भोपाल। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियां अलग-अलग समाजों को साधने में जुटी हुई हैं. राजधानी भोपाल के दशहरा मैदान में आयोजित जाट समाज के सम्मेलन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे. सम्मेलन में जाट समाज ने विधानसभा चुनाव में समाज के लिए 10 टिकट सहित कई मांग की. इस पर सीएम ने कहा कि हमारे दो जाट विधायक ही बहुत भारी हैं आपकी बात पार्टी तक पहुंचा दूंगा. हालांकि कमलनाथ ने कहा मैं घोषणावीर नहीं, मैं घोषणाओं पर नहीं काम करने में भरोसा रखता हूं.
सीएम ने किया तेजाजी कल्याण बोर्ड के गठन का ऐलान: जाट सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शुरूआत से ही मुझे जाट समाज का प्यार और आर्शिवाद मिला है. बचपन में राजनीतिक गतिविधियों में सक्रियता के चलते मुझे घर से निकाल दिया था, तो जाट परिवार से ही मुझे सहारा मिला था. सीएम ने कहा कि समाज ने कई मांग की है. इसमें एक वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड की मांग है, जिसका गठन किया जाएगा. वीर तेजा जी महाराज के निर्वाण दिवस पर ऐच्छिक अवकाश का भी सीएम ने ऐलान किया.
- सीएम ने कहा कि जाट समाज के शैक्षणिक भवन के लिए भूमि मांगी गई है. कृषि मंत्री कमल पटेल की तरफ इशारा करते हुए सीएम ने कहा कि अब हमने तो मंत्री ही दे दिया. मैं इसके लिए उन्हें ही अधिकृत करता हूं. भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में जगह मिलने में नियम प्रक्रिया थोड़ी कठिन होती है, इसलिए जगह देख लें.
- आपने कहा कि 10 टिकट पक्के करो, लेकिन एक बात सच कहूंगा कि यह बात मेरे बस में नहीं है. कमल पटेल और नीना वर्मा अभी दो तो हैं ही यह दो ही इतने भारी हैं. टिकट पार्टी का मामला होता है, इसलिए वचन नहीं दे सकता. आपकी बात पार्टी तक पहुंचाई जाएगी.
- सीएम ने कहा कि जाट महापुरूषों का इतिहास स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा. इन्हें पढ़कर बच्चों को प्रेरणा और ताकत मिलेगी.
कमलनाथ बोले मैं करके दिखाऊंगा: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद जाट सम्मेलन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पहुंचे. सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कहा कि आपने अपनी मांगे रखी. कमलनाथ घोषणा मशीन नहीं है मैं घोषणा में नहीं क्रियांवयन में विश्वास रखता हूं. आपका जब अगला सम्मेलन होगा मैं आपकी घोषणाओं का हिसाब दूंगा. मैं घोषणा मशीन नहीं बनना चाहता. मैं जो हूं वो हूं हमारे प्रदेश में सबसे बड़ी चुनौती रोजगार की है. कमलनाथ ने कहा कि यह जाट महासभा नहीं, बल्कि वीरों की महासभा है मुझे कल शाम को ही आमंत्रित किया गया था. मैंने इसे फौरन स्वीकार कर लिया. मैं एक कार्यक्रम बीच में छोड़कर आया हूं क्योंकि यह वीरों की महासभा है.
जाटों की मांग: कार्यक्रम में जाट सम्मेलन में जाट पदाधिकारियों से बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने आगामी विधानसभा चुनाव में दस-दस टिकट दिए जाने की मांग की. इसके अलावा केन्द्रीय भर्ती में जाट समाज को ओबीसी में शामिल करते हुए आरक्षक का लाभ दिए जानें. मध्यप्रदेश में ओबीसी के 27 फीसदी आरक्षण में लाभ दिए जाने, रतलाम मेडिकल कॉलेज का नाम जाट महापुरूष के नाम पर रखने, जाट महापुरूषां के इतिहास को स्कूलों में पढ़ाने सहित एक दर्जन मांग रखी.