कोझीकोड : हाल ही में हमने आपको केरल के एक ऐसे स्कूल के बारे में बताया था, जहां लैंगिक समानता को लेकर क्रांति लाई गई थी. उस स्कूल के प्रबंधन छात्र-छात्राओं के जेंडर न्यूट्र्ल यूनिफॉर्म (gender-neutral uniform) की पेशकश की थी, जो सुर्खियों में रही. अब एक और स्कूल ने इस पहल को अपनाया है.
जानकारी के मुताबिक, केरल के कोझीकोड स्थित बालुस्सेरी के एक सरकारी उच्च माध्यमिक स्कूल ने छात्र-छात्राओं के बीच फर्क खत्म करने के लिए जेंडर न्यूट्र्ल यूनिफॉर्म की पहल को अपनाया है. स्कूल द्वारा अपनाए गए इस कदम का समाज के बड़े वर्ग ने स्वागत किया है. वहीं, अन्य स्कूलों में भी जेंडर न्यूट्रल यूनिफॉर्म को अनिवार्य कराने को लेकर सोशल मीडिया में चर्चा होने लगी है.
पढ़ें : केरल: स्कूल में लैंगिक समानता के लिए शुरू की यह अनोखी पहल
केरल के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. आर बिंदु ने बालूस्सेरी जीएचएसएस के छात्रों के लिए जेंडर न्यूट्र्ल यूनिफॉर्म शुरू करने की घोषणा की है. हालांकि, इस स्कूल में हाई स्कूल तक लड़कियां हैं, जबकि उच्च माध्यमिक में दोनों लिंग के विद्यार्थी हैं. इसलिए जेंडर न्यूट्रल यूनिफॉर्म केवल 11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए पेश की गई है.
इस बीच, मुस्लिम स्टूडेंट्स फेडरेशन (MSF) ने स्कूल के प्रिंसिपल पर छात्रों को जेंडर न्यूट्र्ल यूनिफॉर्म पहनने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है.
बता दें कि एर्नाकुलम जिले के पेरुम्बवूर के पास वलयनचिरंगारा सरकारी लोअर प्राइमरी (एलपी) स्कूल ने अपने छात्र-छात्राओं के लिए इससे पहले एक समान यूनिफॉर्म की शुरुआत की थी.