कोरबा: कोरबा की कुसमुंडा पुलिस ने डबल मर्डर की मिस्ट्री को सुलझा लिया (double murder in korba Kusmunda) है. शुक्रवार को सुबह 11 से 12 बजे के बीच कुसमुंडा की एसईसीएल कॉलोनी में एक महिला और उसकी बेटी की खून से सनी लाश मिली थी. पहली नजर में यह केस हत्या का नजर आ रहा (Kusmunda double murder accused arrested) था. पुलिस ने तुरंत इस केस में जांच शुरू कर दी तो एक के बाद एक परत खुलती चली गई. पुलिस ने बताया कि 19 साल के कोल्ड ब्लडेड किलर अमन ने अपनी ही मां और बहन को मौत के घाट उतार (korba crime news) दिया है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर रिमांड में भी ले (Accused Aman murdered mother and sister) लिया है.
50 से ज्यादा बार चाकू से गोदकर की हत्या: आरोपी ने अपनी ही मां और बड़ी बहन को 50 से 60 बार चाकू से वार कर मौत के घाट उतार दिया. अमन के नशे का आदी होने की जानकारी भी मिली है.हत्या के बाद आरोपी अमन खुद भी खून से सन गया था. उसने पहले तो चाकू छत पर छुपाया फिर अपनी गाड़ी में लगे खून के धब्बों को भी धोया. इसके बाद दृश्यम फ़िल्म की तरह क्राइम सीन को रीक्रिएट करने की कोशिश भी की और कई स्थानों पर घूम कर वापस आया. फिर जांच में पुलिस का सहयोग करने लगा. लेकिन उसकी यह होशियारी काम नहीं आई. पुलिस के खोजी कुत्ते स्नाइपर डॉग बाघा ने उस पर संदेह व्यक्त किया और फिर यहीं से पूरा राज खुल गया.
हत्या की इस वारदात से पूरे इलाके में फैली सनसनी : एसईसीएल कर्मी आरके दास कुसमुंडा के आदर्श नगर में डीएमक्यू 63 में अपनी 43 वर्षीय पत्नी लक्ष्मी दास, 23 साल की बेटी आंचल और 19 साल के बेटे अमन के साथ रहते थे. रोज की तरह वह सुबह लगभग 6 बजे ही ड्यूटी पर निकल गए थे. इसी बीच उनकी पत्नी और बेटी की हत्या हो गई. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 19 साल के अमन ने ही अपनी मां और बहन को मौत के घाट उतारा है. हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू को पुलिस ने घर के छत से बरामद कर लिया है. अमन महज 19 साल है. पुलिस ने कत्ल के आरोप में अमन को गिरफ्तार कर लिया है. इस डबल मर्डर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. दिनदहाड़े हत्या की इस वारदात ने कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
नशे में चूर था आरोपी अमन: 19 साल के अमन के विषय में जानकारी मिली है कि वह नशे का आदी है. न सिर्फ शराब बल्कि इंजेक्शन के जरिये अन्य तरह के नशे में वह चूर रहता था. इसी बात को लेकर शुक्रवार को भी मां और बहन ने उसे डांटा था. कहासुनी होने पर अमन ने इसी बात पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर मां और बहन दोनों को ही जान से मार दिया. हत्या कितनी निर्ममता से की गई है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मृतिका अमन की मां के शरीर पर लगभग 40 स्थानों पर चाकू से वार के घाव हैं. बहन को भी इसी निर्ममता से अमन ने मार डाला है.
दृश्यम फिल्म की तरह क्राइम सीन को आरोपी ने किया तैयार: हत्या की इस जघन्य घटना को अंजाम देने के बाद अमन कई स्थानों पर घूमने गया. उसने परिचितों को फोन लगाया. लोगों को यह याद दिलाया कि वह कितने समय उनसे मिलने आया था.अलग-अलग लोगों से मिलते हुए वापस घर लौटा. तब तक पुलिस उसके घर पहुंच चुके थी. अमन ने पुलिस को बताया कि मैं घर पर नहीं था. अभी लौटा हूं और पिता के पास बैठ कर रोने की एक्टिंग करने लगा. अमन जांच में पुलिस का सहयोग कर रहा था।
खोजी कुत्ते यानि स्पाइ डॉग ने आरोपी को पकड़ा: पुलिस मौके पर मौजूद सभी लोगों से अपने तरीके से पूछताछ कर रही थी. इसी बीच स्पाई डॉग बाघा को भी काम पर लगाया गया था. डेड बॉडी और खून की गंध लेकर बाघा अलग-अलग लोगों को सूंघ रहा था. लेकिन वह अमन की बाइक पर जाकर रुका और उसे नोचने लगा. पुलिस का शक तब और गहरा गया जब सभी लोगों के साथ सामान्य तरह से पेश आने के बाद अमन को देखते ही बाघा उत्तेजित हो गया. पुलिस को यहीं से क्लू मिला. लेकिन अमन पुलिस को अब भी गुमराह कर रहा था. पुलिस अमन के बताए सभी स्थानों पर गई लेकिन जो सीन क्रिएट करने की कोशिश अमन ने की थी. वहां, वह मार खा गया, चूंकि घटना का दिन और समय आज ही का था. जिससे कुछ भी स्थापित नहीं हो सका, अमन ने कॉलेज जाने की बात भी कही, लेकिन कॉलेज में पता करने पर कलई खुल गई. कॉलेज प्रबंधन ने कहा कि अमन आज कॉलेज आया ही नहीं है. यहां पुलिस का शक और भी गहरा हुआ.
कभी हंसता तो कभी रोता : पुलिस की माने तो अमन लगातार अलग-अलग तरह से पुलिस को गुमराह कर रहा था. वह कभी हंसता तो कभी रोता और कभी कहता कि मुझे याद नहीं मैंने क्या किया है. हालांकि बाद में उसने कबूल किया और कहा कि "मुझे याद आ रहा है मैंने ही अपनी मां और बहन को मार डाला है. मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था, मैंने अपनी मां से सिर्फ इतना कहा कि अब तुम्हें जाना होगा".
पूरा परिवार हो गया समाप्त : घटना को देखने, सुनने वालों के साथ ही पुलिस भी सकते में है. आरोपी पुलिस की पकड़ में है. तो उधर एसईसीएल कर्मी आरके दास अब बिल्कुल अकेले हैं. उनकी पत्नी और बेटी को उनके ही बेटे अमन ने जान से मार दिया और अब ववो पुलिस के कब्जे में है. इस घटना के बाद आरके दास बिल्कुल अकेले हो गए हैं. उनका परिवार पूरी तरह से समाप्त हो चुका है.