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प्रधानमंत्री की बैठक में शामिल होगा गुपकार : फारूक

पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को सर्वदलीय बैठक होनी है. बैठक को लेकर जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक पार्टियां रणनीति तय कर रही हैं. आज गुपकार के नेता नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के आवास पर जुटे. तय हुआ कि गुपकार प्रधानमंत्री की बैठक में शामिल होगा.

पीएम की बैठक को लेकर राजनीतिक दलों ने की चर्चा
पीएम की बैठक को लेकर राजनीतिक दलों ने की चर्चा
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Published : Jun 22, 2021, 8:59 AM IST

Updated : Jun 22, 2021, 4:51 PM IST

श्रीनगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक को लेकर जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को गुपकार जन घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) की बैठक हुई. नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि गुपकार प्रधानमंत्री की बैठक में शामिल होगा.

जम्मू-कश्मीर (jammu-kashmir) का विशेष दर्जा (special status) समाप्त होने के बाद मुख्यधारा के छह दलों ने पीएजीडी का गठन किया था. प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर चर्चा करने के लिए पीएजीडी के नेताओं ने नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के आवास पर बैठक की. बैठक के बाद नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री की बैठक में गुपकार शामिल होगा.

गुपकार की बैठक में बड़ा फैसला

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 'महबूबा मुफ्ती, मोहम्मद तारिगामी और मैं पीएम द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे. हमें उम्मीद है कि हम अपना एजेंडा पीएम और एचएम के सामने रखेंगे.

इससे पहले गुपकर एलायंस के सदस्य मुजफ्फर शाह ने बताया, 'हम सब चीज़ों पर बात करेंगे. हम 35A और धारा 370 पर भी बात करेंगे.'

नेकां ने ये दिया बयान

इससे पहले नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने सोमवार को कहा कि यह अच्छा है कि केंद्र ने यह महसूस किया है कि मुख्यधारा के क्षेत्रीय दलों के बगैर केंद्र शासित प्रदेश में 'चीजें काम नहीं करेंगी.'

सुनिए फारूक अब्दुल्ला ने क्या कहा

नेशनल कांफ्रेंस के कश्मीर के प्रांतीय अध्यक्ष नासिर असलम वानी ने संवाददाताओं को यहां बताया, 'हम यह कहते आ रहे हैं कि पिछले दो सालों में जमीन पर कोई बदलाव नहीं हुआ है. यह अच्छा है कि उन्हें यह महसूस हुआ है कि स्थानीय मुख्य धारा की पार्टियों के बगैर काम नहीं चलेगा. उनके सभी बड़े-बड़े वादे धरातल पर खोखले साबित हो गए और इससे कुछ भी हासिल नहीं हुआ है.'

उन्होंने कहा कि 'जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा की पार्टियों को बदनाम करने से हटकर उन्हें बातचीत के ​लिये बुलाने का बदलाव 'अच्छा' है. वानी ने कहा, 'यह एक अच्छा बदलाव है. जम्मू कश्मीर की मुख्य धारा के राजनीतिक दलों को आप कितना भी बदनाम कर लें, लेकिन उनके बगैर आप कुछ नहीं कर सकते हैं क्योंकि जम्मू कश्मीर की मुख्य धारा ने हमेशा इसे साबित किया है.'

उन्होंने कहा, 'उस मामले में नेशनल कांफ्रेंस को ​शामिल किए बगैर इस तरह के संवादों और इस तरह के सम्मेलनों में आप आगे नहीं बढ़ सकते हैं, क्योंकि यह पूववर्ती प्रदेश की जड़ों से जुड़ी प्रमुख राजनीतिक पार्टी है.'

उधर, पीएजीडी के अन्य सहयोगियों माकपा, भाकपा, पीपुल्स मूवमेंट और अवामी नेशनल कांफ्रेंस ने बैठक के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा है.

तारिगामी का बयान

पीएजीडी के प्रवक्ता एम वाई तारिगामी ने कहा कि वे 24 जून को पीएम की बैठक में आसमान से तारे नहीं मांगेंगे. हम वही मांगेंगें जो हमारा रहा है और जो हमारा होना चाहिए. जैसा कि हमें पीएम द्वारा बुलाई गई बैठक के एजेंडे की कोई जानकारी नहीं है, हम वहां पीएजीडी के रुख को दोहराएंगे.माकपा नेता ने कहा कि पीएम के साथ बैठक एक अवसर है

महबूबा मुफ्ती का बयान

वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस बारे में कहा कि अगर जम्मू कश्मीर के हालात सुधारने हैं, तो सबके साथ बात करनी होगी, पाकिस्तान से भी बात करनी होगी.

खत्म कर दिया था विशेष राज्य का दर्जा

केंद्र सरकार ने पांच अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 के त​हत प्रदेश को मिले विशेष दर्जे के अधिकतर प्रावधानों को वापस लेते हुए जम्मू कश्मीर प्रदेश को दो केंद्र शासित क्षेत्रों - जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख- में बांट दिया था.

कांग्रेस ने भी की बैठक

इस बीच, जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के राज्यसभा में नेता रहे गुलाम नबी आजाद और जम्मू-कश्मीर मामलों के पार्टी प्रभारी रजनी पाटिल के साथ ऑनलाइन बैठक की. कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस दौरान, पार्टी के स्थानीय नेताओं ने इस मुद्दे पर अपने विचार साझा किए.

जानकारी देते संवाददाता

पीपुल्स कांफ्रेंस ने किया स्वागत

वहीं, पीपुल्स कांफ्रेंस ने बैठक के लिए प्रधानमंत्री मोदी की ओर से भेजे गए निमंत्रण का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इस बैठक में 'कुछ बड़ा' होगा. सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रेंस ने कहा कि दिल्ली और जम्मू-कश्मीर की जनता के बीच नया सामाजिक संपर्क स्थापित करने के लिये सभी हितधारकों को मिलकर काम करने की जरूरत है. पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री के निमंत्रण के संदर्भ में लोन ने पार्टी नेताओं की बैठक की अध्यक्षता की.

पढ़ें- पीएम मोदी का प्रमुख कश्मीरी नेताओं को आमंत्रण, सियासी सरगर्मियां तेज

प्रवक्ता ने कहा, 'बैठक में शामिल नेताओं ने प्रधानमंत्री की पहल की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि इस बैठक में कुछ बड़ा होगा और इससे लोकतंत्र की बहाली व जम्मू-कश्मीर की जनता के सशक्तिकरण के रास्ते खुलेंगे.'

बैठक में शामिल होगी जेकेएनपीपी

जम्मू-कश्मीर पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) के संस्थापक भीम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक में वह हिस्सा लेंगे. सिंह ने पूर्वाह्न 11 बजे से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की साढ़े तीन घंटे लंबी बैठक की अध्यक्षता की जिसमें केंद्र की तरफ से बैठक के लिए मिले निमंत्रण पर चर्चा हुई.

(पीटीआई-भाषा)

श्रीनगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक को लेकर जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को गुपकार जन घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) की बैठक हुई. नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि गुपकार प्रधानमंत्री की बैठक में शामिल होगा.

जम्मू-कश्मीर (jammu-kashmir) का विशेष दर्जा (special status) समाप्त होने के बाद मुख्यधारा के छह दलों ने पीएजीडी का गठन किया था. प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर चर्चा करने के लिए पीएजीडी के नेताओं ने नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के आवास पर बैठक की. बैठक के बाद नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री की बैठक में गुपकार शामिल होगा.

गुपकार की बैठक में बड़ा फैसला

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 'महबूबा मुफ्ती, मोहम्मद तारिगामी और मैं पीएम द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे. हमें उम्मीद है कि हम अपना एजेंडा पीएम और एचएम के सामने रखेंगे.

इससे पहले गुपकर एलायंस के सदस्य मुजफ्फर शाह ने बताया, 'हम सब चीज़ों पर बात करेंगे. हम 35A और धारा 370 पर भी बात करेंगे.'

नेकां ने ये दिया बयान

इससे पहले नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने सोमवार को कहा कि यह अच्छा है कि केंद्र ने यह महसूस किया है कि मुख्यधारा के क्षेत्रीय दलों के बगैर केंद्र शासित प्रदेश में 'चीजें काम नहीं करेंगी.'

सुनिए फारूक अब्दुल्ला ने क्या कहा

नेशनल कांफ्रेंस के कश्मीर के प्रांतीय अध्यक्ष नासिर असलम वानी ने संवाददाताओं को यहां बताया, 'हम यह कहते आ रहे हैं कि पिछले दो सालों में जमीन पर कोई बदलाव नहीं हुआ है. यह अच्छा है कि उन्हें यह महसूस हुआ है कि स्थानीय मुख्य धारा की पार्टियों के बगैर काम नहीं चलेगा. उनके सभी बड़े-बड़े वादे धरातल पर खोखले साबित हो गए और इससे कुछ भी हासिल नहीं हुआ है.'

उन्होंने कहा कि 'जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा की पार्टियों को बदनाम करने से हटकर उन्हें बातचीत के ​लिये बुलाने का बदलाव 'अच्छा' है. वानी ने कहा, 'यह एक अच्छा बदलाव है. जम्मू कश्मीर की मुख्य धारा के राजनीतिक दलों को आप कितना भी बदनाम कर लें, लेकिन उनके बगैर आप कुछ नहीं कर सकते हैं क्योंकि जम्मू कश्मीर की मुख्य धारा ने हमेशा इसे साबित किया है.'

उन्होंने कहा, 'उस मामले में नेशनल कांफ्रेंस को ​शामिल किए बगैर इस तरह के संवादों और इस तरह के सम्मेलनों में आप आगे नहीं बढ़ सकते हैं, क्योंकि यह पूववर्ती प्रदेश की जड़ों से जुड़ी प्रमुख राजनीतिक पार्टी है.'

उधर, पीएजीडी के अन्य सहयोगियों माकपा, भाकपा, पीपुल्स मूवमेंट और अवामी नेशनल कांफ्रेंस ने बैठक के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा है.

तारिगामी का बयान

पीएजीडी के प्रवक्ता एम वाई तारिगामी ने कहा कि वे 24 जून को पीएम की बैठक में आसमान से तारे नहीं मांगेंगे. हम वही मांगेंगें जो हमारा रहा है और जो हमारा होना चाहिए. जैसा कि हमें पीएम द्वारा बुलाई गई बैठक के एजेंडे की कोई जानकारी नहीं है, हम वहां पीएजीडी के रुख को दोहराएंगे.माकपा नेता ने कहा कि पीएम के साथ बैठक एक अवसर है

महबूबा मुफ्ती का बयान

वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस बारे में कहा कि अगर जम्मू कश्मीर के हालात सुधारने हैं, तो सबके साथ बात करनी होगी, पाकिस्तान से भी बात करनी होगी.

खत्म कर दिया था विशेष राज्य का दर्जा

केंद्र सरकार ने पांच अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 के त​हत प्रदेश को मिले विशेष दर्जे के अधिकतर प्रावधानों को वापस लेते हुए जम्मू कश्मीर प्रदेश को दो केंद्र शासित क्षेत्रों - जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख- में बांट दिया था.

कांग्रेस ने भी की बैठक

इस बीच, जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के राज्यसभा में नेता रहे गुलाम नबी आजाद और जम्मू-कश्मीर मामलों के पार्टी प्रभारी रजनी पाटिल के साथ ऑनलाइन बैठक की. कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस दौरान, पार्टी के स्थानीय नेताओं ने इस मुद्दे पर अपने विचार साझा किए.

जानकारी देते संवाददाता

पीपुल्स कांफ्रेंस ने किया स्वागत

वहीं, पीपुल्स कांफ्रेंस ने बैठक के लिए प्रधानमंत्री मोदी की ओर से भेजे गए निमंत्रण का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इस बैठक में 'कुछ बड़ा' होगा. सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रेंस ने कहा कि दिल्ली और जम्मू-कश्मीर की जनता के बीच नया सामाजिक संपर्क स्थापित करने के लिये सभी हितधारकों को मिलकर काम करने की जरूरत है. पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री के निमंत्रण के संदर्भ में लोन ने पार्टी नेताओं की बैठक की अध्यक्षता की.

पढ़ें- पीएम मोदी का प्रमुख कश्मीरी नेताओं को आमंत्रण, सियासी सरगर्मियां तेज

प्रवक्ता ने कहा, 'बैठक में शामिल नेताओं ने प्रधानमंत्री की पहल की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि इस बैठक में कुछ बड़ा होगा और इससे लोकतंत्र की बहाली व जम्मू-कश्मीर की जनता के सशक्तिकरण के रास्ते खुलेंगे.'

बैठक में शामिल होगी जेकेएनपीपी

जम्मू-कश्मीर पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) के संस्थापक भीम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक में वह हिस्सा लेंगे. सिंह ने पूर्वाह्न 11 बजे से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की साढ़े तीन घंटे लंबी बैठक की अध्यक्षता की जिसमें केंद्र की तरफ से बैठक के लिए मिले निमंत्रण पर चर्चा हुई.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 22, 2021, 4:51 PM IST
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