नई दिल्ली : राज्य सभा सभापति वेंकैया नायडू को लिखे एक पत्र में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद की प्रेस गैलरी में मीडिया कर्मियों को सशर्त प्रवेश (restricted media entry) दिए जाने का मुद्दा उठाया है. बुधवार को खड़गे ने नायडू को इस संबंध में पत्र लिखा और कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों के कारण प्रतिबंधित मीडिया प्रविष्टि (restricted media entry) पर 'गहरी पीड़ा' व्यक्त की.
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने कोरोना संक्रमण प्रसार की रोकथाम के दृष्टिकोण से संसद की प्रेस गैलरी में मीडिया के प्रवेश को प्रतिबंधित करने का फैसला लिया है. खड़गे का पत्र पत्रकारों द्वारा निकाले गए विरोध मार्च से एक दिन पहले सामने आया है.
पत्रकारों ने आरोप लगाया है कि सरकार का कदम मूल रूप से समाचारों को सेंसर करने और नागरिकों तक सूचना के प्रवाह को रोकने की एक चाल है.
खड़गे ने सभापति नायडू को लिखे पत्र में कहा है, मैं अपनी गहरी पीड़ा और सदमा व्यक्त करता हूं. संसद के लगातार पांचवें सत्र के लिए मीडिया संगठनों के केवल मुट्ठी भर प्रतिनिधियों को प्रेस गैलरी तक पहुंचने की अनुमति दी जा रही है.
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उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पत्रकारों की पहुंच सेंट्रल हॉल को पूरी तरह से रोक दिया गया है. उन्हें संसद सदस्यों के साथ बातचीत करने की भी अनुमति नहीं है. खड़गे का आरोप है कि सांसदों से मीडिया कर्मियों को बात करने की अनुमति चुनिंदा तरीके से दी जा रही है.