बारामूला : जम्मू-कश्मीर के बारामूला में स्थानीय ट्रेकर्स के लिए अवसरों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना ट्रेकिंग का आयोजन कर रही है. ऐसी जगहों पर इस तरह की गतिविधियां काफी मायने रखती हैं, क्योंकि ये कभी घाटी में गोलाबारी का केंद्र थे. दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद अब ये गांव उम्मीद की किरण देख रहे हैं.
भारतीय सेना इन ट्रेकिंग गतिविधियों के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करती रही है. ट्रेकिंग गतिविधियां क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को भी दर्शाती हैं.स्थानीय ट्रेकर्स ने इस कदम का समर्थन किया है.
दिल्ली पब्लिक स्कूल बारामूला में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली कनीसपोरा निवासी ज़ारा खान (Zaraa Khan) 7 किमी की दूरी तय करके कम उम्र की ट्रेकर बन गई है. भारतीय सेना द्वारा हाल ही में उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर ट्रैकिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें कुल 12 ट्रेकर्स ने भाग लिया था. इस मौके पर ज़ारा ने इस तरह के साहसिक आयोजन के लिए भारतीय सेना को धन्यवाद दिया. उसे उम्मीद है कि भविष्य में भी इसी तरह के आयोजन होंगे.
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