श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का एक वरिष्ठ अधिकारी बता कर राज्य के प्रोटोकॉल और सुरक्षा कवर का भरपूर आनंद लिया और शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें भी कीं. पुलिस की खुफिया जानकारी के बाद श्रीनगर में पुलिस ने गुजरात के रहने वाले किरण पटेल को श्रीनगर के फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार किया, जहां वह ठहरा हुआ था. जम्मू-कश्मीर की एक अदालत ने गिरफ्तार हुए कॉनमैन को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
पटेल के वकील रेयान अहमद ने कहा कि पटेल को आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए श्रीनगर कोर्ट में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जहां न्यायाधीश ने उसे 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक आरोपी ने लोगों को धोखा देने के लिए जाली दस्तावेज बनाए थे. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. जानकारी के मुताबिक आरोपी ने दस्तावेजों में खुद को पीएमओ में अतिरिक्त निदेशक (रणनीति और अभियान) में तैनात दिखाया है.
सत्यापित ट्विटर अकाउंट वाले आरोपी पटेल ने कश्मीर में गुलमर्ग, दूधपथरी जैसे पर्यटक स्थलों की अपनी यात्राओं के वीडियो और तस्वीरें ट्विटर और इंस्टाग्राम पर साझा कीं. पटेल ने लालचौक और एलओसी के पास की तस्वीरें भी साझा की हैं, जहां पुलिस और सीआरपीएफ तैनात रहती है. सूत्रों ने बताया कि ठग ने कश्मीर में दो उपायुक्तों से मुलाकात की और उनके साथ बैठकें भी कीं.
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था और पुलिस ने उन सभी लोगों से पूछताछ की है, जो ठग से मिले थे. ट्विटर पर पटेल को बीजेपी गुजरात के महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला फॉलो करते हैं. अपने ट्विटर बायो में कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी, वर्जीनिया से पीएचडी, आईआईएम त्रिची से एमबीए, साथ ही कंप्यूटर साइंस में एमटेक और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीई होने का दावा किया है.
उच्चाधिकारियों ने साधी चुप्पी: हालांकि, इस मामले को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है. सूत्रों से जानकारी मिली है कि केंद्रीय एजेंसियों को इसकी भनक लगने से पहले सीआईडी शाखा ने इसका पता लगा लिया था.