नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर विदेशी धरती पर भारत के खिलाफ बोलने को लेकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि राहुल ने देश के हालात को लेकर ऐसे आरोप लगाए हैं, जैसे (आरोप) पाकिस्तान भी लगाने की हिम्मत नहीं करता. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि जहां पूरी दुनिया भारत के बारे में अच्छे शब्दों का उपयोग कर रही है, वहीं देश के मुख्य विपक्षी नेता विदेश में पर दावा कर रहे हैं कि देश बर्बाद हो गया है और कोई लोकतंत्र नहीं है, जबकि न्यायपालिका और मीडिया का बुरा हाल है.
उन्होंने गांधी पर ऐसे समय में निवेशकों को भारत में निवेश करने से हतोत्साहित करने का आरोप लगाया जब दुनिया देश को एक 'आकर्षक स्थान' के रूप में देख रही है और विदेशी कंपनियां यहां व्यापार करने के लिए चीन छोड़ रही हैं. उन्होंने कहा, 'एक बड़े विश्वविद्यालय में, वह लोगों से भारत के बारे में खराब बातें कह रहे हैं. जबकि पाकिस्तान भी अब वैश्विक मंच पर भारत के बारे में ये बातें कहने की हिम्मत नहीं करता. गांधी इसे (देश को) एक ऐसी जगह के रूप में पेश कर रहे हैं जहां अब लोकतंत्र नहीं है और न्यायपालिका को कमजोर किया गया है.'
पात्रा ने सवाल किया कि क्या गांधी भारत को नीचे गिराने के लिए किसी एजेंसी के वेतनमान पर एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. कैंब्रिज विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान में, गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और उन (राहुल) समेत कई नेताओं की निगरानी की जा रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने भारतीय लोकतंत्र पर कथित हमले के पांच प्रमुख पहलुओं को सूचीबद्ध किया - मीडिया और न्यायपालिका पर कब्जा और नियंत्रण; निगरानी और धमकाना; संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जबरदस्ती; अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों पर हमले और असहमति की आवाज बंद करना.
पात्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता ने अल्पसंख्यकों के साथ दूसरे दर्जे के नागरिकों के रूप में व्यवहार किए जाने की बात की और आरोप लगाया कि 'राहुल गांधी और गांधी परिवार भारत के ताने-बाने को नष्ट करने के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं.' पात्रा ने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कहा, 'सिर्फ इसलिए कि आप एक होनहार बच्चे नहीं हैं और अपनी वंशवादी पार्टी के होनहार बच्चे नहीं हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि भारत एक आकर्षक स्थान नहीं है.'
पात्रा ने कहा कि गांधी या कांग्रेस के अन्य नेताओं ने पेगासस मैलवेयर के माध्यम से जासूसी के आरोप की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित एक जांच समिति द्वारा निरीक्षण के लिए अपने मोबाइल फोन भी प्रस्तुत नहीं किए. उन्होंने कहा कि आरटीआई के एक जवाब से पता चला है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के सत्ता में रहने के दौरान हजारों फोन टैप किए गए थे और सैकड़ों ईमेल सरकारी एजेंसियों द्वारा पढ़े गए थे और याद किया कि पूर्व राष्ट्रपति एवं तत्कालीन कैबिनेट मंत्री प्रणब मुखर्जी ने संदेह जताया था कि एक अन्य मंत्री के इशारे पर उनके कार्यालय की जासूसी की गई थी.
भाजपा नेता ने कहा कि गांधी ने चीन में सद्भाव और राष्ट्रवाद की बात की थी और साथ ही उन पर (राहुल पर) आरोप लगाया कि वह भारत को एक एक राष्ट्र के तौर पर नहीं बल्कि एक 'समझौते' के तौर पर देखते हैं. पात्रा ने कहा कि गांधी ने चीनी राष्ट्रवाद के निर्माण में येलो नदी की भूमिका की बात की थी, लेकिन उन्हें भारत में गंगा नहीं दिखती. पात्रा ने गांधी की उनकी ऐसे समय टिप्पणी करने के लिए आलोचना की जब भारत जी20 की मेजबानी कर रहा है, और विश्व के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को मान्यता दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि कहा जा रहा है कि रूस-यूक्रेन विवाद को अगर कोई शांत कर सकता है तो वह मोदी हैं.
ये भी पढ़ें - Rahul Gandhi At Cambridge : कैंब्रिज में राहुल गांधी ने फिर खोली पेगासस वाली फाइल, कहा मेरे फोन की हुई जासूसी
(पीटीआई-भाषा)