अलवर: राजगढ़ में 17 अप्रैल को गौरव पथ निर्माण के नाम पर अतिक्रमण हटाया गया. इस दौरान 200 से 300 साल पुराने तीन मंदिरों को तोड़ा (Bulldozer on 3 temples in Rajgarh of Alwar) गया. इस मुद्दे पर राजनीति शुरू हो चुकी है. भाजपा के नेता सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल जयपुर से मामले की जांच पड़ताल के लिए अलवर के राजगढ़ पहुंचा. दूसरी तरफ भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा राजगढ़ में बावड़ी वाले मंदिर में धरने पर बैठ गए.
किरोड़ी लाल मीणा मंदिर की टूटी मूर्तियों को देख भावुक हो गए. कहा कि भगवान की मूर्तियों की इस तरह की बेकद्री और क्रूरता पहले नहीं देखी. इस दौरान उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया जाए. राजगढ़ राजनीति का अड्डा बन चुका है. लगातार भाजपा के नेता राजगढ़ पहुंच रहे हैं. अलवर सांसद बालक नाथ, शहर विधायक व भाजपा विधायक विनीता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. शहर में भी कई जगह पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
भाजपा के नेता गहलोत सरकार पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं. दूसरी तरफ कांग्रेस नेता भाजपा पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं. हालात को देखते हुए राजगढ़ क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. प्रशासन के अधिकारी भी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं. बता दें कि अलवर के राजगढ़ में मास्टर प्लान के तहत ढाई सौ से 300 साल पुराने मंदिरों को हाल ही ध्वस्त किया गया. हिंदू संगठनों ने इसकी शिकायत पुलिस को दी. तोड़े गए मंदिरों की मूर्तियां खंडित होने से लोग नाराज हैं. इसके विरोध में लामबंद हुए लोगों को पुलिस ने बलपूर्वक साइट से हटाया.
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हिंदू संगठनों ने अपना विरोध प्रकट करते हुए राजगढ़ विधायक जोहरी लाल मीणा, एसडीएम केशव कुमार मीणा और नगर पालिका के ईओ बनवारी लाल मीणा पर साजिश का आरोप लगाया. उनका कहना है कि ऐसी ड्राइव दंगा भड़काने के लिए चलाई जा रही है. लोगों का कहना है कि उन्होंने राजगढ़ थाना पुलिस को लिखित शिकायत दी, लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की. उनका आरोप है कि राजनीतिक रसूख के चलते पुलिस पूरा मामला दबाने में लगी है.