तिरुवनंतपुरम : केरल की युवा महिला उद्यमी (young entrepreneur) शोभा विश्वनाथ (Sobha Vishwanath) ने आखिरकार राहत की सांस ली, जब पुलिस ने उन्हें एक ड्रग मामले में क्लीन चिट दे दी. दरअसल, शोभा को उन्हीं के एक पुरुष मित्र ने इस झुठे मामले में फंसाया था, क्योंकि उन्होंने अपने मित्र के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए उन्हें लंबे वक्त तक संघर्ष करना पड़ा और अंत में आरोपी की पहचान कर ली गई.
जानकारी के मुताबिक, राज्य में महिला उद्यमियों (women entrepreneurs) के बीच जाना पहचाना चेहरा शोभा विश्वनाथ हैं. वह 'वीवर्स विलेज' (Weaver's village) नामक स्टोर चलाती हैं. तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) में लॉर्ड्स अस्पताल (Lords Hospital) के सीईओ हरीश हरिदास (CEO Hareesh Haridas) ने उन्हें पहले प्रेम और फिर विवाह का प्रस्ताव दिया था. शोभा ने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. उसके बाद उनकी जिंदगी में ऐसी-ऐसी घटनाएं होने लगी जिससे उनकी पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन लगभग प्रभावित होने लगी.
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21 जनवरी को पुलिस ने उनके स्टोर से गांजा जब्त किया था. इस मामले में शोभा को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन उन्हें थाने में ही जमानत मिल गई थी. इस घटना से परेशान होकर शोभा ने केरल के मुख्यमंत्री (Kerala Chief Minister) से न्याय की गुहार लगाई. उन्होंने शिकायत की कि वह इस मामले में फंसाई गईं हैं, जिसके बाद मामला अपराध शाखा (Crime Branch) को भेज दिया गया.
क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की और पाया कि यह हरीश हरिदास की एक साजिश थी जिसमें शोभा के एक पूर्व कर्मचारी विवेक राज भी शामिल था. अब सच्चाई पुलिस के सामने आने के बाद शोभा को सभी आरोपों से बरी कर दिया है.
बता दें कि, हरीश लॉर्ड्स अस्पताल के मालिक पद्मश्री डॉक्टर हरिदास (Padmasree Dr Haridas) के बेटे हैं.