तुमकुरु: कर्नाटक के तुमकुरु जिले में एक आंगनवाड़ी की शिक्षिका और सहायिका ने पैंट में बार-बार पेशाब करने के कारण बच्चे को डराने के लिए उसके प्राइवेट पार्ट (Anganwadi teacher burns boy private parts) को जला दिया. घटना जिले के चिकनायकनहल्ली क्षेत्र के गोडेकेरे गांव के आंगनवाड़ी केद्र की है. बताया जाता है कि तीन साल का बच्चा बार-बार अपनी पैंट में पेशाब कर रहा था. जिसके कारण आंगनवाड़ी शिक्षिका एवं सहायिका ने माचिस की तीली से बालक के प्राइवेट पार्ट को जला दिया. बताया गया है कि पीड़ित बच्चा दलित 'कोरमा' समुदाय से ताल्लुक रखता है.
शिक्षिका और सहायिका के इस कृत्य (Tumakuru Anganwadi teacher tortures child) से बच्चे का प्राइवेट पार्ट जख्मी हो गया और जांघ के पास भी चोट लगी है. बच्चे का इलाज स्थानीय जन स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. वहीं, मामला सामने आते ही जिला बाल संरक्षण केंद्र के अधिकारी गांव पहुंचे. इसके अलावा, महिला एवं बाल कल्याण अधिकारियों ने बच्चे के परिजनों का बयान दर्ज करने के बाद आंगनवाड़ी शिक्षक और सहायिका को नोटिस जारी किया है. पीड़ित बच्चे और परिवार की काउंसलिंग के लिए चाइल्ड काउंसलर भेजा गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 15 दिन पहले ही बच्चे की मां का कैंसर से निधन हो गया था. फिलहाल उसकी देखभाल उसके पिता और उसकी दादी करते हैं. पीड़ित बच्चे का एक बड़ा भाई है जो कक्षा छह में पढ़ता है. बच्चे के माता-पिता वर्षों से चिकमगलूर में एक कॉफी एस्टेट में काम कर रहे थे, और अपनी मां की मृत्यु के बाद ही गोदेकेरे चले गए. बताया गया है कि उसकी दादी ने आंगनवाड़ी शिक्षिका नागरत्ना और आरोपी सहायक शिक्षिका रश्मि को निर्देश दिया था कि वह बच्चे को संयत रहने की शिक्षा दें और उसे शौचालय का प्रशिक्षण भी दें. हालांकि, दादी को इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि शौचालय प्रशिक्षण में ऐसे क्रूर उपाय किए जाएंगे.
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