रायपुर: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले आरोपी कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस ने मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया है. कालीचरण महाराज खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम के पास एक व्यक्ति के यहां किराए का रूम लेकर रूके हुए थे. कालीचरण को खजुराहो से गिरफ्तार कर पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने कालीचरण को दो दिन की पुलिस रिमांड पर जेल भेजा है.कालीचरण को रायपुर जिला कोर्ट में जस्टिस चेतना ठाकुर की कोर्ट में पेश किया गया था. यहां उसकी पेशी के दौरान जय श्रीराम के नारे भी लगे. करीब 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी कोर्ट परिसर में तैनात थे. कालीचरण समर्थकों को हाथ हिलाते हुए कोर्ट में घुसा. इससे पहले रायपुर पुलिस लाइन में डॉक्टरों ने उसका मेडिकल किया. जिसमें किसी बीमारी की पुष्टि नहीं हुई. कालीचरण का कोविड रिपोर्ट भी निगेटिव आया. कोर्ट ने कालीचरण को 1 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.
कालीचरण की गिरफ्तारी पर एमपी सीजी में बढ़ी तकरार
कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी पर जमकर सियासत हुई. मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि, ''छत्तीसगढ़ पुलिस को इंटरस्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं करना था. मैंने मध्यप्रदेश के डीजीपी को कहा है कि वह तत्काल छत्तीसगढ़ के डीजीपी से बात करें. विरोध दर्ज कराएं और मामले में स्पष्टीकरण भी लें.
छत्तीसगढ़ के सीएम ने दिया ये जवाब
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि, ''छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण महाराज के परिवार और वकील को उनकी गिरफ्तारी की सूचना दे दी है. कालीचरण महाराज को 24 घंटे के अंदर कोर्ट में पेश किया जाएगा. भाजपा नेता ये बताएं कि,'' राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को गाली देने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी पर वे खुश हैं या दुखी.''
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री का पलटवार
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पलटवार किया है. ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि, ''हमने पूरी प्रक्रिया का पालन किया है, आरोपी को हमारी टीम गिरफ्तार कर रायपुर ला रही है.''
रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर साधा निशाना
कालीचरण की गिरफ्तारी पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि कानून को अपना काम करना है. महात्मा गांधी का अपमान अनुचित है. रमन सिंह ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में लगातार भगवान राम का अपमान करने वालों पर भूपेश सरकार कब कार्रवाई करेगी. छत्तीसगढ़ की जनता यह सवाल पूछ रही है. इसका भी जवाब आना चाहिए.
धर्म संसद को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर निशाना साधा है. रमन सिंह ने कहा है कि, ''नकल के लिए भी अकल चाहिए. धर्म संसद बुलाने की प्रक्रिया जब शुरू की गई तो यह मालूम होना चाहिए कि किसको और कैसे बुलाया जाए, किन-किन को बुलाकर बात की जाए.''
रायपुर की धर्म संसद में दिया था आपत्तिजनक बयान
रायपुर की धर्म संसद में 26 दिसंबर को कालीचरण महाराज ने मंच से महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इतना ही नहीं बल्कि गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को उनकी हत्या करने के लिए धन्यवाद दिया था. इसके बाद मंच पर ही उनका विरोध शुरू हो गया था. देर रात रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने टिकरापारा थाने में कालीचरण महाराज के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. रायपुर पुलिस ने धारा 294, 505(2) के तहत केस दर्ज किया था. विवेचना के दौरान साक्ष्यों के आधार पर राष्ट्रद्रोह की धाराएं 153 A (1)(A), 153 B (1)(A), 295 A ,505(1)(B) , 124A को भी जोड़ा गया है. रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की है.