झारग्राम : झारग्राम में मल्लदेव वंश की पूर्व रानी रूपमंजरी देवी (Former Queen Rupmanjari Devi) का शनिवार को निधन हो गया. वह 99 वर्ष की थीं. पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पहली बार कोमा से बाहर आने के बाद लगा था कि वह ठीक हो जाएंगी, लेकिन उन्होंने कोलकाता के बेलेव्यू नर्सिंग होम में शाम 4.30 बजे अंतिम सांस ली. रानी रूपमंजरी देवी झारग्राम के 16वें राजा नरसिंह मल्लदेव की दूसरी पत्नी थीं. उनके निधन पर झारग्राम शाही परिवार के सदस्य जॉयदीप मल्लदेव ने अपनी दादी के खोने पर शोक जताया.
बता दें कि राजा नरसिंह मल्लदेव ने 1930 में मयूरभंज, उड़ीसा (अब ओडिशा) के राजा लाल साहब गिरीशचंद्र भुंज देव की बेटी बिनोद मंजुरी देवी से शादी की थी. उनकी पहली पत्नी से राजा के दो बच्चे राजकुमार बीरेंद्र विजयमाल्य देव और राजकुमारी सावित्री देवी थे. लेकिन 1944 में बिनोद मंजुरी देवी की मृत्यु के बाद राजा नरसिंह मल्लदेव ने रूपमंजरी देवी से शादी की. दूसरी पत्नी रूपमंजरी देवी की दो बेटियां थीं, राजकुमारी गायत्री देवी और राजकुमारी जयश्री देवी. वहीं 11 नवंबर 1976 को कलकत्ता (अब कोलकाता) में राजा नरसिंह मल्लदेव का निधन हो गया था.
झारग्राम मल्लदेव राज परिवार के सूत्रों के अनुसार रानी रूपमंजरी देवी की सबसे बड़ी बेटी कोलकाता में रहती है और सबसे छोटी बेटी कटक में रहती है. हालांकि रानी खुद कोलकाता में रहती थीं, लेकिन पारिवारिक कार्यों के लिए वह अक्सर झारग्राम आती रहती थीं. हालांकि रानी रूपमंजरी का अंतिम संस्कार कोलकाता में किया गया, लेकिन खबर है कि रानी का श्राद्ध समारोह झारग्राम में होगा.
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