श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कश्मीरी अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को साल 2019 से ही उनके घर में नजरबंद रखा गया है. सरकार ने जब जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त किया था, उसके बाद ही यह कार्रवाई की गई थी. लेकिन उसने सोमवार को नई दिल्ली का दौरा किया, जिससे राजनीतिक हलकों में बड़ी हलचल मच गई.
श्रीनगर शहर में ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में अंजुमन औकाफ ने इसे प्रमुख कश्मीरी धार्मिक मौलवी की निजी यात्रा बताया है. अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक की नई दिल्ली यात्रा को लेकर मंगलवार अंजुमन औकाफ जामिया मस्जिद ने एक बयान जारी किया है.
मस्जिद ने इस बयान में कहा कि उसके अध्यक्ष मीरवाज़ ए कश्मीर मोहम्मद उमर फारूक को सोमवार को राज्य अधिकारियों द्वारा नई दिल्ली की यात्रा करने की अनुमति दी गई. अंजुमन औकाफ जामिया मस्जिद ने कहा कि 'मीरवाइज़ ने अपनी यात्रा की व्यक्तिगत प्रकृति के बारे में बताया था जिसके बाद अधिकारियों ने उन्हें अनुमति दी.'
अंजुमन औकाफ जामिया मस्जिद ने आगे बताया कि 'यहां यह उल्लेख करना उचित है कि सितंबर 2023 में नजरबंदी से रिहाई के बावजूद, उन्हें बार-बार विशेष रूप से शुक्रवार को उनके घर पर हिरासत में रखा जाता है.' बयान में इस बात की भी जानकारी दी गई कि मीरवाइज कुछ हफ्तों में वापस आ जाएंगे.