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पीएम मोदी के दौरे से पहले जम्मू कश्मीर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जम्मू कश्मीर के सांबा में पल्ली पंचायत का दौरा करेंगे (Palli Panchayat in Samba district). पीएम के दौरे से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. जम्मू शहर से 17 किलोमीटर दूर स्थित पल्ली पंचायत को एक तरह से सील कर दिया गया है. अतिरिक्त संयुक्त सुरक्षा जांच चौकियां बनाई गई हैं.

PM Narendra Modi Jammu Kashmir visit
पीएम मोदी
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Published : Apr 23, 2022, 3:34 PM IST

जम्मू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू कश्मीर के सांबा में पल्ली पंचायत का रविवार को दौरा करेंगे (PM Narendra Modi Jammu Kashmir visit). एक दिन पहले शनिवार को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. उल्लेखनीय है कि जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के दो आत्मघाती हमलावरों और सुरक्षा बलों के बीच शुक्रवार को यहां भीषण मुठभेड़ हुई थी. जम्मू के बाहरी इलाके में सुंजवां सैन्य शिविर (Sunjwan army camp) के पास मुठभेड़ के बाद केंद्र शासित प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. मुठभेड़ के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद से लैस दोनों आतंकवादियों को मार गिराया गया था. इससे एक बड़ा हमला टल गया.

मुठभेड़ में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का एक अधिकारी भी शहीद हो गया और दो पुलिसकर्मियों सहित नौ अन्य घायल हो गए. सुरक्षा बलों ने शुक्रवार तड़के अर्धसैनिक बलों के जवानों को ले जा रही एक बस पर हमले के बाद आतंकवादियों को घेर लिया, जिसके बाद मुठभेड़ हुई. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने मुठभेड़ स्थल का दौरा करने के बाद कहा था कि दोनों आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती दस्ते का हिस्सा थे और उनकी घुसपैठ प्रधानमंत्री मोदी की रविवार को पंचायती राज दिवस पर जम्मू-कश्मीर के दौरे को बाधित करने की एक 'बड़ी साजिश' हो सकती है.

पुख्ता इंतजाम किए : अधिकारियों ने कहा कि जम्मू शहर से 17 किलोमीटर दूर स्थित पल्ली पंचायत को एक तरह से सील कर दिया गया है और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सहित स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को कड़ी निगरानी के लिए तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि जम्मू-पठानकोट राजमार्ग से सिर्फ तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस स्थल को प्रधानमंत्री की रैली के लिए सुरक्षा व्यवस्था के तहत आम लोगों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है.

मोदी का जम्मू-कश्मीर का यह दौरा, अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को समाप्त करने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र सरकार के कदम के बाद केंद्र शासित प्रदेश का पहला दौरा है. अधिकारियों ने कहा कि जनसभा स्थल पर 30,000 से अधिक पंचायत सदस्यों सहित एक लाख से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है.

अतिरिक्त संयुक्त सुरक्षा जांच चौकियां बनाई गईं : डीजीपी ने मुठभेड़ के बाद कहा था, 'यह मुठभेड़ प्रधानमंत्री के दौरे से दो दिन पहले हुई. यह जम्मू के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है और यह दौरे को बाधित करने की एक बड़ी साजिश हो सकती है.' उन्होंने कहा था, 'यह अच्छा है कि हमें समय पर गुप्त जानकारी मिली और अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.' शनिवार को, संयुक्त सुरक्षा दलों को राजमार्ग के किनारे बारी ब्राह्मण से लेकर पल्ली चौक तक पूरे हिस्से में गश्त करते देखा गया, जिसे प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए बड़े होर्डिंग से सजाया गया है. अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले विभिन्न स्थानों, जिला मुख्यालयों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों सहित अन्य स्थानों पर अतिरिक्त संयुक्त सुरक्षा जांच चौकियां बनाई गई हैं ताकि आतंकवादियों द्वारा हमले को अंजाम देने के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके.

अधिकारियों ने कहा कि राजमार्गों और परिधीय सड़कों पर यात्रियों की भी पूरी तरह से जांच की जा रही है और उनकी तलाशी ली जा रही है. जम्मू शहर में शुक्रवार की मुठभेड़ के मद्देनजर सीमा सुरक्षा ग्रिड और राजमार्ग ग्रिड को भी मजबूत किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के अलावा सुरक्षा व्यवस्था में कुछ उच्च स्तरीय निगरानी उपकरण शामिल किए गए हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

यातायात पुलिस ने जारी किए निर्देश : यातायात पुलिस जम्मू ने पहले ही प्रधानमंत्री के दौरे के संबंध में एक परामर्श जारी करके लोगों के कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए कुछ पाबंदियों और मार्ग योजनाओं की घोषणा की है. परामर्श में कहा गया है कि गेहूं काटने वाली मशीनों और लोड कैरियर्स सहित भारी भार वाहनों को 24 अप्रैल को राष्ट्रीय राजमार्ग (जम्मू-पठानकोट) के साथ-साथ रिंग रोड और आयोजन स्थल के आसपास के क्षेत्रों में नहीं ले जाने के लिए कहा गया है. यातायात पुलिस ने बारी ब्राह्मण और पल्ली से रत्नाल चौक के पास राजमार्ग के एक निश्चित हिस्से को 'नो पार्किंग जोन' घोषित किया है.

अगस्त 2019 के घटनाक्रम के बाद उम्मीद है कि प्रधानमंत्री द्वारा जम्मू क्षेत्र में अपनी पहली जनसभा के दौरान 70,000 करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश शुरू करने के साथ दो बिजली परियोजनाओं सहित कुछ विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर सकते हैं. मोदी ने 27 अक्टूबर, 2019 को राजौरी में और 3 नवंबर, 2021 को जम्मू संभाग के नौशेरा सेक्टर में सेना के जवानों के साथ दीपावली मनाई थी.

पढ़ें- 21वीं बार जम्मू-कश्मीर जाने वाले हैं नरेंद्र मोदी, जानिए खास क्यों है प्रधानमंत्री का दौरा

पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: पीएम मोदी करेंगे पल्ली गांव का दौरा, विकास से ग्रामीण खुश

ये भी पढ़ें - पीएम मोदी का जम्मू दौरा 24 को, गृह सचिव ने की सुरक्षा समीक्षा

(पीटीआई-भाषा)

जम्मू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू कश्मीर के सांबा में पल्ली पंचायत का रविवार को दौरा करेंगे (PM Narendra Modi Jammu Kashmir visit). एक दिन पहले शनिवार को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. उल्लेखनीय है कि जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के दो आत्मघाती हमलावरों और सुरक्षा बलों के बीच शुक्रवार को यहां भीषण मुठभेड़ हुई थी. जम्मू के बाहरी इलाके में सुंजवां सैन्य शिविर (Sunjwan army camp) के पास मुठभेड़ के बाद केंद्र शासित प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. मुठभेड़ के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद से लैस दोनों आतंकवादियों को मार गिराया गया था. इससे एक बड़ा हमला टल गया.

मुठभेड़ में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का एक अधिकारी भी शहीद हो गया और दो पुलिसकर्मियों सहित नौ अन्य घायल हो गए. सुरक्षा बलों ने शुक्रवार तड़के अर्धसैनिक बलों के जवानों को ले जा रही एक बस पर हमले के बाद आतंकवादियों को घेर लिया, जिसके बाद मुठभेड़ हुई. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने मुठभेड़ स्थल का दौरा करने के बाद कहा था कि दोनों आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती दस्ते का हिस्सा थे और उनकी घुसपैठ प्रधानमंत्री मोदी की रविवार को पंचायती राज दिवस पर जम्मू-कश्मीर के दौरे को बाधित करने की एक 'बड़ी साजिश' हो सकती है.

पुख्ता इंतजाम किए : अधिकारियों ने कहा कि जम्मू शहर से 17 किलोमीटर दूर स्थित पल्ली पंचायत को एक तरह से सील कर दिया गया है और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सहित स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को कड़ी निगरानी के लिए तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि जम्मू-पठानकोट राजमार्ग से सिर्फ तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस स्थल को प्रधानमंत्री की रैली के लिए सुरक्षा व्यवस्था के तहत आम लोगों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है.

मोदी का जम्मू-कश्मीर का यह दौरा, अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को समाप्त करने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र सरकार के कदम के बाद केंद्र शासित प्रदेश का पहला दौरा है. अधिकारियों ने कहा कि जनसभा स्थल पर 30,000 से अधिक पंचायत सदस्यों सहित एक लाख से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है.

अतिरिक्त संयुक्त सुरक्षा जांच चौकियां बनाई गईं : डीजीपी ने मुठभेड़ के बाद कहा था, 'यह मुठभेड़ प्रधानमंत्री के दौरे से दो दिन पहले हुई. यह जम्मू के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है और यह दौरे को बाधित करने की एक बड़ी साजिश हो सकती है.' उन्होंने कहा था, 'यह अच्छा है कि हमें समय पर गुप्त जानकारी मिली और अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.' शनिवार को, संयुक्त सुरक्षा दलों को राजमार्ग के किनारे बारी ब्राह्मण से लेकर पल्ली चौक तक पूरे हिस्से में गश्त करते देखा गया, जिसे प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए बड़े होर्डिंग से सजाया गया है. अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले विभिन्न स्थानों, जिला मुख्यालयों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों सहित अन्य स्थानों पर अतिरिक्त संयुक्त सुरक्षा जांच चौकियां बनाई गई हैं ताकि आतंकवादियों द्वारा हमले को अंजाम देने के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके.

अधिकारियों ने कहा कि राजमार्गों और परिधीय सड़कों पर यात्रियों की भी पूरी तरह से जांच की जा रही है और उनकी तलाशी ली जा रही है. जम्मू शहर में शुक्रवार की मुठभेड़ के मद्देनजर सीमा सुरक्षा ग्रिड और राजमार्ग ग्रिड को भी मजबूत किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के अलावा सुरक्षा व्यवस्था में कुछ उच्च स्तरीय निगरानी उपकरण शामिल किए गए हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

यातायात पुलिस ने जारी किए निर्देश : यातायात पुलिस जम्मू ने पहले ही प्रधानमंत्री के दौरे के संबंध में एक परामर्श जारी करके लोगों के कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए कुछ पाबंदियों और मार्ग योजनाओं की घोषणा की है. परामर्श में कहा गया है कि गेहूं काटने वाली मशीनों और लोड कैरियर्स सहित भारी भार वाहनों को 24 अप्रैल को राष्ट्रीय राजमार्ग (जम्मू-पठानकोट) के साथ-साथ रिंग रोड और आयोजन स्थल के आसपास के क्षेत्रों में नहीं ले जाने के लिए कहा गया है. यातायात पुलिस ने बारी ब्राह्मण और पल्ली से रत्नाल चौक के पास राजमार्ग के एक निश्चित हिस्से को 'नो पार्किंग जोन' घोषित किया है.

अगस्त 2019 के घटनाक्रम के बाद उम्मीद है कि प्रधानमंत्री द्वारा जम्मू क्षेत्र में अपनी पहली जनसभा के दौरान 70,000 करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश शुरू करने के साथ दो बिजली परियोजनाओं सहित कुछ विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर सकते हैं. मोदी ने 27 अक्टूबर, 2019 को राजौरी में और 3 नवंबर, 2021 को जम्मू संभाग के नौशेरा सेक्टर में सेना के जवानों के साथ दीपावली मनाई थी.

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(पीटीआई-भाषा)

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