तिरुवनंतपुरम: सत्तारूढ़ वामपंथी सरकार की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी सीपीआई ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है. सीपीआई की कोल्लम जिला इकाई की हालिया बैठक, जिसमें कैबिनेट मंत्री जे. चिनचुरानी ने भाग लिया, सरकार के कामकाज के तरीके की आलोचना की गई. हालांकि, चिनचुरानी खामोश रहे. बैठक में अन्य मुद्दों के अलावा, विजयन के वाहनों के बड़े काफिले की वजह से यातायात में गड़बड़ी की भी आलोचना की गई. वक्ताओं ने इस काफिले को विजयन का अहंकार बताया.
गौरतलब है कि सीपीआई कोल्लम इकाई सबसे शक्तिशाली पार्टी इकाइयों में से एक है. उन्होंने 2021 के विधानसभा चुनावों में लड़े तीनों सीटों पर जीत हासिल की, इसके अलावा सीपीआई (एम) और अन्य सहयोगियों को छह अन्य सीटों पर जीत हासिल करने में मदद की. नाम न छापने की शर्त पर एक मीडिया आलोचक ने कहा, सीपीआई घबराई हुई है क्योंकि वामपंथी शासन से संबंधित घटनाएं उन्हें भी प्रभावित करती हैं, इसलिए उन्होंने हमला करने का फैसला किया है. आलोचक ने कहा, सीपीआई की कोल्लम इकाई न केवल विजयन से परेशान है, बल्कि उनके राज्य सचिव कनम राजेंद्रन के खिलाफ भी है.
विधानसभा में विजयन की कार्यशैली चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि वे उन सवालों से बचते दिखाई देते हैं, जो विधानसभा के पटल पर उनसे पूछे जाते हैं, और कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष उनके खिलाफ है. बता दें कि केरल बीते विधानसभा चुनाव में एलडीएफ को 99 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं यूडीएफ को 41 सीटों पर जीत मिली है. वहीं, राजग को एक भी सीट नहीं मिली. पिछले बार हुए चुनाव में केरल में कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस नीत यूडीएफ के बीच सत्ता की अदला-बदली का चलन खत्म हो गया.
(आईएएनएस)