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Kerala Convention Center Blast: आरोपी मार्टिन ने पुलिस को दी कई जानकारियां, सौंप दिए सारे साक्ष्य

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 30, 2023, 3:35 PM IST

केरल के एर्नाकुलम में एक कन्वेंशन सेंटर में हुए धमाकों के आरोपी डोमिनिक मार्टिन से पुलिस पूछताछ कर रही है. आरोपी मार्टिन ने पुलिस को कई जानकारियां दी हैं. उसने पूछताछ के दौरान पुलिस को सारे साक्ष्य सौंप दिए हैं. Kerala Blast, Kerala Convention Center Blast, Kerala Blast Accused Arrested.

Kerala blast accused
केरल ब्लास्ट का आरोपी

एर्नाकुलम: कलामासेरी ब्लास्ट मामले में स्वेच्छा से आत्मसमर्पण करने वाले आरोपी डोमिनिक मार्टिन ने पूछताछ के दौरान उस पूरी प्रक्रिया का खुलासा किया है, जिसके कारण यह घटना हुई. आम तौर पर आरोपी सबूत मिटाने की कोशिश करता है, लेकिन डोमिनिक ने सारे सबूत खुद ही जुटाए और पुलिस को सौंप दिए. कोच्चि के डीसीपी एस शशिधरन आईपीएस के नेतृत्व में पुलिस जांच कर रही है कि आरोपी द्वारा दिए गए सबूत सही हैं या नहीं.

पूरे विश्वास के साथ शूट किया गया वीडियो: आरोपी को किए जाने वाले अपराध के परिणामों के बारे में पूरी तरह से पता था. समुदाय को यह समझाने के लिए वीडियो शूट किया गया और सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसे यकीन था कि वह पकड़ा जाएगा. उसने कहा कि उसने चलाकुडी के एक होटल में एक कमरा लिया और वीडियो शूट किया. पुलिस ने पुष्टि की है कि यह सच है.

विस्फोटक उपकरण बनाने के लिए आवश्यक सामग्री कोच्चि के विभिन्न स्थानों से खरीदी गई थी. IED के हिस्से के तौर पर पटाखे और पेट्रोल से भरी बोतल रखी गई थी, जिससे भीषण विस्फोट हुआ और आग लग गई. डोमिनिक ने त्रिपुनिथुरा से पटाखे और एर्नाकुलम से पेट्रोल खरीदा. उसने यह सारा सामान खरीद के बिलों के साथ एकत्र कर पुलिस को सौंप दिया है.

घर पर ही बनाया बम: वह थम्मनम में जिस किराए के मकान में रहता था, वहां शनिवार को विस्फोटक उपकरण बनाया गया था. उसकी पत्नी और बेटी घर पर थीं, लेकिन उन्हें उसके बम बनाने की जानकारी नहीं थी. विज्ञान में रुचि रखने वाला डोमिनिक खुद ही कई तरह के प्रयोग करता है, इसलिए परिवार को शक नहीं हुआ. सुबह लगभग 5:00 बजे, वह बमों से भरे दो बड़े बैग के साथ सामरा कन्वेंशन सेंटर की ओर चल पड़ा.

यहां यहोवा के साक्षियों का सम्मेलन आयोजित किया गया था. सुबह करीब सात बजे कन्वेंशन सेंटर में प्रवेश कर रहे विश्वासियों के साथ वह भी हॉल में दाखिल हुआ. हालांकि उसकी सास भी कन्वेंशन सेंटर में मौजूद थी, लेकिन वह उनकी नज़रों से छुपे बिना हॉल में दाखिल हो गया. उसने पुलिस को बताया कि उसने इस बात पर विचार नहीं किया कि उसकी सास को चोट लग सकती है या नहीं.

वह सबसे पहले कॉन्फ्रेंस हॉल के बीच में बैठा और कुर्सी के नीचे एक बड़ा सा बैग रख दिया. इसके बाद वह थोड़ी दूर हटा और दूसरी कुर्सी पर बैठ गये. यहां उसने दूसरा बैग भी रख दिया. इसके बाद जब बैठक शुरू हुई, तो वह यहां से उठकर हॉल के पीछे खड़ा हो गया.

आग का गोला बनी महिला: अनुमान लगाया जा रहा है कि मरने वाली महिला उसी कुर्सी पर बैठी थी, जहां विस्फोटक से भरा बैग रखा हुआ था. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब विस्फोट हुआ तो वह महिला उल्टी होकर आग में गिर गयी. दूसरी कुर्सी खाली थी. आरोपी ने विस्फोट करने के लिए मोबाइल फोन के रिमोट कंट्रोल का इस्तेमाल किया था.

विस्फोट के तुरंत बाद, डोमिनिक ने मोबाइल फोन से वीडियो भी बनाया. इसके बाद वह हॉल से निकलकर बाइक से त्रिशूर लौट आया. यह जानकारी आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को दी. लेकिन पुलिस इन मामलों को स्पष्ट करने के साथ-साथ इस बात की भी जांच कर रही है कि इस धमाके में कोई और भी शामिल है या नहीं. आरोपी बार-बार कह रहा है कि घटना में कोई और शामिल नहीं है. पुलिस ने डोमिनिक के मानसिक स्वास्थ्य की जांच की है और सुनिश्चित किया है कि वह स्थिर है.

क्यों दिया धमाके को अंजाम: डोमिनिक, जो यहोवा के साक्षी में विश्वास रखता था, उसने वैचारिक असहमति के कारण छह साल पहले खुद को इस विश्वास से दूर कर लिया था. डोमिनिक यहोवा के साक्षियों की मान्यताओं में समय पर बदलाव के लिए अनुरोध कर रहा था. लेकिन जब इस पर विचार नहीं किया गया तो असहमति नफरत में बदल गयी. वार्षिक सम्मेलन में विस्फोट की योजना यहोवा के विश्वासियों को सबक सिखाने के लिए बनाई गई थी.

प्रवासी डोमिनिक कई वर्षों से एक कंपनी में फोरमैन के रूप में काम कर रहा था. डेढ़ माह पहले वह घर लौटा था. इसी बीच उसने यूट्यूब से विस्फोटक बनाने का ज्ञान हासिल कर लिया था. उसने पलारिवट्टोम में एक निजी संस्थान में स्पोकन इंग्लिश ट्रेनर के रूप में भी काम किया. डोमिनिक और उसका परिवार, जो कदवंतरा में रहते थे, अब थम्मनम में रहते हैं.

उसके किराए के घर के मालिक और निवासियों के पास भी डोमिनिक के बारे में कहने के लिए कुछ भी बुरा नहीं है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, ज्यादा बातचीत न करने वाला डोमिनिक सभी से अच्छे संबंध बनाए रखता था. एनएसजी की टीम भी आरोपी से पूछताछ करने के लिए कालामस्सेरी एआर कैंप पहुंची. अनुमान है कि एनआईए इस केस को अपने हाथ में लेगी.

राष्ट्रीय एजेंसी ने प्रारंभिक जानकारी एकत्र कर ली है. यूएपीए के तहत मामले में एनआईए सीधे केस अपने हाथ में ले सकती है. केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस संबंध में आदेश जारी करना चाहिए. आरोपी की गिरफ्तारी दर्ज होने और अदालत में पेश होने के बाद मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी अपने हाथ में ले लेगी.

एर्नाकुलम: कलामासेरी ब्लास्ट मामले में स्वेच्छा से आत्मसमर्पण करने वाले आरोपी डोमिनिक मार्टिन ने पूछताछ के दौरान उस पूरी प्रक्रिया का खुलासा किया है, जिसके कारण यह घटना हुई. आम तौर पर आरोपी सबूत मिटाने की कोशिश करता है, लेकिन डोमिनिक ने सारे सबूत खुद ही जुटाए और पुलिस को सौंप दिए. कोच्चि के डीसीपी एस शशिधरन आईपीएस के नेतृत्व में पुलिस जांच कर रही है कि आरोपी द्वारा दिए गए सबूत सही हैं या नहीं.

पूरे विश्वास के साथ शूट किया गया वीडियो: आरोपी को किए जाने वाले अपराध के परिणामों के बारे में पूरी तरह से पता था. समुदाय को यह समझाने के लिए वीडियो शूट किया गया और सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसे यकीन था कि वह पकड़ा जाएगा. उसने कहा कि उसने चलाकुडी के एक होटल में एक कमरा लिया और वीडियो शूट किया. पुलिस ने पुष्टि की है कि यह सच है.

विस्फोटक उपकरण बनाने के लिए आवश्यक सामग्री कोच्चि के विभिन्न स्थानों से खरीदी गई थी. IED के हिस्से के तौर पर पटाखे और पेट्रोल से भरी बोतल रखी गई थी, जिससे भीषण विस्फोट हुआ और आग लग गई. डोमिनिक ने त्रिपुनिथुरा से पटाखे और एर्नाकुलम से पेट्रोल खरीदा. उसने यह सारा सामान खरीद के बिलों के साथ एकत्र कर पुलिस को सौंप दिया है.

घर पर ही बनाया बम: वह थम्मनम में जिस किराए के मकान में रहता था, वहां शनिवार को विस्फोटक उपकरण बनाया गया था. उसकी पत्नी और बेटी घर पर थीं, लेकिन उन्हें उसके बम बनाने की जानकारी नहीं थी. विज्ञान में रुचि रखने वाला डोमिनिक खुद ही कई तरह के प्रयोग करता है, इसलिए परिवार को शक नहीं हुआ. सुबह लगभग 5:00 बजे, वह बमों से भरे दो बड़े बैग के साथ सामरा कन्वेंशन सेंटर की ओर चल पड़ा.

यहां यहोवा के साक्षियों का सम्मेलन आयोजित किया गया था. सुबह करीब सात बजे कन्वेंशन सेंटर में प्रवेश कर रहे विश्वासियों के साथ वह भी हॉल में दाखिल हुआ. हालांकि उसकी सास भी कन्वेंशन सेंटर में मौजूद थी, लेकिन वह उनकी नज़रों से छुपे बिना हॉल में दाखिल हो गया. उसने पुलिस को बताया कि उसने इस बात पर विचार नहीं किया कि उसकी सास को चोट लग सकती है या नहीं.

वह सबसे पहले कॉन्फ्रेंस हॉल के बीच में बैठा और कुर्सी के नीचे एक बड़ा सा बैग रख दिया. इसके बाद वह थोड़ी दूर हटा और दूसरी कुर्सी पर बैठ गये. यहां उसने दूसरा बैग भी रख दिया. इसके बाद जब बैठक शुरू हुई, तो वह यहां से उठकर हॉल के पीछे खड़ा हो गया.

आग का गोला बनी महिला: अनुमान लगाया जा रहा है कि मरने वाली महिला उसी कुर्सी पर बैठी थी, जहां विस्फोटक से भरा बैग रखा हुआ था. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब विस्फोट हुआ तो वह महिला उल्टी होकर आग में गिर गयी. दूसरी कुर्सी खाली थी. आरोपी ने विस्फोट करने के लिए मोबाइल फोन के रिमोट कंट्रोल का इस्तेमाल किया था.

विस्फोट के तुरंत बाद, डोमिनिक ने मोबाइल फोन से वीडियो भी बनाया. इसके बाद वह हॉल से निकलकर बाइक से त्रिशूर लौट आया. यह जानकारी आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को दी. लेकिन पुलिस इन मामलों को स्पष्ट करने के साथ-साथ इस बात की भी जांच कर रही है कि इस धमाके में कोई और भी शामिल है या नहीं. आरोपी बार-बार कह रहा है कि घटना में कोई और शामिल नहीं है. पुलिस ने डोमिनिक के मानसिक स्वास्थ्य की जांच की है और सुनिश्चित किया है कि वह स्थिर है.

क्यों दिया धमाके को अंजाम: डोमिनिक, जो यहोवा के साक्षी में विश्वास रखता था, उसने वैचारिक असहमति के कारण छह साल पहले खुद को इस विश्वास से दूर कर लिया था. डोमिनिक यहोवा के साक्षियों की मान्यताओं में समय पर बदलाव के लिए अनुरोध कर रहा था. लेकिन जब इस पर विचार नहीं किया गया तो असहमति नफरत में बदल गयी. वार्षिक सम्मेलन में विस्फोट की योजना यहोवा के विश्वासियों को सबक सिखाने के लिए बनाई गई थी.

प्रवासी डोमिनिक कई वर्षों से एक कंपनी में फोरमैन के रूप में काम कर रहा था. डेढ़ माह पहले वह घर लौटा था. इसी बीच उसने यूट्यूब से विस्फोटक बनाने का ज्ञान हासिल कर लिया था. उसने पलारिवट्टोम में एक निजी संस्थान में स्पोकन इंग्लिश ट्रेनर के रूप में भी काम किया. डोमिनिक और उसका परिवार, जो कदवंतरा में रहते थे, अब थम्मनम में रहते हैं.

उसके किराए के घर के मालिक और निवासियों के पास भी डोमिनिक के बारे में कहने के लिए कुछ भी बुरा नहीं है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, ज्यादा बातचीत न करने वाला डोमिनिक सभी से अच्छे संबंध बनाए रखता था. एनएसजी की टीम भी आरोपी से पूछताछ करने के लिए कालामस्सेरी एआर कैंप पहुंची. अनुमान है कि एनआईए इस केस को अपने हाथ में लेगी.

राष्ट्रीय एजेंसी ने प्रारंभिक जानकारी एकत्र कर ली है. यूएपीए के तहत मामले में एनआईए सीधे केस अपने हाथ में ले सकती है. केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस संबंध में आदेश जारी करना चाहिए. आरोपी की गिरफ्तारी दर्ज होने और अदालत में पेश होने के बाद मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी अपने हाथ में ले लेगी.

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