रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): केदारनाथ पैदल मार्ग पर भैरव और कुबेर गदेरे में ग्लेशियर को हटाकर रास्ता तैयार कर लिया गया है. डीडीएमए, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद रास्ता तैयार किया है. जहां सीढ़ीनुमा रास्ता बनाकर तीर्थयात्रियों का आवागमन हो रहा है. खासतौर पर यहां तैनात जवान श्रद्धालुओं को सुरक्षित तौर पर यात्रा करवा रहे हैं. आज पांच हजार तीर्थयात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए, जबकि पैदल मार्ग पर अभी घोड़े-खच्चरों की आवाजाही बंद है.
बता दें कि केदारनाथ धाम सहित 18 किमी पैदल मार्ग पर बर्फबारी के कारण काफी दिक्कतें हो रही हैं. जिस कारण यात्रा पर बुरा असर देखने को मिल रहा है. जहां प्रशासन की ओर से बुधवार को यात्रा को पूरी तरह से बंद रखा गया. वहीं देर सायं भैरव व कुबेर ग्लेशियर टूटने के चलते रास्ता बंद हो गया. किसी तरह बृहस्पतिवार सुबह को रास्ता खोला गया, मगर दोपहर बाद भैरव गदेरे में पुनः ग्लेशियर टूटने के चलते रास्ता बंद हो गया. ऐसे में जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद देर रात तक रास्ता तैयार किया. इन दोनों जगहों पर बड़े-बड़े ग्लेशियर बने हुए हैं, जहां से गुजरना काफी मुश्किल हो रहा है.
पढ़ें-मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे हेलंग के पास हुआ बाधित, यात्रियों की बढ़ी परेशानियां
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग के भैरव गदेरे पर ग्लेशियर टूटने के कारण मार्ग आवागमन के लिए बंद हो गया था. बर्फ को हटाकर केदारनाथ यात्रा मार्ग पर आवाजाही सुचारू कर दी है. घोड़े खच्चरों के लिए यात्रा मार्ग अभी खुल नहीं पाया है. श्रमिकों की ओर से बर्फ हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है, जिससे घोड़े-खच्चरों की आवाजाही भी हो सके. उन्होंने बताया कि भैरव ग्लेशियर एवं कुबेर ग्लेशियर पर यात्रियों की सुरक्षा को लेकर एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ एवं पुलिस के जवान यात्रियों को ग्लेशियर पार कराने में मदद कर रहे हैं, ताकि किसी प्रकार से कोई अप्रिय घटना न हो.
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि सभी अधिकारी, कर्मचारी व श्रमिक विषम कठिन परिस्थितियों में अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं. उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ अपनी सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखने को कहा है. उन्होंने कहा कि दोनों ग्लेशियर प्वाइंट पर ज्यादा भीड़ एकत्रित न होने दें और लाइन में यात्रियों से ग्लेशियर पार कराने के निर्देश दिए गए हैं.