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कांकेर में बीजेपी नेता असीम राय की हुई कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, कांग्रेस नेता समेत 11 आरोपी गिरफ्तार

aseem rai murder case कांकेर के पखांजूर में बीजेपी नेता असीम राय की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. बीजेपी नेता असीम राय की कांग्रेसी नेताओं ने सुपारी देकर हत्या करवाई थी. कांग्रेस नेताओं समेत 11 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस खुलासे के बाद छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कांकेर का दौरा किया और असीम राय के परिजनों से मुलाकात की है. contract killing

aseem rai murder case
असीम राय की हुई कॉन्ट्रैक्ट किलिंग
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 12, 2024, 4:35 PM IST

Updated : Jan 12, 2024, 5:46 PM IST

असीम राय की हत्या पर कांकेर एसपी का बयान

कांकेर: जिले के पखांजूर में 7 जनवरी को बीजेपी जिला उपाध्यक्ष असीम राय की हत्या कर दी गई थी. मामले में कांकेर पुलिस ने आज बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया है कि कांग्रेस नेताओं ने सुपारी देकर बीजेपी नेता असीम राय की हत्या करवाई थी. इस राजनीतिक षडयंत्र में नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली और कांग्रेस पार्षद विकास पाल समेत 11 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. लेकिन मुख्य शूटर विकास तालकुदार अब भी फरार है.

पखांजूर में हुई थी असीम राय की हत्या: पुलिस के अनुसार, यह हत्या 7 जनवरी को पखांजूर के पुराना बाजार इलाके में रात आठ बजे के करीब की गई थी. घटना के वक्त असीम राय बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे. राय जब अचानक वाहन से गिरे, तो आसपास के लोगों की मदद से उन्हें स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. प्रारंभिक जांच के दौरान डॉक्टरों ने राय के सिर पर गोली लगने की पुष्टि की. तब जाकर हत्या का पता चला था.

ऐसे हुआ हत्याकाण्ड का खुलासा: कांकेर पुलिस ने पखांजुर में हुए बीजेपी नेता के हत्याकांड का खुलासा किया है. कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया, "हाई प्रोफाइल मर्डर केस होने के कारण मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. पखांजूर शहर के सीसीटीव्ही कैमरों को खंगला गया. इस दौरान पता चला कि बाईक से दो आरोपियों ने असीम राय का पीछा किया था. बाईक चलाते हुये पीछे बैठे आरोपी ने मृतक को पिस्टल से शूट किया था. बाईक में पीछे बैठकर पिस्टल चलाने वाले आरोपी की पहचान पीव्ही 82 निवासी विकास तालुकदार के रुप में किया गया. जिसे अक्सर पीव्ही 125 निवासी नीलरतन मंडल के साथ घुमते देखा गया. नीलरतन मंडल को हिरासत में लेकर कडाई से पूछताछ करने पर उसने पूरे षड़यंत्र का खुलासा किया.

7 लाख रुपये में सुपारी ली सुपारी: पुलिस की पूछताछ में नीलरतन मंडल ने बताया कि पखांजूर निवासी मंडल मेडिकल के प्रोपराईटर सोमेन्द्र मंडल, पीव्ही 28 निवासी सर्वजीत उर्फ सुरजीत एवं पीव्ही 36 निवासी रीपन तीनों ने उससे मुलाकात की. उन्होंने पखांजूर के कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली, विकास पाल और पीव्ही 28 निवासी जितेन्द्र बैरागी तीनों मिलकर भाजपा नेता असीम राय की हत्या करवाना चाहते हैं. नीलरतन ने असीम राय की हत्या के लिये अपने मौसेरे भाई शार्प शूटर विकास तालुकदार और जयंत विश्वास की मुलाकात सोमेन्द्र से करवायी. जिसके बाद असीम राय की हत्या के लिये नीलरतन मंडल, विकास तालुकदार एवं जयंत विश्वास ने 7 लाख रुपये में सुपारी लिया.

अविश्वास प्रस्ताव लाने पर राय की करवाई हत्या: सोमेन्द्र मंडल को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर असीम राय की हत्या के षड़यंत्र में शामिल होना कुबूल किया. उसने बताया कि 03 दिसंबर 2024 को सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस नेता एवं नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. उनकी कुर्सी खतरे में थी. इसी प्रकार पार्षद विकास पाल को इस बात का डर था कि उसका पखांजूर इन होटल का अवैध निर्माण भी तोड़ा जायेगा. दोनों ही इस बात के लिये असीम राय को ही जिम्मेदार मानते थे. पीव्ही 28 निवासी जितेन्द्र बैरागी की भी असीम राय के साथ पुरानी रंजिश थी, जिसके कारण बप्पा गांगुली, विकास पाल और जितेन्द्र बैरागी ने मिलकर सोमेन्द्र मंडल को असीम राय की हत्या करवाने की जिम्मेदारी दी थी. हत्या के लिये पैसे की व्यवस्था बप्पा गांगुली एवं विकास पाल ने किया.

असीम राय की रेकी की, फिर किया हत्या: जितेन्द्र वैरागी को मृतक की रेकी करने की जिम्मेदारी दी गयी. जितेन्द्र बैरागी ने अपने साथी पीव्ही 36 निवासी तपन मंडल एवं समीत मांझी के साथ मिलकर मृतक की गतिविधियों की रेकी की. बप्पा गांगुली एवं विकास पाल ने सोमेन्द्र मंडल के माध्यम से 07 लाख रुपये नीलरतन को भेजा. जिसमें उक्त रकम में से करीब 01 लाख रुपये में पिस्टल खरीदा. इसके बाद विकास तालुकदार ने अपने साथी गोपीदास के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया.

इन आरोपियों ने दिया वारदात को अंजाम: हत्या में शामिल 11 आरोपियों में बप्पा गांगुली, विकास पाल, सोमेन्द्र मंडल, नीलरतन मंडल, रीपन सदियाल, सुरजीत बाला, समीत मांझी, तपन मंडल, जितेन्द्र बैरागी और जयंत विश्वास शामिल थे. असीम राय की हत्या के लिये नीलरतन मंडल, विकास तालुकदार एवं जयंत विश्वास ने 7 लाख रुपये में सिपारी ली थी.

पखांजूर के नपा अध्यक्ष भी रहे असीम राय: असीम राय पखांजुर नगर पंचायत के अध्यक्ष भी रहे हैं. पहले वे पार्षद भी रहे हैं और बीजेपी की जिला इकाई उपाध्यक्ष भी रहे हैं. असीम राय पर 2014 में भी दो लोगों ने इसी तरह के हमले किये थे, लेकिन तब वे सुरक्षित बच गए थे.

गृह मंत्री विजय शर्मा ने असीम राय के परिजनों से की मुलाकात: इस खुलासे के बाद पूरे कांकेर सहित छत्तीसगढ़ में हड़कंप मच गया है. गृह मंत्री डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कांकेर का दौरा किया. उन्होंने पखांजूर पहुंचकर असीम राय के परिजनों से मुलाकात की है. विजय शर्मा ने असीम राय के गुनहगारों को सजा दिलाने की बात भी कही है.

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पखांजूर में हुई थी असीम राय की हत्या: पुलिस के अनुसार, यह हत्या 7 जनवरी को पखांजूर के पुराना बाजार इलाके में रात आठ बजे के करीब की गई थी. घटना के वक्त असीम राय बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे. राय जब अचानक वाहन से गिरे, तो आसपास के लोगों की मदद से उन्हें स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. प्रारंभिक जांच के दौरान डॉक्टरों ने राय के सिर पर गोली लगने की पुष्टि की. तब जाकर हत्या का पता चला था.

ऐसे हुआ हत्याकाण्ड का खुलासा: कांकेर पुलिस ने पखांजुर में हुए बीजेपी नेता के हत्याकांड का खुलासा किया है. कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया, "हाई प्रोफाइल मर्डर केस होने के कारण मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. पखांजूर शहर के सीसीटीव्ही कैमरों को खंगला गया. इस दौरान पता चला कि बाईक से दो आरोपियों ने असीम राय का पीछा किया था. बाईक चलाते हुये पीछे बैठे आरोपी ने मृतक को पिस्टल से शूट किया था. बाईक में पीछे बैठकर पिस्टल चलाने वाले आरोपी की पहचान पीव्ही 82 निवासी विकास तालुकदार के रुप में किया गया. जिसे अक्सर पीव्ही 125 निवासी नीलरतन मंडल के साथ घुमते देखा गया. नीलरतन मंडल को हिरासत में लेकर कडाई से पूछताछ करने पर उसने पूरे षड़यंत्र का खुलासा किया.

7 लाख रुपये में सुपारी ली सुपारी: पुलिस की पूछताछ में नीलरतन मंडल ने बताया कि पखांजूर निवासी मंडल मेडिकल के प्रोपराईटर सोमेन्द्र मंडल, पीव्ही 28 निवासी सर्वजीत उर्फ सुरजीत एवं पीव्ही 36 निवासी रीपन तीनों ने उससे मुलाकात की. उन्होंने पखांजूर के कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली, विकास पाल और पीव्ही 28 निवासी जितेन्द्र बैरागी तीनों मिलकर भाजपा नेता असीम राय की हत्या करवाना चाहते हैं. नीलरतन ने असीम राय की हत्या के लिये अपने मौसेरे भाई शार्प शूटर विकास तालुकदार और जयंत विश्वास की मुलाकात सोमेन्द्र से करवायी. जिसके बाद असीम राय की हत्या के लिये नीलरतन मंडल, विकास तालुकदार एवं जयंत विश्वास ने 7 लाख रुपये में सुपारी लिया.

अविश्वास प्रस्ताव लाने पर राय की करवाई हत्या: सोमेन्द्र मंडल को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर असीम राय की हत्या के षड़यंत्र में शामिल होना कुबूल किया. उसने बताया कि 03 दिसंबर 2024 को सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस नेता एवं नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. उनकी कुर्सी खतरे में थी. इसी प्रकार पार्षद विकास पाल को इस बात का डर था कि उसका पखांजूर इन होटल का अवैध निर्माण भी तोड़ा जायेगा. दोनों ही इस बात के लिये असीम राय को ही जिम्मेदार मानते थे. पीव्ही 28 निवासी जितेन्द्र बैरागी की भी असीम राय के साथ पुरानी रंजिश थी, जिसके कारण बप्पा गांगुली, विकास पाल और जितेन्द्र बैरागी ने मिलकर सोमेन्द्र मंडल को असीम राय की हत्या करवाने की जिम्मेदारी दी थी. हत्या के लिये पैसे की व्यवस्था बप्पा गांगुली एवं विकास पाल ने किया.

असीम राय की रेकी की, फिर किया हत्या: जितेन्द्र वैरागी को मृतक की रेकी करने की जिम्मेदारी दी गयी. जितेन्द्र बैरागी ने अपने साथी पीव्ही 36 निवासी तपन मंडल एवं समीत मांझी के साथ मिलकर मृतक की गतिविधियों की रेकी की. बप्पा गांगुली एवं विकास पाल ने सोमेन्द्र मंडल के माध्यम से 07 लाख रुपये नीलरतन को भेजा. जिसमें उक्त रकम में से करीब 01 लाख रुपये में पिस्टल खरीदा. इसके बाद विकास तालुकदार ने अपने साथी गोपीदास के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया.

इन आरोपियों ने दिया वारदात को अंजाम: हत्या में शामिल 11 आरोपियों में बप्पा गांगुली, विकास पाल, सोमेन्द्र मंडल, नीलरतन मंडल, रीपन सदियाल, सुरजीत बाला, समीत मांझी, तपन मंडल, जितेन्द्र बैरागी और जयंत विश्वास शामिल थे. असीम राय की हत्या के लिये नीलरतन मंडल, विकास तालुकदार एवं जयंत विश्वास ने 7 लाख रुपये में सिपारी ली थी.

पखांजूर के नपा अध्यक्ष भी रहे असीम राय: असीम राय पखांजुर नगर पंचायत के अध्यक्ष भी रहे हैं. पहले वे पार्षद भी रहे हैं और बीजेपी की जिला इकाई उपाध्यक्ष भी रहे हैं. असीम राय पर 2014 में भी दो लोगों ने इसी तरह के हमले किये थे, लेकिन तब वे सुरक्षित बच गए थे.

गृह मंत्री विजय शर्मा ने असीम राय के परिजनों से की मुलाकात: इस खुलासे के बाद पूरे कांकेर सहित छत्तीसगढ़ में हड़कंप मच गया है. गृह मंत्री डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कांकेर का दौरा किया. उन्होंने पखांजूर पहुंचकर असीम राय के परिजनों से मुलाकात की है. विजय शर्मा ने असीम राय के गुनहगारों को सजा दिलाने की बात भी कही है.

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Last Updated : Jan 12, 2024, 5:46 PM IST
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