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दो दिनों की बारिश से ही खुल गई चेन्नई कॉर्पोरेशन की पोल, कहां गई 4000 करोड़ रुपये की योजनाएं - Chennai Corporation

तमिलनाडु में पिछले दो दिनों में भारी बारिश से लोग परेशान हो गए, लेकिन मंगलवार को निकली धूप ने लोगों को कुछ राहत दी. लेकिन इन दो दिनों की बारिश ने चेन्नई में प्रशासन की पोल खोलकर रख दी.

heavy rain in chennai
चेन्नई में भारी बारिश
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 5, 2023, 9:48 PM IST

चेन्नई: राज्य में पिछले दो दिनों से हो रही खतरनाक भारी बारिश के बाद, चेन्नई शहर में मंगलवार सुबह धूप निकली. लेकिन इन दो दिनों की बारिश ने चेन्नई की सड़कों को नदियों में तब्दील कर दिया है. जिस तरफ नजर जा रही है, वहां पानी ही पानी नजर आ रहा है. लेकिन मंगलवार को निकली धूप ने लोगों को थोड़ी राहत दी है. लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि 4,000 करोड़ रुपये खर्च कर किये गये स्मार्ट सिटी विकास कार्यों का क्या हुआ?

क्या यही चेन्नई शहर का भाग्य है? क्या चेन्नई शहर में बाढ़ से राहत नहीं मिलेगी? लोगों के मन में सवालों का एक अलग ही तूफान उमड़ रहा है. साल 2023 में एक दिन में हुई बारिश की मात्रा 2015 में एक दिन में हुई बारिश से ज्यादा है. जानकारी के अनुसार साल 2015 में, एक ही दिन में सेम्बारामबक्कम जलाशय में लगभग 1 लाख क्यूबिक फीट पानी छोड़ा गया था.

लेकिन इस बार, चूंकि समय-समय पर पानी छोड़ा जाता रहा, इतनी भारी बारिश के बावजूद, चेम्बरमबक्कम झील से अधिकतम 8,000 क्यूबिक फीट पानी ही छोड़ा गया, ऐसा मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का कहना है. आपको बता दें कि चेन्नई में 4,000 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट सिटी परियोजनाएं शुरू की गईं. लेकिन अब राज्य सरकार और स्वास्थ्य मंत्री एम. सुब्रमण्यम का मजाक उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर मीम्स वायरल हो रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम द्वारा दिए गए एक इंटरव्यू में कहा गया था कि चाहे कितनी भी बारिश हो जाए, जलभराव नहीं होगा. विपक्ष के नेता एडप्पादी पलानीस्वामी ने ट्विटर पर इस बात की ओर इशारा करते हुए कहा था कि चेन्नई में भारी जलभराव के हालात सामान्य बारिश के कारण ही उत्पन्न हो गए, जबकि अभी तूफान आया भी नहीं है. इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि इतने खर्च के बाद भी हम स्थिति को काबू करने में असफल रहे, क्योंकि 47 सालों में पहली बार ऐसी बारिश हुई है.

2015 में एक दिन में अधिकतम 33 सेमी तक बारिश हुई थी. लेकिन इस बार कुछ जगहों पर 24 घंटे में 37 सेमी तक बारिश दर्ज की गई है. हालांकि, चेन्नई कॉरपोरेशन ने कहा है कि शहर की मुख्य सड़कों से बाढ़ का पानी उतर गया है. 4 दिसंबर को चेन्नई कॉर्पोरेशन ने अपने ट्विटर पोस्ट में कहा कि बारिश के कारण 254 पेड़ गिरे और शाम तक इनमें से 227 पेड़ हटा दिए गए.

पोरूर के करापक्कम इलाके में रहने वाले अभिनेता विष्णु विशाल ने ट्विटर पर पोस्ट कर बताया कि उनके घर में पानी घुस गया है और वह खतरनाक हालत में अपने परिवार के साथ घर की ऊपरी मंजिल पर शरण ले रहे हैं. इसी तरह, चेन्नई में उच्च मध्यम वर्ग का आवासीय क्षेत्र माना जाने वाला अन्नानगर भी बारिश से नहीं बचा. वहां रहने वाले एक्टर विशाल ने गुस्से में चेन्नई कॉर्पोरेशन की मेयर प्रिया राजन का नाम लेते हुए ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया.

चेन्नई: राज्य में पिछले दो दिनों से हो रही खतरनाक भारी बारिश के बाद, चेन्नई शहर में मंगलवार सुबह धूप निकली. लेकिन इन दो दिनों की बारिश ने चेन्नई की सड़कों को नदियों में तब्दील कर दिया है. जिस तरफ नजर जा रही है, वहां पानी ही पानी नजर आ रहा है. लेकिन मंगलवार को निकली धूप ने लोगों को थोड़ी राहत दी है. लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि 4,000 करोड़ रुपये खर्च कर किये गये स्मार्ट सिटी विकास कार्यों का क्या हुआ?

क्या यही चेन्नई शहर का भाग्य है? क्या चेन्नई शहर में बाढ़ से राहत नहीं मिलेगी? लोगों के मन में सवालों का एक अलग ही तूफान उमड़ रहा है. साल 2023 में एक दिन में हुई बारिश की मात्रा 2015 में एक दिन में हुई बारिश से ज्यादा है. जानकारी के अनुसार साल 2015 में, एक ही दिन में सेम्बारामबक्कम जलाशय में लगभग 1 लाख क्यूबिक फीट पानी छोड़ा गया था.

लेकिन इस बार, चूंकि समय-समय पर पानी छोड़ा जाता रहा, इतनी भारी बारिश के बावजूद, चेम्बरमबक्कम झील से अधिकतम 8,000 क्यूबिक फीट पानी ही छोड़ा गया, ऐसा मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का कहना है. आपको बता दें कि चेन्नई में 4,000 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट सिटी परियोजनाएं शुरू की गईं. लेकिन अब राज्य सरकार और स्वास्थ्य मंत्री एम. सुब्रमण्यम का मजाक उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर मीम्स वायरल हो रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम द्वारा दिए गए एक इंटरव्यू में कहा गया था कि चाहे कितनी भी बारिश हो जाए, जलभराव नहीं होगा. विपक्ष के नेता एडप्पादी पलानीस्वामी ने ट्विटर पर इस बात की ओर इशारा करते हुए कहा था कि चेन्नई में भारी जलभराव के हालात सामान्य बारिश के कारण ही उत्पन्न हो गए, जबकि अभी तूफान आया भी नहीं है. इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि इतने खर्च के बाद भी हम स्थिति को काबू करने में असफल रहे, क्योंकि 47 सालों में पहली बार ऐसी बारिश हुई है.

2015 में एक दिन में अधिकतम 33 सेमी तक बारिश हुई थी. लेकिन इस बार कुछ जगहों पर 24 घंटे में 37 सेमी तक बारिश दर्ज की गई है. हालांकि, चेन्नई कॉरपोरेशन ने कहा है कि शहर की मुख्य सड़कों से बाढ़ का पानी उतर गया है. 4 दिसंबर को चेन्नई कॉर्पोरेशन ने अपने ट्विटर पोस्ट में कहा कि बारिश के कारण 254 पेड़ गिरे और शाम तक इनमें से 227 पेड़ हटा दिए गए.

पोरूर के करापक्कम इलाके में रहने वाले अभिनेता विष्णु विशाल ने ट्विटर पर पोस्ट कर बताया कि उनके घर में पानी घुस गया है और वह खतरनाक हालत में अपने परिवार के साथ घर की ऊपरी मंजिल पर शरण ले रहे हैं. इसी तरह, चेन्नई में उच्च मध्यम वर्ग का आवासीय क्षेत्र माना जाने वाला अन्नानगर भी बारिश से नहीं बचा. वहां रहने वाले एक्टर विशाल ने गुस्से में चेन्नई कॉर्पोरेशन की मेयर प्रिया राजन का नाम लेते हुए ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया.

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