तिरुवनंतपुरम : सोना तस्करी मामले (gold smuggling case) में केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार केरल मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर अब अपनी ऑटोबायोग्राफी (autobiographical book of M ShivShankar) लेकर सामने आने वाले हैं. इस किताब में उन्होंने मामले को लेकर अपना पक्ष रखा है. इस किताब का नाम 'अश्वत्थामावु वेरुम ओरु आना' (Ashwathama is just an elephant) है और इस किताब को प्रसिद्ध प्रकाशक डीसी बुक्स ने प्रकाशित की है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के पूर्व प्रमुख सचिव की एक साल के निलंबन के बाद दोबारा चार जनवरी को सेवा में वापसी हुई है. दिलचस्प बात यह है कि प्रकाशक ने इस किताब के बारे में गुरुवार को घोषणा की जब पिछले साल इसी तारीख पर स्थानीय अदालत ने उन्हें इस मामले में 98 दिनों तक जेल में रहने के बाद जमानत दी थी. सूत्रों के मुताबिक, शिवशंकर की यह किताब पांच फरवरी को बाजार में आने की उम्मीद है.
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बता दें कि केरल सोना तस्करी मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने केरल मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर को गिरफ्तार किया था. इससे पहले शिवशंकर को ईडी ने हिरासत में लिया था. शिवशंकर तिरुवनंतपुरम में स्थित एक अस्पताल में भर्ती थे, जहां से उन्हें हिरासत में लिया गया था. इससे पहले केरल उच्च न्यायालय ने उनको अग्रिम जमानत देने से इंकार कर दिया था.
गौरतलब है कि केरल उच्च न्यायालय ने सोने की तस्करी से जुड़े मामले में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के निलंबित अधिकारी एम. शिवशंकर की अंतरिम जमानत याचिका बुधवार को खारिज कर दी थी. वहीं, मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीमा शुल्क विभाग कर रही थी.
(पीटीआई-इनपुट)