अहमदाबाद : किशन भरवाड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार मौलाना कमरगनी उस्मानी की पुलिस रिमांड बढ़ा दी गयी है. वहीं, इस मामले में गिरफ्तार एक अन्य आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों आरोपियों की रिमांड पूरी होने पर उन्हें आज अदालत में पेश किया गया गया. अदालत में मामले की सुनवाई के बाद कमरगनी उस्मानी की पुलिस रिमांड बढ़ा दी. वहीं, अजीम समाना को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. बचाव पक्ष के वकील निसार वैद्य ने कहा कि पूछताछ पूरी होने के बाद आरोपी अजीत समाना को रिमांड पर नहीं लिया गया और उसे ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया है. एक अन्य आरोपी कमरगनी उस्मानी को एटीएस ने 14 दिन की रिमांड की मांगी थी.
गौरतलब है कि 25 जनवरी को शब्बीर चोपड़ा और इम्तियाज पठान ने किशन भारवाड़ की गोली मारकर हत्या कर दी थी. 20 दिन पहले किशन भारवाड़ ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला पोस्ट किया था. इसको लेकर किशन के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई थी. दोनों आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि शब्बीर कट्टरपंथी विचारधारा का है. एक साल पहले वह दिल्ली के मौलाना कमर गनी उस्मानी के संपर्क में आया था जो इंस्टाग्राम के जरिए एक इस्लामिक संगठन से जुड़ा था. शब्बीर मौलाना से मिलने मुंबई भी गया था. उन्होंने तब कहा था कि वह इस्लाम के खिलाफ किसी भी टिप्पणी का विरोध करेंगे.
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शब्बीर दिल्ली के मौलाना के जरिए जमालपुर के मौलाना मोहम्मद अय्यूब जावरावाला के संपर्क में आया था. चार महीने पहले जब दिल्ली के मौलाना शाह आलम आए तो मौलाना अय्यूब और शब्बीर भी मौजूद थे. खुलासा हुआ है कि मौलाना अय्यूब इस्लाम विरोधी बयान देने वालों के खिलाफ काम कर रहे हैं. शब्बीर की भी कट्टरपंथी मानसिकता है. इसलिए घटना से पांच दिन पहले शब्बीर जमालपुर के मौलाना अय्यूब से मिलने गया और किशन को मारने की बात कही. इस दौरान शब्बीर को मौलाना ने पिस्टल और पांच कारतूस दिए. इसके बाद शब्बीर और इम्तियाज ने लगातार चार दिन किशन की रेकी की और फिर उसे मार डाला.