ETV Bharat / bharat

सांप के प्यार में यह व्यक्ति बना स्नेक कैचर, अब तक पकड़े 25 हजार से ज्यादा सांप - इंगलागी गांव का निवासी वेणुगोपाला

कर्नाटक का एक शख्स जो सांपों के प्यार में ऐसा डूब गया कि उन्हें बचाने के लिए स्नेक कैचर बन गया. यह काम वह पिछले 30 सालों से कर रहा है और अब तक उसने 25 हजार से अधिक सांपों को पकड़ा है.

सांपों के प्यार ने वेणुगोपाल बना स्नैक कैचर
सांपों के प्यार ने वेणुगोपाल बना स्नैक कैचर
author img

By

Published : Jun 25, 2021, 5:44 PM IST

Updated : Jun 25, 2021, 8:18 PM IST

विजयनगर : कर्नाटक का एक शख्स जो सांपों के प्यार में ऐसा डूब गया कि उन्हें बचाने के लिए स्नेक कैचर बन गया. यह काम वह पिछले 30 सालों से कर रहा है और अब तक उसने 25 हजार से अधिक सांप पकड़कर उनकी सुरक्षा की है.

यह शख्स विजयनगर जिला स्थित होसापेट तालुक के इंगलागी गांव का निवासी वेणुगोपाला है. 1990 से वह न केवल सांप पकड़ता है, बल्कि मगरमच्छ, कछुआ और बंदर आदि भी पकड़ता है.

सांपों के प्यार ने वेणुगोपाल बना स्नेक कैचर

वेणुगोपाला की प्रेरणा
एक बार वह अपने पिता के साथ खेत में खाना खा रहा था. उस वक्त उसने देखा कि ढेर सारी पक्षियां एक सांप को चोंच मारकर घायल कर रही हैं, क्योंकि पक्षियों को सांप से अपने अंडे बचाने थे. यह देखकर वेणुगोपाला के पिता ने सांप को पकड़कर डिब्बे में डालने को कहा. तब से वह सांप पकड़ने का शौकिन हो गया.

पढ़ें : 'कर्नाटक अनलॉक' कोरोना टीकाकरण अभियान पर निर्भर : डिप्टी सीएम

25 हजार से अधिक सांपों को बचाया
30 साल में उन्होंने 25 हजार से ज्यादा सांपों को बचाया है. उन्होंने मगरमच्छ, बंदर और भालू जैसे खतरनाक जानवरों को पकड़कर उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ा है. वह बेल्लारी जिले में इस कार्य के लिए चर्चित है. वह चित्रदुर्ग समेत देशभर में सांपों की सुरक्षा पर काम कर रहे हैं. वन विभाग भी उन्हें सहयोग कर रहा है.

इस बारे में वेणुगोपाल कहते हैं कि सांपों को पकड़ने का एक तरीका होता है. जब किसी घर में सांप हो, तो वहां लोगों की भीड़ नहीं होनी चाहिए. इससे सांप विचलित हो जाता है. यदि आप उसे बिना चोट ने पहुंचाए और उसे जाने दें, तो वह अपने रास्ते चला जाता है.

विजयनगर : कर्नाटक का एक शख्स जो सांपों के प्यार में ऐसा डूब गया कि उन्हें बचाने के लिए स्नेक कैचर बन गया. यह काम वह पिछले 30 सालों से कर रहा है और अब तक उसने 25 हजार से अधिक सांप पकड़कर उनकी सुरक्षा की है.

यह शख्स विजयनगर जिला स्थित होसापेट तालुक के इंगलागी गांव का निवासी वेणुगोपाला है. 1990 से वह न केवल सांप पकड़ता है, बल्कि मगरमच्छ, कछुआ और बंदर आदि भी पकड़ता है.

सांपों के प्यार ने वेणुगोपाल बना स्नेक कैचर

वेणुगोपाला की प्रेरणा
एक बार वह अपने पिता के साथ खेत में खाना खा रहा था. उस वक्त उसने देखा कि ढेर सारी पक्षियां एक सांप को चोंच मारकर घायल कर रही हैं, क्योंकि पक्षियों को सांप से अपने अंडे बचाने थे. यह देखकर वेणुगोपाला के पिता ने सांप को पकड़कर डिब्बे में डालने को कहा. तब से वह सांप पकड़ने का शौकिन हो गया.

पढ़ें : 'कर्नाटक अनलॉक' कोरोना टीकाकरण अभियान पर निर्भर : डिप्टी सीएम

25 हजार से अधिक सांपों को बचाया
30 साल में उन्होंने 25 हजार से ज्यादा सांपों को बचाया है. उन्होंने मगरमच्छ, बंदर और भालू जैसे खतरनाक जानवरों को पकड़कर उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ा है. वह बेल्लारी जिले में इस कार्य के लिए चर्चित है. वह चित्रदुर्ग समेत देशभर में सांपों की सुरक्षा पर काम कर रहे हैं. वन विभाग भी उन्हें सहयोग कर रहा है.

इस बारे में वेणुगोपाल कहते हैं कि सांपों को पकड़ने का एक तरीका होता है. जब किसी घर में सांप हो, तो वहां लोगों की भीड़ नहीं होनी चाहिए. इससे सांप विचलित हो जाता है. यदि आप उसे बिना चोट ने पहुंचाए और उसे जाने दें, तो वह अपने रास्ते चला जाता है.

Last Updated : Jun 25, 2021, 8:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.