नई दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली छावनी के पुराने नांगल इलाके के पास कथित तौर पर यौन उत्पीड़न की शिकार 9 वर्षीय बच्ची के परिवार को 10 लाख रुपये के मुआवजे को मंजूरी दी है. सूत्रों ने बताया कि लड़की के परिवार को सरकार की ओर से आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी. बता दें, सीएम केजरीवाल पीड़ित परिवार से मिलने भी गए थे, लेकिन तब अफरा-तफरी के कारण परिवार से मुलाकात नहीं हो पाई थी, क्योंकि मंच टूट गया था.
मामले में केजरीवाल ने मजिस्ट्रियल जांच के भी आदेश दिए थे, जिसमें दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में दिल्ली छावनी के पास एक श्मशान में चार लोगों ने 9 साल की बच्ची के साथ कथित तौर पर बलात्कार और हत्या कर दी थी. केजरीवाल ने चार अगस्त को नाबालिग के परिवार से मुलाकात के बाद कहा था, 'हम 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देंगे और मामले की मजिस्ट्रियल जांच होगी. दोषियों को सजा दिलाने के लिए शीर्ष वकीलों को लगाया जाएगा. केंद्र सरकार को दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए, हम सहयोग पूरी तरह से सहयोग करेंगे.'
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मामले में अब तक दिल्ली पुलिस ने श्मशान के एक पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है और उन पर बलात्कार, हत्या और धमकी के आरोप, पॉक्सो अधिनियम और एससी / एसटी से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. लड़की के परिवार ने पड़ोसियों के साथ इलाके में (पंखा रोड पर) विरोध प्रदर्शन किया और चारों लोगों के लिए मौत की सजा और फास्ट-ट्रैक कोर्ट के माध्यम से शीघ्र न्याय की मांग की. नौ साल की बच्ची से कथित बलात्कार और हत्या के चार आरोपियों को सोमवार को दिल्ली पुलिस की तीन दिन की हिरासत में भेज दिया गया है. गिरफ्तार लोगों की पहचान राधेश्याम (55), सलीम (55), लक्ष्मी नारायण (49) और कुलदीप (63) के रूप में हुई है.
वाटर कूलर से पानी लेने गई थी बच्ची
जानकारी के अनुसार बच्ची की मां ने बताया था कि शाम करीब साढ़े पांच बजे बच्ची श्मशान भूमि में लगे वाटर कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी. करीब साढ़े छह बजे श्मशान भूमि का पुजारी राधेश्याम ने उसे बुलाया. पुजारी और उसके कर्मचारियों ने बताया कि बच्ची की करंट लगने से मौत हुई है. बच्ची के होंठ नीले पड़े थे और हाथ में जलने के निशान थे.
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बच्ची को देखने के बाद उसकी मां ने पुलिस को फोन करने की कोशिश की, लेकिन पुजारी ने पोस्टमार्टम में अंगों की चोरी होने की बात कहकर परिजनों को डराया और बच्ची का अंतिम संस्कार करवा दिया. परिजनों के घर पहुंचने पर यह बात इलाके में फैल गई और लोग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या का आरोप लगाने लगे. पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत करवाया. पुलिस ने मौके पर फोरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित करवाया और बच्ची की मां के बयान पर मामला दर्ज कर लिया.
जमकर हुई राजनीति
बता दें कि मामले को लेकर नांगल की सड़क धरनास्थल बन गई. भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर के नेतृत्व में धरना दिया गया, तो वहीं दूसरी ओर पीड़ित परिवार से कई नेताओं के मिलने का सिलसिला चलता रहा. यहां तक की पीड़िता की मां को गिड़गिड़ाना पड़ा कि मुझे अपनी बच्ची की बात कर लेने दो.
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