कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बागुईहाटी इलाके से लापता 17 वर्षीय किशोरों की कथित हत्या (kolkata double murder case) की जांच बुधवार को सरकार ने राज्य के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दी. मंत्री ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दोनों किशोरों के शव लापता होने के करीब एक पखवाड़े बाद मुर्दाघर में मिले थे. शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से कहा है कि वह सुनिश्चित करें कि घटना में संलिप्त सभी लोगों को कड़ी सजा मिले. इसके साथ ही बागुईहाटी के थाना प्रभारी को भी ड्यूटी से हटाने का निर्देश (Mamata orders Baguiati IS suspension) दिया.
कोलकाता के महापौर की भी जिम्मेदारी संभाल रहे हकीम ने कहा कि बिधाननगर पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत बागुईहाटी के थाना प्रभारी को भी ड्यूटी से हटा दिया गया है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "दो लड़कों की मौत की जांच सीआईडी को सौंप दी गई है. थाना प्रभारी को ड्यूटी से हटा दिया गया है." बिधाननगर पुलिस आयुक्तालय के मुताबिक दोनों लड़कों अतनु डे और अभिषेक नस्कर की एक पड़ोसी ने अपने साथियों के साथ मिलकर कथित तौर पर हत्या कर दी.
पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया था कि मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि मुख्य आरोपी सत्येंद्र चौधरी और उसका साथी लापता है. मृतक लड़कों में से एक के पिता ने कहा कि वह कथित हत्या के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो से कराना चाहते हैं. उन्होंने कहा, "मैं मौत की सीबीआई जांच चाहता हूं क्योंकि मुझे स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर विश्वास नहीं है."
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला इकाई और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं ने बुधवार सुबह अलग-अलग बागुईहाटी पुलिस थाने के समक्ष पुलिस की मामले में कथित निष्क्रियता के खिलाफ प्रदर्शन किया. गौरतलब है कि दोनों लड़के बागुईहाटी इलाके से दो सप्ताह से लापता थे और उनके शव उत्तरी 24 परगना जिले के बसीरहाट पुलिस जिला मुर्दाघर में लावारिश हालत में पड़े थे. दोनों शवों की मंगलवार को पहचान हुई.