कोलकाता: हाल ही में एक थिएटर अभिनेता की ब्रेन डेथ के बाद उसके पांच अंग दान कर दिए गए. अंग प्राप्तकर्ताओं में से एक त्रिपुरा का निवासी है जिसे दिल मिला है. यह पहली बार है जब त्रिपुरा के रहने वाले ने हृदय प्रत्यारोपण के बाद अपना जीवन वापस पा लिया. कोलकाता के एक निजी अस्पताल में उनकी सर्जरी हुई.
त्रिपुरा के सिपाहीजला इलाके के बराला के रहने वाले रंजीत रॉय लंबे समय से दिल की बीमारी से पीड़ित थे. वह पेशे से दुकानदार हैं. उनकी उम्र 44 साल है. एक बार डॉक्टर कुणाल सरकार त्रिपुरा के एक कैंप में गए और सबसे पहले उन्हें देखा. तभी उन्होंने उपचार प्रक्रिया का सुझाव दिया. हालांकि, त्रिपुरा में अभी तक इस स्तर का इलाज शुरू नहीं हुआ है.
नतीजतन, सज्जन दुर्गा पूजा से पहले इलाज के लिए इधर-उधर भागते रहे और आखिरकार डॉक्टर कुणाल सरकार के पास पहुंचे. पता चला कि वह डायलेटिड कार्डियोमायोपैथी से पीड़ित थे. इससे उनका रोजाना का आना-जाना मुश्किल हो रहा था. तब डॉक्टर ने उन्हें हार्ट ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी थी. लेकिन हार्ट ट्रांसप्लांट की सिफारिश होने के बावजूद उस वक्त डोनर मिलना नामुमकिन था.
लेकिन 30 तारीख को नाटककार की ब्रेन डेथ के बाद उसके परिवार ने उनके अंग दान कर दिए. दान किए गए अंगों में लिवर, फेफड़े, किडनी, कॉर्निया और हार्ट शामिल थे. अलग-अलग अंगों को अलग-अलग अस्पतालों में ट्रांसफर किया गया लेकिन निजी अस्पताल ने दिल रखा.
उधर, अस्पताल ने उस रात रंजीत रॉय के घर फोन किया. उस वक्त उन्होंने किसी तरह पैसे जमा किए और रात के 2 बजे हवाई जहाज का टिकट बुक कराया. लेकिन दुर्भाग्य से अत्यधिक कोहरे के कारण उड़ान रद्द कर दी गई. अंतत: सज्जन दोपहर एक बजे कोलकाता में उतरे. उस दिन उनका हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ. वह अब पूरी तरह स्वस्थ हैं.
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रोगी रंजीत रॉय ने ईटीवी भारत को बताया कि अब वह पूरी तरह से ठीक हैं. किसी तरह की तकलीफ नहीं है. उनकी सर्जरी का नेतृत्व डॉ. कुणाल सरकार ने ईटीवी भारत से कहा कि अगर पश्चिम बंगाल के बाहर किसी को कोई ज़रूरत है, तो हम मदद करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हम इस सर्जरी में सफल रहे.