मैसूर: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया फिर से वरुणा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. तो वहीं, बीजेपी ने मंत्री वी सोमन्ना को यहां से मैदान में उतारा है. ऐसे में यह बीजेपी और कांग्रेस के लिए अहम हो गई है. वरुणा विधानसभा सीट साल 2008 में मैसूर, नंजनगुडु और टी नरसीपुर तालुक के कुछ गांवों सहित अस्तित्व में आई. सिद्धारमैया और उनके बेटे यतींद्र सिद्धारमैया पिछले 15 वर्षों से इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. सिद्धारमैया साल 2008 और 2013 में चुनाव जीते और यहां से सीएम और विपक्ष के नेता के रूप में उभरे.
साल 2013 में मुख्यमंत्री बने सिद्धारमैया ने 2018 के चुनावों में वरुण निर्वाचन क्षेत्र को अपने बेटे यतींद्र सिद्धारमैया को सौंप दिया. उन्होंने चामुंडेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र और बादामी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा. वह चामुंडेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में हार गए और बादामी में जीत गए. साल 2018 का चुनाव जीतने वाले यतींद्र सिद्धारमैया ने इस बार वरुणा निर्वाचन क्षेत्र अपने पिता सिद्धारमैया के लिए छोड़ दिया है. अब वरुणा में सिद्धारमैया और बीजेपी के सोमन्ना के बीच सीधा मुकाबला है.
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चुनाव की घोषणा से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धारमैया कई हिस्सों में चुनाव लड़ेंगे लेकिन कांग्रेस ने सिद्धारमैया को वरुणा से चुनाव लड़ने की अनुमति दी. बीजेपी आलाकमान ने वी सोमन्ना को दो निर्वाचन क्षेत्रों (वरुणा और चामराजनगर) से टिकट दिया है. हालांकि, वरुणा सीट प्रदेश की हॉट सीट बन गई है.
सोमन्ना के लिए मुख्यमंत्री बोम्मई, अमित शाह सहित कई राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर के नेताओं और फिल्म अभिनेताओं सहित कई प्रमुख नेताओं ने सोमन्ना के लिए प्रचार किया है. वरुणा में प्रत्याशी सोमन्ना गांवों में प्रचार कर जाति के आधार पर वोट बटोरने की रणनीति बना रहे हैं. उधर, सिद्धारमैया की बहू स्मिता राकेश पहले ही अपने ससुर के लिए प्रचार कर चुकी हैं. 3 मई को केपीसीसी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और 4 मई को अभिनेत्री राम्या, अभिनेता शिवराजकुमार और दुनिया विजय भी अभियान में भाग लेंगे. उसके बाद, कहा जाता है कि सिद्धारमैया चुनाव और प्रचार से पहले दो दिन निर्वाचन क्षेत्र में रहेंगे.