खरगोन। देश में हिंदुओं को मुसलमानों से डराने की राजनीति चल रही हैं. मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में इसके उलट एक नजारा सामने आया है. यहां हिंदू संगठन ने मुस्लिम संस्था बनाकर अपने ही हिंदुओं को बुरी तरह ठग लिया. मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 1995 बजारंग दल के एक नेता ने 'तंजीम-ए-जरखेज' नाम की संस्था बनाकर मुसलमानों के नाम हिंदु किसानों को डरा धमका कर सस्ते दामों पर जमीन हड़पने का कारनामा कर डाला. अब यह मामला सामने आने के बाद पूरे जिले या यूं कहें प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. (khargone land scam) (khargone showing fear of muslims)
तंजीम-ए-जरखेज संस्था के नाम पर खरीदी गईं जमीनेंः खरगोन जिले में वर्ष 1995 में बजरंग दल के नेता रंजीत डंडीर ने तंजीम-ए-जरखेज नाम की संस्था बनाई थी. तंजीम-ए-जरखेज का हिंदी में अर्थ होता हैं, बंजर भूमि को उपयोगी बनाना. हिंदुओं किसानों को कहा गया कि आने वाले समय में यहां मुसलमानों का कब्रिस्तान बनेगा और बूचड़ खाने लगाए जाएंगे. इसलिए जमीन बेच दो. किसानों से यह जमीनें सस्ते दामों पर खरीद कर अब वहां कालोलियां काट दी गई हैं. (lands purchased name of tanzeem e zarkhej) (khargone land scam)
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करीब दो सौ एकड़ जमीन खरीदी गईः मध्य प्रदेश में एक हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने उक्त मुस्लिम संस्था के नाम पर करीब 200 एकड़ जमीन खरीद डाली है. जिन लोगों ने उस समय दो हजार के दशक में अपनी जमीनें बेंची थीं, उनमें से अधिकतर छोटे किसान हैं. पुलिस ने इस मामले में पूछताछ शुरू कर दी है. वहां अब हाउसिंग कॉलोनी भी बनने जा रही है. किसान अब यह सब देखकर खुद को ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं. वर्तमान में सत्तारूढ़ भाजपा के रूप में खुद को स्थापित करने वाले रंजीत सिंह दांडीर ने उक्त जमीन का सौदा होने के बाद 2007 में 'तंजीम-ए-जरखेज' संस्था को 'प्रोफेसर पीसी महाजन फाउंडेशन' में मर्ज कर दिया. हालांकि इसके अधिकारी किसी भी तरह की धोखाधड़ी से इंकार कर रहे हैं. (khargone two hundred acres of land were purchased) (khargone land scam) (lands purchased name of tanzeem e zarkhej)
भाजपा ने मामले से दूरी बनाईः इस मामले में भाजपा ने अपनी दूरी बना ली है. राज्य के भाजपा सचिव रजनीश अग्रवाल का कहना है कि हमारी पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है. यह पूरा मामला बेचने और खरीदने वालों के बीच का है. इसमें उनके अपने आर्थिक हित लाभ हैं. इस संबंध में पुलिस-प्रशासन की ओर से कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया गया है. दूसरी ओर महाजन फाउंडेशन के निदेशक रवि महाजन का कहना है कि हम केवल जमीन का सदुपयोग कर रहे हैं. आवास भूखंडों के अलावा वहां पर आवारा गायों के लिए एक गौशाला और आश्रय स्थल भी बनाया जा रहा है. ट्रस्ट का नाम रवि महाजन के पिता के नाम पर रखा गया है, जो इसके निदेशक हैं. “तंज़ीम-ए-जरखेज’ का अर्थ बंजर भूमि को उपजाऊ बनाना है. चूंकि हमें लगा कि लोग इसका अर्थ नहीं समझ सकते हैं, इसलिए हमने नाम बदल दिया. “आरोप सिर्फ भ्रामक हैं और प्रचार का हिस्सा. ”उन्होंने कहा,“ सभी काम कानून के अनुसार किए गए हैं. गरीबों को घर मिल गया है. यह जमीन बंजर थी यहां 700 फीट तक भूमिगत पानी नहीं था. (khargone bjp distanced itself from the matter) (khargone land scam) (lands purchased name of tanzeem e zarkhej) (khargone two hundred acres of land were purchased)
पांच एकड़ जमीन के बदले मिले मात्र 40 हजार रुपएः इस संबंध में जब किसानों से संपर्क किया गया तो नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि मैंने अपनी जमीन 2004 में बेची थीं. हमारे पास जाकिर नाम का एक आदमी आया था और बोला कि हमने तुम्हारे आसपास की सारी जमीन खरीद ली है. उसी ने यह बताया था कि यहां एक बूचड़खाना बनेगा. हमें अपनी जमीन बेच दो क्योंकि यहां अब मुसलमानों को बसना है. इसके बाद उसने हमारी पांच एकड़ जमीन के बदले 40,000 रुपए दिए. एक किसान ने बताया कि उसे यहां पर हज कमेटी के गठन होने की जानकारी दी गई. इसके अलावा बताया गया कि यहां पर एक कब्रिस्तान भी बनेगा. जिस तंजीम-ए-जरखेज संस्था का गठन हिंदुओं समूह द्वारा किया गया था, उसमें जाकिर शेख नाम के एक मुस्लिम व्यक्ति को प्रबंधक के रूप में नियुक्त किया गया था. उनका भी यही कहना था कि संस्था का उद्देश्य सामाजिक सेवा करना ही था. हमने किसी को भी अपनी जमीने बेचने के लिए न तो मजबूर किया और न ही गुमराह किया. कुल खरीदी गई 200 एकड़ भूमि में से 150 एकड़ 11 व्यक्तियों या संगठन से ली गई बाकि की शेष भूमि छोटे किसानों की थी. (received 40 thousand in lieu of 5 acres of land) (khargone land scam) (lands purchased name of tanzeem e zarkhej)
सस्ती जमीन लेकर वहां कॉलोनियां काट रहे हैंः खरगोन के अधिवक्ता सुधीर कुलकर्णी ने बताया कि तंजीम-ए-जरखेज नाम से बजरंग दल के नेता और प्रकाश स्मृति सेवा संस्थान ने मिलकर हिंदू किसानों को मुसलमानों का डर दिखाकर जबरिया जमीन सस्ते दामों पर खरीद ली और वहां कॉलोनियां काट रहे हैं. मामले को लेकर छोटे किसानों का कहना है कि हमें जब डराया गया तो हमारे पिता ने पच्चीस हजार रुपए एकड़ के भाव से जमीन बेच दी. वही जिनिंग व्यवसाई संजय ने बताया की मेरी पत्नी के नाम से जमीन थी. साथ ही हमारे सामाज के लोगों ने जमीन बेच दीं थी. हलांकि हमें जमीन के भाव अच्छे दिए गए. (colonies are being cut there by taking cheap land) (received 40 thousand in lieu of 5 acres of land) (khargone land scam)
क्या बोले रंजीत डांडीरः मैं हिंदू नेता हूं इसलिए मूझे टारगेट किया गया. संस्था के पदाधिकारी रंजीत डांडीर ने बताया कि तंजीम-ए-जरखेज का अर्थ होता है। अनुपयोगी जमीन को उपयोगी बनाना. चूंकि मैं हिंदू नेता हूं, इसलिए मुझे गलत तरिके से टारगेट किया गया है. हम समाज सेवी है और वहां गरीबों को सस्ते मकान उपलब्ध कराए हैं. दांडीर पहले बजरंग दल के राज्य सह-संयोजक थे और एक सहकारी बैंक के अध्यक्ष के रूप में भी कार्यरत थे. वह बोले "मेरा नाम इस सब में घसीटा जा रहा है, क्योंकि मैं जाना-पहचाना हूं।" उन्होंने कुछ मामलों का हवाला दिया जिनका वह सामना कर रहे हैं. “मुझे सात बार जेल हो चुकी है यहां तक कि मुझ पर हत्या के आरोप हैं. यह सब इसलिए हो रहे है क्योंकि मैंने अपने जीवन हिंदू समाज के लिए काम किया है." संगठन के नाम और जमीन के इस्तेमाल पर उन्होंने कहा, 'हम खरगोन में एक गौशाला चाहते थे. मैंने सोचा था कि हम यहां एक निर्माण करके समाज और गायों के लिए कुछ अच्छा कर सकते हैं. (received 40 thousand in lieu of 5 acres of land) (khargone land scam)