जम्मू : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को डोगरा सेना के जनरल जोरावर सिंह को उनके शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर बुनियादी मूल्यों व पूर्वजों के विचारों और आदर्शों के साथ अपने 'स्वर्ण युग' की ओर अग्रसर है. सिन्हा ने भारत के इतिहास में जनरल जोरावर सिंह के योगदान और महत्ता को पूरा सम्मान दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को लद्दाख, बाल्टिस्तान और तिब्बत में उनके सैन्य अभियानों और महाराजा गुलाब सिंह के तहत डोगरा साम्राज्य के विस्तार में उनके अपार योगदान को बताया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि लद्दाख में अपने सफल अभियानों के बाद, जनरल जोरावर सिंह ने साहसपूर्वक पश्चिमी तिब्बत (नगरी खोरसुम) पर विजय प्राप्त करने का प्रयास किया, लेकिन डोगरा-तिब्बती युद्ध के दौरान 'टो-यो' की लड़ाई में शहीद हो गए. उपराज्यपाल जनरल जोरावर सिंह मेमोरियल एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा जनरल के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.
सिन्हा ने कहा, "जनरल जोरावर सिंह ने एक मजबूत और समृद्ध जम्मू-कश्मीर की कल्पना की थी, जिसमें हर नागरिक सम्मान और स्वाभिमान का जीवन जी सके. हम एक समृद्ध और समावेशी समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं." जम्मू-कश्मीर की 'परिवर्तनकारी यात्रा' के बारे में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश नागरिक सर्वप्रथम के बुनियादी मूल्यों व पूर्वजों के विचारों और आदर्शों के साथ अपने 'स्वर्ण युग' की ओर अग्रसर है. साथ ही सिन्हा ने लोगों से विकास की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया.