भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी मुक्ति अभियान चलेगा.
लूटने के लिए तीन कानून बनाए हैं, कानून में एमएसपी गायब है : टिकैत
हरिपुर टोहाना में आज किसान महापंचायत हो रही है. इस दौरान कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता शिरकत करेंगे. वहीं, महापंचायत के चलते शहर में पुलिस बल भी तैनात किया गया है.
20:16 April 07
हिमाचल में चलेगा मुक्ति अभियान : टिकैत
18:29 April 07
सहारनपुर में टिकैत बोले, एमएसपी कानून बनने तक बॉर्डर पर डटे रहेंगे किसान
सहारनपुर : एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक एमएसपी पर कानून नहीं बनता और तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में किसान पीछे नहीं हटेंगे. राजस्थान में अपने ऊपर हुए हमले को लेकर उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि आज देश में अघोषित कर्फ्यू की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि चाहे लॉकडाउन लग जाए लेकिन किसान आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून वापस होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
टिकैत ने कहा कि देश में आपातकाल या अन्य आपदा भी आ जाए तब भी किसान पीछे हटने वाले नहीं है. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून वापस होने और एमएसपी कानून बनने तक किसान बॉर्डर पर ही डटे रहेंगे. इसलिए सरकार किसी भी गलतफहमी में न रहे.
16:57 April 07
मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा किसानों का आंदोलन : टिकैत
यमुनानगर: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत बुधवार को यमुनानगर के कलानौर स्थित महाराज रिसॉर्ट पहुंचे. टिकैत के पहुंचने पर किसानों ने उनका जोरदार स्वागत किया. किसानों से मुलाकात करने के बाद राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.
टिकैत ने कहा कि अभी तो सिर्फ नए कृषि कानूनों के विरोध में सरकार के साथ लड़ाई चल रही है, लेकिन सरकार सीड (बीज) और दूध के लिए भी नए कानून लाने जा रही है जो किसानों के लिए बेहद खतरनाक हैं. उन्होंने कहा कि ये सरकार किसानों का नाश करने में लगी हुई है लेकिन देश का अन्नदाता ऐसा नहीं होने देगा.
टिकैत ने कहा कि जैसे पूरे प्रदेश में सीएम खट्टर के हालात कर दिए हैं, उन्हें कहीं भी कार्यक्रम नहीं करने दिए जा रहे हैं, वैसे ही हालात पूरी बीजेपी पार्टी के होंगे अगर उन्होंने कृषि कानून रद्द नहीं किए तो. उन्होंने कहा कि बीजेपी कई बार किसानों का आंदोलन तोड़ने के लिए षड्यंत्र रच चुकी है लेकिन वो अपने हालात देख चुके हैं.
उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती. बता दें कि यमुनानगर में किसानों को संबोधित करने के बाद राकेश टिकैत हिमाचल के पोंटा साहिब के लिए रवाना हो गए हैं.
14:57 April 07
पांवटा साहिब में किसान महापंचायत
पांवटा साहिब : जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में महापंचायत के दौरान राकेश टिकैत ने तंज कसते कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों को लूटने के लिए तीन कानून बनाए हैं, कानून में एमएसपी गायब है. अनाज पर बड़ी-बड़ी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए कानून बनाए जा रहे हैं.
राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार और बड़ी-बड़ी कंपनियां व्यापार कर किसानों को लूटने की तैयारी में हैं और गरीब की रोटी को तिजोरी में बंद किया जाएगा, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सेब का व्यापार धीरे-धीरे अडानी के हाथ में चला गया है. यहां की मंडियां खत्म कर दी गई हैं और आज व्यापारिक सिस्टम खत्म होने की कगार पर है.
राकेश टिकैत ने कहा कि देश में कोई सरकार नहीं है, बल्कि देश में लुटेरे बैठे हैं. देश की शान और अस्मत को बचाने के लिए सरकार के खिलाफ लड़ाई जरूरी है. राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ये समझ लो कि ये शाहीन बाग का आंदोलन नहीं है, जो कोरोना के आने से खत्म हो जाएगा या पश्चिम बंगाल का चुनाव निपटते ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा. कोरोना क्या उसके रिश्तेदार भी साथ में आ जाएं तब भी किसान आंदोलन खत्म नहीं होगा.
'किसानों को ट्रांसपोर्ट सब्सिडी दी जाए'
टिकैत ने हिमाचल सरकार को भी सीधे शब्दों में कहा कि किसानों को ट्रांसपोर्ट सब्सिडी दी जाए, जंगली जानवरों का इलाज नहीं कर सकते तो नुकसान का मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली में चल रहे आंदोलन की स्थानीय कमेटियां को पहाड़ों में जाकर किसानों की समस्याओं का निवारण करेंगी.
पूरे पांवटा शहर को 20 सेक्टरों में विभाजित किया गया था
बता दें कि पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना में आज यानि बुधवार को किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था. जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत समेत कई राष्ट्रीय किसान नेता पहुंचे थे. वहीं, पंडाल में बैठे किसानों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ राकेश टिकैत का स्वागत किया. पूरे पांवटा शहर को 20 सेक्टरों में विभाजित किया गया था और सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे.
20:16 April 07
हिमाचल में चलेगा मुक्ति अभियान : टिकैत
भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी मुक्ति अभियान चलेगा.
18:29 April 07
सहारनपुर में टिकैत बोले, एमएसपी कानून बनने तक बॉर्डर पर डटे रहेंगे किसान
सहारनपुर : एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक एमएसपी पर कानून नहीं बनता और तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में किसान पीछे नहीं हटेंगे. राजस्थान में अपने ऊपर हुए हमले को लेकर उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि आज देश में अघोषित कर्फ्यू की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि चाहे लॉकडाउन लग जाए लेकिन किसान आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून वापस होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
टिकैत ने कहा कि देश में आपातकाल या अन्य आपदा भी आ जाए तब भी किसान पीछे हटने वाले नहीं है. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून वापस होने और एमएसपी कानून बनने तक किसान बॉर्डर पर ही डटे रहेंगे. इसलिए सरकार किसी भी गलतफहमी में न रहे.
16:57 April 07
मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा किसानों का आंदोलन : टिकैत
यमुनानगर: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत बुधवार को यमुनानगर के कलानौर स्थित महाराज रिसॉर्ट पहुंचे. टिकैत के पहुंचने पर किसानों ने उनका जोरदार स्वागत किया. किसानों से मुलाकात करने के बाद राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.
टिकैत ने कहा कि अभी तो सिर्फ नए कृषि कानूनों के विरोध में सरकार के साथ लड़ाई चल रही है, लेकिन सरकार सीड (बीज) और दूध के लिए भी नए कानून लाने जा रही है जो किसानों के लिए बेहद खतरनाक हैं. उन्होंने कहा कि ये सरकार किसानों का नाश करने में लगी हुई है लेकिन देश का अन्नदाता ऐसा नहीं होने देगा.
टिकैत ने कहा कि जैसे पूरे प्रदेश में सीएम खट्टर के हालात कर दिए हैं, उन्हें कहीं भी कार्यक्रम नहीं करने दिए जा रहे हैं, वैसे ही हालात पूरी बीजेपी पार्टी के होंगे अगर उन्होंने कृषि कानून रद्द नहीं किए तो. उन्होंने कहा कि बीजेपी कई बार किसानों का आंदोलन तोड़ने के लिए षड्यंत्र रच चुकी है लेकिन वो अपने हालात देख चुके हैं.
उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती. बता दें कि यमुनानगर में किसानों को संबोधित करने के बाद राकेश टिकैत हिमाचल के पोंटा साहिब के लिए रवाना हो गए हैं.
14:57 April 07
पांवटा साहिब में किसान महापंचायत
पांवटा साहिब : जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में महापंचायत के दौरान राकेश टिकैत ने तंज कसते कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों को लूटने के लिए तीन कानून बनाए हैं, कानून में एमएसपी गायब है. अनाज पर बड़ी-बड़ी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए कानून बनाए जा रहे हैं.
राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार और बड़ी-बड़ी कंपनियां व्यापार कर किसानों को लूटने की तैयारी में हैं और गरीब की रोटी को तिजोरी में बंद किया जाएगा, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सेब का व्यापार धीरे-धीरे अडानी के हाथ में चला गया है. यहां की मंडियां खत्म कर दी गई हैं और आज व्यापारिक सिस्टम खत्म होने की कगार पर है.
राकेश टिकैत ने कहा कि देश में कोई सरकार नहीं है, बल्कि देश में लुटेरे बैठे हैं. देश की शान और अस्मत को बचाने के लिए सरकार के खिलाफ लड़ाई जरूरी है. राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ये समझ लो कि ये शाहीन बाग का आंदोलन नहीं है, जो कोरोना के आने से खत्म हो जाएगा या पश्चिम बंगाल का चुनाव निपटते ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा. कोरोना क्या उसके रिश्तेदार भी साथ में आ जाएं तब भी किसान आंदोलन खत्म नहीं होगा.
'किसानों को ट्रांसपोर्ट सब्सिडी दी जाए'
टिकैत ने हिमाचल सरकार को भी सीधे शब्दों में कहा कि किसानों को ट्रांसपोर्ट सब्सिडी दी जाए, जंगली जानवरों का इलाज नहीं कर सकते तो नुकसान का मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली में चल रहे आंदोलन की स्थानीय कमेटियां को पहाड़ों में जाकर किसानों की समस्याओं का निवारण करेंगी.
पूरे पांवटा शहर को 20 सेक्टरों में विभाजित किया गया था
बता दें कि पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना में आज यानि बुधवार को किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था. जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत समेत कई राष्ट्रीय किसान नेता पहुंचे थे. वहीं, पंडाल में बैठे किसानों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ राकेश टिकैत का स्वागत किया. पूरे पांवटा शहर को 20 सेक्टरों में विभाजित किया गया था और सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे.