में कहा गया, 'यह निर्णय नागरिक समाज संगठनों, ग्राम प्रधानों और महिला नेताओं के साथ कई मौकों पर व्यापक विचार-विमर्श के बाद लिया गया.' मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

वहीं हिंसा प्रभावित मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत लागू पाबंदियों में रविवार को ढील दी गयी. अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट एन जॉनसन मीतेई द्वारा शनिवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार, राज्य में झड़पें शुरू होने के बाद तीन मई को लोगों की आवाजाही पर पाबंदियां लगायी गयी थी.

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(पीटीआई-भाषा)

गुवाहाटी : मणिपुर के दो उग्रवादी संगठनों ने रविवार को कहा कि उन्होंने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग-दो पर कांगपोकपी जिले में दो महीने से जारी नाकेबंदी हटा ली है. यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) और कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (केएनओ) ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 'शांति और सद्भाव बहाल करने का आह्वान किए जाने के बाद तत्काल प्रभाव से नाकेबंदी हटा ली गई है.'

हालांकि, कुकी नागरिक समाज समूह 'कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी' (सीओटीयू) ने अभी तक आधिकारिक तौर पर आंदोलन वापस नहीं लिया है. सीओटीयू ने ही दो महीने पहले राष्ट्रीय राजमार्ग-2 को अवरुद्ध करने की घोषणा की थी. मणिपुर में दो राष्ट्रीय राजमार्ग हैं -एनएच-2 (इम्फाल-दीमापुर) और एनएच-37 (इम्फाल-जिरीबाम). तीन मई को मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद से एनएच-2 को कुकी संगठनों ने अवरुद्ध कर दिया था और मई के अंत में शाह की यात्रा के बाद इसे अस्थायी रूप से खोल दिया गया था.

घटनाक्रम से जुड़े करीबी सूत्रों ने बताया कि नाकेबंदी हटाने का निर्णय असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के साथ यूपीएफ, केएनओ और अन्य कुकी समूहों की हाल में गुवाहाटी में हुई बैठक के बाद लिया गया है. संयुक्त बयान में कहा गया, 'यह निर्णय नागरिक समाज संगठनों, ग्राम प्रधानों और महिला नेताओं के साथ कई मौकों पर व्यापक विचार-विमर्श के बाद लिया गया.' मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

वहीं हिंसा प्रभावित मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत लागू पाबंदियों में रविवार को ढील दी गयी. अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट एन जॉनसन मीतेई द्वारा शनिवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार, राज्य में झड़पें शुरू होने के बाद तीन मई को लोगों की आवाजाही पर पाबंदियां लगायी गयी थी.

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(पीटीआई-भाषा)

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