हनुमानगढ़ : भाजपा नेता कैलाश मेघवाल पर दूसरी बार हमला हुआ है. वे अपने समर्थकों के साथ श्रीगंगानगर जा रहे थे. कुछ लोगों ने पीलीबंगा कस्बे के खोसा चक के पास उनके काफिले को रोक लिया.
करीब 50 लोगों ने कैलाश मेघवाल पर हमला बोल दिया. मेघवाल के काफिले की गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है. दो गाड़ियों के टायरों की हवा भी उपद्रवियों ने निकाल दी. इस बीच हमलावरों और मेघवाल समर्थकों के बीच काफी धक्का-मुक्की भी हुई. हमले में कैलाश मेघवाल बाल-बाल बच गए. कैलाश मेघवाल ने Etv भारत से फोन पर बात करते हुए बताया कि वे श्रीगंगानगर में आयोजित रोष मार्च में हिस्सा लेने जा रहे थे.
मेघवाल के समर्थकों ने इस हमले की जानकारी पीलीबंगा पुलिस को दी है. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए मेघवाल के काफिले को वहां से श्रीगंगानगर की तरफ रवाना किया.पीलीबंगा के पास उनकी गाड़ियों पर हमला किया गया और उनके काफिले को रोककर समर्थकों के साथ मारपीट की गई. कई गाड़ियों की हवा भी निकाल दी गई है. कई समर्थकों को चोटें भी आई हैं. वे बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाकर निकले.
हालांकि सोशलसाइट्स पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग गाली-गलौच के साथ कैलाश मेघवाल के समर्थकों पर आरोप लगा रहे हैं कि मेघवाल समर्थकों ने उन पर लोहे की रॉड से हमला किया है. ये लोग कैलाश मेघवाल की गाड़ियों की तरफ लाठी-डंडों और फावड़ों के साथ भाग रहे हैं.
पहले भी मेघवाल पर हुआ था हमला
बता दें कि 30 जुलाई को श्रीगंगानगर में किसान सभा और भाजपा सभा एक साथ थी. कैलाश मेघवाल सरकार के खिलाफ भाजपा की ओर से रखी गई सभा में हिस्सा लेने जा रहे थे. जहां गंगा चौक, श्रीगंगानगर में लोगों ने उनके कपड़े फाड़ दिये थे. उनके साथ मारपीट भी की गई थी.
इसी मारपीट के खिलाफ आज श्रीगंगानगर में रोष मार्च रखा गया था. लेकिन आज फिर मेघवाल पर हमला हो गया. हालांकि जब हमने इस बारे में पीलीबंगा थानाधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि काफिले को रोका जरूर गया था. लेकिन मारपीट और तोड़फोड़ जैसी कोई घटना नहीं घटी. लेकिन घटना के बाद मेघवाल समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से सोशलसाइट्स पर लगातार आक्रोश जताया जा रहा है.