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Karnataka Politics: कर्नाटक में सत्ता शेयरिंग के अटकलों पर एम.बी. पाटिल ने किया ये बड़ा खुलासा

कर्नाटक में नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के कुछ दिनों बाद अब एक बार फिर सत्ता शेयरिंग को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. इन अटकलों के बीच सीएम के वफादार और कैबिनेट मंत्री एम.बी. पाटिल ने बड़ा दावा किया है.

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Published : May 23, 2023, 1:59 PM IST

Updated : May 23, 2023, 6:35 PM IST

बेंगलुरू : कर्नाटक में शपथ ग्रहण समारोह के कुछ दिनों बाद सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार खेमे के बीच मुख्यमंत्री के वफादार और कैबिनेट मंत्री एम.बी. पाटिल ने दावा किया कि सिद्धारमैया पांच साल के पूरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री रहेंगे. पाटिल ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने इस मुद्दे पर कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की है. उन्होंने कहा, "वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो घोषणा की थी, उसे मैंने दोहराया है." एम.बी. पाटिल ने मंगलवार को कहा, "मैं अपने शब्दों को बार-बार नहीं दोहराऊंगा. कल (सोमवार) मीडिया ने पूछा कि क्या सिद्दारमैया को सीएम पद से बदला जाएगा. हमारे नेताओं ने घोषणा की थी कि सिद्धारमैया सीएम हैं और शिवकुमार डिप्टी सीएम हैं.

एआईसीसी सचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कहा था, उसे मैंने दोहराया है." उन्होंने दोहराया, "मैंने व्यक्तिगत रूप से कोई राय नहीं दी है. मेरे पास इस संबंध में कोई बयान देने के लिए नहीं है." गौरतलब है कि पाटिल ने सोमवार रात दावा किया था कि सिद्धारमैया पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. उन्होंने कहा, "सत्ता के बंटवारे के बारे में कोई बात नहीं हुई है और सिद्धारमैया अगले पांच साल के लिए मुख्यमंत्री होंगे." इधर, कांग्रेस आलाकमान भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है. लेकिन, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के खेमे का कहना है कि सिद्धारमैया के बीच 30:30 सत्ता बंटवारे के फॉर्मूले पर सहमति बनी थी. फॉर्मूले के मुताबिक दोनों 30-30 महीने के लिए सीएम बनेंगे.

पढ़ें : कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस नेता खादर ने नामांकन किया

हालांकि, सत्ता बंटवारे के फॉर्मूले पर व्यापक चर्चा हो रही है, लेकिन आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है. पिछले हफ्ते जब सीएम सिद्धारमैया से सत्ता के बंटवारे के फॉर्मूले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने पत्रकारों से जवाबी सवाल करते हुए कहा था, उन्हें पुष्टि कहां से मिलती है? सूत्रों ने बताया कि सिद्धारमैया और शिवकुमार के चहेते एमबी पाटिल के बीच एक शीत युद्ध चल रहा है. लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखने वाले पाटिल उपमुख्यमंत्री पद के दावेदार थे. रविवार को एम.बी. पाटिल को कांग्रेस मुख्यालय में भाषण देते समय सिद्धारमैया से बात करते हुए देखने के बाद, शिवकुमार ने खुले तौर पर एमबी पाटिल को परेशान न करने के लिए कहा था.

शिवकुमार की प्रतिक्रिया : सीएम पद साझा करने के पाटिल के बयान पर शिवकुमार ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "कोई कुछ भी कहे. मैं उस बारे में बात नहीं करूंगा. एआईसीसी सत्ता और पार्टी के अन्य मुद्दों को देखने के लिए है. कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता हैं." उन्होंने कहा कि पार्टी की प्राथमिकता प्रदेश का सर्वांगीण विकास ही है.

'हाईरकमान करेंगे तय' : मंत्री प्रियांक खड़गे ने भी इस संबंध में बात की. उन्होंने कहा, "अब आप उसकी चिंता न करें, हाईकमान ही सब कुछ तय करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि मंत्री एमबी पाटिल ने किस मुद्दे पर यह बात कही है. दूसरी ओर, डीके शिवकुमार के भाई और सांसद डीके सुरेश ने बात की और कहा कि एआईसीसी महासचिव वेणुगोपाल से इस बारे में पूछें.

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

बेंगलुरू : कर्नाटक में शपथ ग्रहण समारोह के कुछ दिनों बाद सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार खेमे के बीच मुख्यमंत्री के वफादार और कैबिनेट मंत्री एम.बी. पाटिल ने दावा किया कि सिद्धारमैया पांच साल के पूरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री रहेंगे. पाटिल ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि उन्होंने इस मुद्दे पर कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की है. उन्होंने कहा, "वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो घोषणा की थी, उसे मैंने दोहराया है." एम.बी. पाटिल ने मंगलवार को कहा, "मैं अपने शब्दों को बार-बार नहीं दोहराऊंगा. कल (सोमवार) मीडिया ने पूछा कि क्या सिद्दारमैया को सीएम पद से बदला जाएगा. हमारे नेताओं ने घोषणा की थी कि सिद्धारमैया सीएम हैं और शिवकुमार डिप्टी सीएम हैं.

एआईसीसी सचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कहा था, उसे मैंने दोहराया है." उन्होंने दोहराया, "मैंने व्यक्तिगत रूप से कोई राय नहीं दी है. मेरे पास इस संबंध में कोई बयान देने के लिए नहीं है." गौरतलब है कि पाटिल ने सोमवार रात दावा किया था कि सिद्धारमैया पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. उन्होंने कहा, "सत्ता के बंटवारे के बारे में कोई बात नहीं हुई है और सिद्धारमैया अगले पांच साल के लिए मुख्यमंत्री होंगे." इधर, कांग्रेस आलाकमान भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है. लेकिन, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के खेमे का कहना है कि सिद्धारमैया के बीच 30:30 सत्ता बंटवारे के फॉर्मूले पर सहमति बनी थी. फॉर्मूले के मुताबिक दोनों 30-30 महीने के लिए सीएम बनेंगे.

पढ़ें : कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस नेता खादर ने नामांकन किया

हालांकि, सत्ता बंटवारे के फॉर्मूले पर व्यापक चर्चा हो रही है, लेकिन आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है. पिछले हफ्ते जब सीएम सिद्धारमैया से सत्ता के बंटवारे के फॉर्मूले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने पत्रकारों से जवाबी सवाल करते हुए कहा था, उन्हें पुष्टि कहां से मिलती है? सूत्रों ने बताया कि सिद्धारमैया और शिवकुमार के चहेते एमबी पाटिल के बीच एक शीत युद्ध चल रहा है. लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखने वाले पाटिल उपमुख्यमंत्री पद के दावेदार थे. रविवार को एम.बी. पाटिल को कांग्रेस मुख्यालय में भाषण देते समय सिद्धारमैया से बात करते हुए देखने के बाद, शिवकुमार ने खुले तौर पर एमबी पाटिल को परेशान न करने के लिए कहा था.

शिवकुमार की प्रतिक्रिया : सीएम पद साझा करने के पाटिल के बयान पर शिवकुमार ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "कोई कुछ भी कहे. मैं उस बारे में बात नहीं करूंगा. एआईसीसी सत्ता और पार्टी के अन्य मुद्दों को देखने के लिए है. कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता हैं." उन्होंने कहा कि पार्टी की प्राथमिकता प्रदेश का सर्वांगीण विकास ही है.

'हाईरकमान करेंगे तय' : मंत्री प्रियांक खड़गे ने भी इस संबंध में बात की. उन्होंने कहा, "अब आप उसकी चिंता न करें, हाईकमान ही सब कुछ तय करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि मंत्री एमबी पाटिल ने किस मुद्दे पर यह बात कही है. दूसरी ओर, डीके शिवकुमार के भाई और सांसद डीके सुरेश ने बात की और कहा कि एआईसीसी महासचिव वेणुगोपाल से इस बारे में पूछें.

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

Last Updated : May 23, 2023, 6:35 PM IST
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