नई दिल्ली: भारत ने ऑस्ट्रेलिया में हाल के दिनों में भारतीयों पर हुए हमले की घटनाओं की गुरुवार को कड़ी निंदा की और उससे अपनी भूमि का इस्तेमाल ऐसी गतिविधियों के लिए नहीं करने देने का आग्रह किया, जो उसकी (भारत की) क्षेत्रीय अखंडता, सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों के खिलाफ हो. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि भारत ने तथाकथित खालिस्तानी जनमत संग्रह और उस देश (ऑस्ट्रेलिया) में चरमपंथी तत्वों द्वारा राजनीति से प्रेरित हालिया गतिविधियों से ऑस्ट्रेलिया को अवगत कराया है.
गौरतलब है कि मेलबर्न में सोमवार को आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस द्वारा कराये गये जनमत संग्रह के दौरान खालिस्तानी कार्यकर्ताओं और भारत समर्थकों के बीच झड़प में दो लोग घायल हो गए थे. बागची ने कहा, 'हम चरमपंथी तत्वों द्वारा किये गये ऐसे हमलों की कड़ी निंदा करते हैं. हम वहां के स्थानीय प्रशासन से मामले की जांच करने और दोषियों को दंडित करने का आग्रह करते हैं.' स्थानीय मीडिया द्वारा जानकारी मिली थी कि बीते रविवार को मेलबर्न के फेडरेशन स्क्वॉयर में मतदान स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए भारत समर्थकों का एक समूह पहुंचा था.
जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच भिड़ंत हो गई. विक्टोरिया पुलिस ने मामले को शांत करने के लिए काली मिर्च का स्प्रे किया. इस दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया गया और उनके दंगात्मक व्यवहार के लिए जुर्माना नोटिस जारी किया गया. ट्विटर पर पोस्ट किए गए कई वीडियो में खालिस्तान समर्थकों को भारतीयों पर लाठियों से हमला करते देखा गया. उन्हें भारतीय तिरंगे को छीनते और नुकसान पहुंचाते भी देखा गया.
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इस मामले में वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट कर कहा, 'मैं ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों की कड़ी निंदा करता हूं. देश की शांति और सद्भाव को बाधित करने की कोशिश कर रहे असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए.' द एज की रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शन में दो लोग घायल हुए थे, जिनमें एक के सिर में चोट लगी और दूसरे के हाथ में चोट आई.
(पीटीआई-भाषा)