बेंगलुरु: कर्नाटक की 39 वर्षीय एक महिला ने शहर के एक पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने गुरुवार को कहा कि बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल पंत के पास शिकायत में महिला का आरोप है कि आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर ने कथित तौर पर उसे रिश्वत देने या शारीरिक रूप से संतुष्ट करने के लिए कहा. ये आरोप बेंगलुरु के हनूर थाने के इंस्पेक्टर वसंत कुमार के खिलाफ लगे हैंं. हालांकि इंस्पेक्टर वसंत कुमार ने इस आरोप को सिरे से नकार दिया है. इंस्पेक्टर का कहना है कि महिला के आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं.
शिकायतकर्ता महिला के अनुसार, 13 जनवरी को जब वह अपने किरायेदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने थाने गई, तो इंस्पेक्टर ने कथित तौर पर उसकी स्थिति का नाजायज फायदा उठाया. महिला अपने किरायेदार और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा हमला किए जाने के बाद पुलिस स्टेशन गई थी. उसको कुछ चोटें भी आईं थी. लेकिन इंस्पेक्टर द्वारा उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई. बाद में, उसे निरीक्षक ने अपने कक्ष में बुलाया और उसको दो विकल्प दिए.
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि "इंस्पेक्टर वसंत कुमार ने मुझसे कहा कि या तो उसे 5 लाख रुपये का रिश्वत दे या जब भी वह चाहे तो उसके यौन इच्छा की पूर्ति करे. उसने कहा कि अगर वह उसकी मांगों पर सहमत होती है तभी वह उसकी मदद करेगा."
महिला ने आगे आरोप लगाया है कि जब उसने इंस्पेक्टर की मांगों को मानने से इनकार कर दिया तब इंस्पेक्टर वसंत कुमार ने उसे भद्दी-भद्दी गालियां दी थी. पीड़ित महिला ने कहा कि इंस्पेक्टर ने उसके खिलाफ कम से कम 10 शिकायतें दर्ज कराने की धमकी दी और उसके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई. उसने कहा कि उस मामले में बड़ी मुश्किल से जमानत मिली है.
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पीडित महिला का आरोप है कि "जमानत मिलने के बाद, आरोपी इंस्पेक्टर ने मुझे थाने बुलाया और वह मुझे अपने कक्ष में ले गया. मुझ पर दवाब बनाया कि वो उसका (इंस्पेक्टर) प्रस्ताव स्वीकार करे. उसने फिर मेरा हाथ पकड़कर घसीटा और कहा कि वह मुझे किसी भी कीमत पर पाना चाहता है और पाकर रहेगा. मुझे लंबे समय तक इन यातनाओं का सामना करना पड़ा"
इंस्पेक्टर वसंत कुमार का कहना है कि उस महिला के आरोप झूठे और निराधार हैं. सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार बीएनजी पुलिस कमिश्नर कमल पंथ आज उन्हें सस्पेंड कर सकते हैं...